रायपुर, बुधवार को किसान नेता राकेश
टिकैत रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बात की। राकेश टिकैत
नवा रायपुर में चल रहे किसानों के आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर नया रायपुर बन रहा है तो वहां के विकास का फायदा
किसानों को मिलना चाहिए। टिकैत
ने आगे चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि मैं कोई ज्योतिषी थोड़े हूं जो भविष्य
बताऊं, हमारा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। हमारा संगठन चुनाव नहीं
लड़ेगा। अब कोई इंडिविजुअल व्यक्ति चुनाव लड़े तो इसकी गारंटी मैं नहीं ले
सकता। बाकी ऐसा हमारा कोई इरादा नहीं है। रायपुर
दौरे को लेकर टिकैत ने बताया कि वो यहां दो दिनों के लिए आए हैं। हमने आने
से पहले सरकार को मैसेज भेजा है कि हम दो दिन रहेंगे सरकार से भी बात
करेंगे, किसान संगठन से बात करेंगे। यहां नवा रायपुर में आंदोलनरत किसानों
को बलपूर्वक हटाने को टिकैत ने गलत बताया उन्होंने कहा कि बातचीत होनी
चाहिए समाधान ताकत के इस्तेमाल से नहीं होगा।
ये है पूरा मामला
पिछले
करीब 2 महीनों से नवा रायपुर में किसान NRDA के दफ्तर के बाहर धरना दे रहे
थे। इस आंदोलन में एक किसान की मौत हो चुकी है। किसान मांग कर रहे हैं कि
जिनकी जमीन नवा रायपुर बसाने के लिए ले ली गई उन्हें मुआवजा अधिक मिले,
दुकानें मिलें, रोजगार मिलें, प्रतिबंधित इलाकों में जमीन खरीदने और बेचने
की छूट मिले। दो दिन पहले ही पुलिस ने अचानक किसानों को यहां से आंदोलन
अवैध बताकर खदेड़ दिया। अब किसान नवा रायपुर में दूसरी जगह धरने पर फिर से
बैठे हैं, इसी सिलसिले में टिकैत यहां आए हैं।
रायपुर, बुधवार को किसान नेता राकेश
टिकैत रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बात की। राकेश टिकैत
नवा रायपुर में चल रहे किसानों के आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर नया रायपुर बन रहा है तो वहां के विकास का फायदा
किसानों को मिलना चाहिए। टिकैत
ने आगे चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि मैं कोई ज्योतिषी थोड़े हूं जो भविष्य
बताऊं, हमारा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। हमारा संगठन चुनाव नहीं
लड़ेगा। अब कोई इंडिविजुअल व्यक्ति चुनाव लड़े तो इसकी गारंटी मैं नहीं ले
सकता। बाकी ऐसा हमारा कोई इरादा नहीं है। रायपुर
दौरे को लेकर टिकैत ने बताया कि वो यहां दो दिनों के लिए आए हैं। हमने आने
से पहले सरकार को मैसेज भेजा है कि हम दो दिन रहेंगे सरकार से भी बात
करेंगे, किसान संगठन से बात करेंगे। यहां नवा रायपुर में आंदोलनरत किसानों
को बलपूर्वक हटाने को टिकैत ने गलत बताया उन्होंने कहा कि बातचीत होनी
चाहिए समाधान ताकत के इस्तेमाल से नहीं होगा।
ये है पूरा मामला
पिछले
करीब 2 महीनों से नवा रायपुर में किसान NRDA के दफ्तर के बाहर धरना दे रहे
थे। इस आंदोलन में एक किसान की मौत हो चुकी है। किसान मांग कर रहे हैं कि
जिनकी जमीन नवा रायपुर बसाने के लिए ले ली गई उन्हें मुआवजा अधिक मिले,
दुकानें मिलें, रोजगार मिलें, प्रतिबंधित इलाकों में जमीन खरीदने और बेचने
की छूट मिले। दो दिन पहले ही पुलिस ने अचानक किसानों को यहां से आंदोलन
अवैध बताकर खदेड़ दिया। अब किसान नवा रायपुर में दूसरी जगह धरने पर फिर से
बैठे हैं, इसी सिलसिले में टिकैत यहां आए हैं।