रायपुर : बहुत-से
लोगों को यह शिकायत होती है कि बैंकों से उन्हें लोन नहीं मिल रहा है।
उनका आरोप होता है कि बैंक वाले दस्तावेज में कमी निकालकर लोन देने में
आनाकानी करते हैं। उनकी इस मजबूरी का फायदा ठग उठा रहे हैं। वे बिना
परेशानी और कम समय में आनलाइन लोन देने का झांसा देते हैं और लोग उनके जाल
में फंस जाते हैं। लोगों को ठगों से लोन लेना भारी पड़ रहा है। एंटी क्राइम
एंड साइबर यूनिट के पास रोजाना शिकायतें पहुंच रही हैं। एंटी क्राइम एंड
साइबर यूनिट ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सावधान किया है कि बिना किसी
दस्तावेज के लोन देने वालों से बचें। हाल ही में रायपुर पुलिस ने डाक्टर से
ठगी करने के दो आरोपितों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
इन लोन एप से ठगी
कैश
होल, कैश गुरु, क्रेडिट बस, शार्प लोन, एसकेवाय लोन, फास्ट रूपी,
पैसेवाला, कैश गोल, ब्राइट मनी, फ्लाई लोन, रूपीस्प्री, रूपी कैश, बस रूपी,
इजी बारौल, हैलो रूपी, लकी रूपी, क्रेडिट वन, आइ रूपी, लोन लिंक, इंडिया
मनी लोन एप का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ऐसे होती है वसूली
आनलाइन में कम ब्याज दर पर
लोन देने का दावा किया जाता है। ठग पहले एक लोन एप डाउनलोड करवाते हैं।
उसमें से लोन देते हैं। लोन एप में ही अन्य लोन एप के विज्ञापन आते हैं।
जैसे ही एक सप्ताह बीतता है, वैसे ही अलग-अलग नंबर से परेशान करना शुरू कर
देते हैं। वाट्सएप काल, वाइस मैसेज में अश्लील गालियां भेजने लगते हैं।
न्यूड वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल करने की भी धमकी देते हैं।
ब्लैकमेल कर मांगते हैं पैसे
इस
प्रकार के एप
या लिंक से लोन लेने से ठग आपके मोबाइल के फोटो, कान्टेक्ट लिस्ट हैक कर
लेते हैं। इसके बाद परिचितों को मैसेज और फोन करना शुरू कर देते हैं।
मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। एक बार पैसा देने के बाद लोग ठगों के जाल
में फंसते चले जाते हैं। पुलिस ने जारी अलर्ट में कहा है कि मोबाइल प्ले
स्टोर के किसी भी लोन एप को डाउनलोड न करें। आरबीआइ से पंजीकृत बैंकों की
पूरी जानकारी प्राप्त कर खुद बैंक जाकर लोन के लिए आवेदन करें। एंटी क्राइम
एंड साइबर यूनिट प्रभारी गिरीश तिवारी ने कहा, लोन एप के जरिए
ठगी की शिकायतें रोजाना पहुंच रही हैं। आनलाइन एप के जरिए लोन न लें। जरूरत
होने पर बैंक जाकर लोन लें।
रायपुर : बहुत-से
लोगों को यह शिकायत होती है कि बैंकों से उन्हें लोन नहीं मिल रहा है।
उनका आरोप होता है कि बैंक वाले दस्तावेज में कमी निकालकर लोन देने में
आनाकानी करते हैं। उनकी इस मजबूरी का फायदा ठग उठा रहे हैं। वे बिना
परेशानी और कम समय में आनलाइन लोन देने का झांसा देते हैं और लोग उनके जाल
में फंस जाते हैं। लोगों को ठगों से लोन लेना भारी पड़ रहा है। एंटी क्राइम
एंड साइबर यूनिट के पास रोजाना शिकायतें पहुंच रही हैं। एंटी क्राइम एंड
साइबर यूनिट ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सावधान किया है कि बिना किसी
दस्तावेज के लोन देने वालों से बचें। हाल ही में रायपुर पुलिस ने डाक्टर से
ठगी करने के दो आरोपितों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
इन लोन एप से ठगी
कैश
होल, कैश गुरु, क्रेडिट बस, शार्प लोन, एसकेवाय लोन, फास्ट रूपी,
पैसेवाला, कैश गोल, ब्राइट मनी, फ्लाई लोन, रूपीस्प्री, रूपी कैश, बस रूपी,
इजी बारौल, हैलो रूपी, लकी रूपी, क्रेडिट वन, आइ रूपी, लोन लिंक, इंडिया
मनी लोन एप का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ऐसे होती है वसूली
आनलाइन में कम ब्याज दर पर
लोन देने का दावा किया जाता है। ठग पहले एक लोन एप डाउनलोड करवाते हैं।
उसमें से लोन देते हैं। लोन एप में ही अन्य लोन एप के विज्ञापन आते हैं।
जैसे ही एक सप्ताह बीतता है, वैसे ही अलग-अलग नंबर से परेशान करना शुरू कर
देते हैं। वाट्सएप काल, वाइस मैसेज में अश्लील गालियां भेजने लगते हैं।
न्यूड वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल करने की भी धमकी देते हैं।
ब्लैकमेल कर मांगते हैं पैसे
इस
प्रकार के एप
या लिंक से लोन लेने से ठग आपके मोबाइल के फोटो, कान्टेक्ट लिस्ट हैक कर
लेते हैं। इसके बाद परिचितों को मैसेज और फोन करना शुरू कर देते हैं।
मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। एक बार पैसा देने के बाद लोग ठगों के जाल
में फंसते चले जाते हैं। पुलिस ने जारी अलर्ट में कहा है कि मोबाइल प्ले
स्टोर के किसी भी लोन एप को डाउनलोड न करें। आरबीआइ से पंजीकृत बैंकों की
पूरी जानकारी प्राप्त कर खुद बैंक जाकर लोन के लिए आवेदन करें। एंटी क्राइम
एंड साइबर यूनिट प्रभारी गिरीश तिवारी ने कहा, लोन एप के जरिए
ठगी की शिकायतें रोजाना पहुंच रही हैं। आनलाइन एप के जरिए लोन न लें। जरूरत
होने पर बैंक जाकर लोन लें।