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News raipur:: रायपुर के बंजारी रोड बाजार में 10 फीट की दुकान में 20 फीट का कब्जा!:

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 रायपुर । 50 साल से भी ज्यादा पुराने
बंजारी रोड बाजार में हालात कुछ इस तरह हैं कि 10 से 15 फीट की दुकान में
अवैध कब्जा 15 से 20 फीट का है। ये कब्जा किसी और ने नहीं, बल्कि यहीं के
व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। बंजारी रोड बाजार में कुछ दुकानदारों
के अवैध कब्जों के कारण हजारों ग्राहकों को रोजाना परेशानी का सामना करना
पड़ रहा है। यहां कब्जे का इतिहास अभी का नहीं, बहुत पुराना है। चूंकि कि
दुकानों की संख्या लगातार बढ़ते गई, उसके साथ ही सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग
शुरू हो गया। ना तो जिला प्रशासन, ना ही यातायात पुलिस, ना ही नगर निगम,
इनमें से किसी को भी लोगों को होने वाली परेशानियों से कोई सरोकार है, ऐसा
बिलकुल भी नहीं दिखता। 


मालावाहक वाहन, लोडिंग-अनलोडिंग भी यही

बाजार
में सुबह से लेकर शाम तक मालवाहक वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। लोगों
की गाड़ियां यहां फंसती है। यहां थोक व्यापारी, डूमरतराई से सामान मंगवाकर
उसकी लोडिंग-अनलोडिंग कराते हैं। इसके अतिरिक्त राज्य के बाहर के
व्यापारियों को भी बंजारी रोड से ही सामान दिया जा रहा हैं। दिन में होने
वाली लोडिंग-अनलोडिंग का यह नजारा बंजारी रोड में कई वर्षोे से जारी है। 

डूमरतराई में दुकानें मिली, लेकिन यही जमे

जानकारी
के अनुसार, शहर के बाहर होलसेल मार्केट, डूमरतराई थोक बाजार में बंजारी
रोड बाजार के लगभग 70 से 80 दुकानदारों तो दुकानें मिली है, लेकिन कुछ को
छोड़कर बाकियों ने अभी तक शिफ्टिंग नहीं की है। शहर के भीतर थोक बाजारों को
बाहर करने के उद्देश्य से डूमरतराई थोक बाजार की नींव रखी गई थी, लेकिन
व्यापारियों ने शिफ्टिंग नहीं की। उल्टे बाजार में ही जमे रहे। इसका
दुष्परिणाम अब आम लोगों को रोजाना भुगतना पड़ रहा है। नगर-निगम आयुक्त प्रभात मलिक ने कहा, नियमों के अनुसार, बाजारों में सड़कों
तक सामान नहीं रखा जा सकता। इस पर जोन कमिश्नरों को निगरानी रखने के
निर्देश दिए गए हैं। बाजार शाखा के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी।

 

 


 रायपुर । 50 साल से भी ज्यादा पुराने
बंजारी रोड बाजार में हालात कुछ इस तरह हैं कि 10 से 15 फीट की दुकान में
अवैध कब्जा 15 से 20 फीट का है। ये कब्जा किसी और ने नहीं, बल्कि यहीं के
व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। बंजारी रोड बाजार में कुछ दुकानदारों
के अवैध कब्जों के कारण हजारों ग्राहकों को रोजाना परेशानी का सामना करना
पड़ रहा है। यहां कब्जे का इतिहास अभी का नहीं, बहुत पुराना है। चूंकि कि
दुकानों की संख्या लगातार बढ़ते गई, उसके साथ ही सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग
शुरू हो गया। ना तो जिला प्रशासन, ना ही यातायात पुलिस, ना ही नगर निगम,
इनमें से किसी को भी लोगों को होने वाली परेशानियों से कोई सरोकार है, ऐसा
बिलकुल भी नहीं दिखता। 


मालावाहक वाहन, लोडिंग-अनलोडिंग भी यही

बाजार
में सुबह से लेकर शाम तक मालवाहक वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। लोगों
की गाड़ियां यहां फंसती है। यहां थोक व्यापारी, डूमरतराई से सामान मंगवाकर
उसकी लोडिंग-अनलोडिंग कराते हैं। इसके अतिरिक्त राज्य के बाहर के
व्यापारियों को भी बंजारी रोड से ही सामान दिया जा रहा हैं। दिन में होने
वाली लोडिंग-अनलोडिंग का यह नजारा बंजारी रोड में कई वर्षोे से जारी है। 

डूमरतराई में दुकानें मिली, लेकिन यही जमे

जानकारी
के अनुसार, शहर के बाहर होलसेल मार्केट, डूमरतराई थोक बाजार में बंजारी
रोड बाजार के लगभग 70 से 80 दुकानदारों तो दुकानें मिली है, लेकिन कुछ को
छोड़कर बाकियों ने अभी तक शिफ्टिंग नहीं की है। शहर के भीतर थोक बाजारों को
बाहर करने के उद्देश्य से डूमरतराई थोक बाजार की नींव रखी गई थी, लेकिन
व्यापारियों ने शिफ्टिंग नहीं की। उल्टे बाजार में ही जमे रहे। इसका
दुष्परिणाम अब आम लोगों को रोजाना भुगतना पड़ रहा है। नगर-निगम आयुक्त प्रभात मलिक ने कहा, नियमों के अनुसार, बाजारों में सड़कों
तक सामान नहीं रखा जा सकता। इस पर जोन कमिश्नरों को निगरानी रखने के
निर्देश दिए गए हैं। बाजार शाखा के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी।

 

 


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