रायपुर । राजधानी समेत प्रदेशभर
के 34 केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा के लिए दाखिले के लिए लाटरी की
प्रक्रिया शुक्रवार को होगी। सुबह 8:30 बजे लाटरी निकाली जाएगी। वहीं,
रायपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के 171 और हिंदी माध्यम के
विद्यालयों में दाखिले के लिए प्रक्रिया 30 अप्रैल तक चलेगी। केंद्रीय
विद्यालयों की तुलना में राज्य के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के
स्कूलों में अधिक संख्या में अभिभावक आवेदन कर रहे हैं। आंकड़े इसकी तस्दीक
भी कर रहे हैं। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी उत्कृष्ट विद्यालयों के जिला नोडल
अधिकारी केएस पटले ने बताया कि दाखिले की प्रक्रिया चल रही है।
केवी में छह साल आयु जरूरी, आत्मानंद स्कूलों में राहत
जानकारों
का कहना है कि केंद्रीय विद्यालयों में आयु की गणना छह साल न्यूनतम की जा
रही है। जबकि, स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए
बच्चों को 31 मई, 2022 की स्थिति में पांच साल छह महीने से छह साल छह महीने
के बीच होना चाहिए। आयु की शर्तों में अंतर होने के कारण स्वामी आत्मानंद
स्कूलों में अधिक भीड़ देखने को मिल रही है। शिक्षा की गुणवत्ता को देखें तो
दोनों ही विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता ठीक है और सुविधाएं भी बेहतर
हैं।
रायपुर । राजधानी समेत प्रदेशभर
के 34 केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा के लिए दाखिले के लिए लाटरी की
प्रक्रिया शुक्रवार को होगी। सुबह 8:30 बजे लाटरी निकाली जाएगी। वहीं,
रायपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के 171 और हिंदी माध्यम के
विद्यालयों में दाखिले के लिए प्रक्रिया 30 अप्रैल तक चलेगी। केंद्रीय
विद्यालयों की तुलना में राज्य के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के
स्कूलों में अधिक संख्या में अभिभावक आवेदन कर रहे हैं। आंकड़े इसकी तस्दीक
भी कर रहे हैं। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी उत्कृष्ट विद्यालयों के जिला नोडल
अधिकारी केएस पटले ने बताया कि दाखिले की प्रक्रिया चल रही है।
केवी में छह साल आयु जरूरी, आत्मानंद स्कूलों में राहत
जानकारों
का कहना है कि केंद्रीय विद्यालयों में आयु की गणना छह साल न्यूनतम की जा
रही है। जबकि, स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए
बच्चों को 31 मई, 2022 की स्थिति में पांच साल छह महीने से छह साल छह महीने
के बीच होना चाहिए। आयु की शर्तों में अंतर होने के कारण स्वामी आत्मानंद
स्कूलों में अधिक भीड़ देखने को मिल रही है। शिक्षा की गुणवत्ता को देखें तो
दोनों ही विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता ठीक है और सुविधाएं भी बेहतर
हैं।