रायपुर, 1मई। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार धरना, प्रदर्शन, आंदोलन को रोकने वाला सर्कुलर निकाल कर संविधान के प्रदत्त मूलभूत अधिकारों का हनन किया है। भूपेश सरकार 15 दिनों के अंदर इस काले सर्कुलर को वापस लें अन्यथा भारतीय जनता पार्टी पूरे राज्य स्तर पर जनता के सहयोग से जेल भरो आंदोलन चलाएगी और इस काले सर्कुलर को वापस लेने के लिए बाध्य करेगी।
श्री अग्रवाल आज एकात्म परिसर में वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहली स्वतंत्रता की लड़ाई अंग्रेजों से लड़ी गई थी, उसके बाद दूसरी स्वतंत्रता की लड़ाई इंदिरा गांधी की सरकार के समय में आपातकाल के विरुद्ध लड़ी गई थी, अब स्वतंत्रता की तीसरी लड़ाई छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के विरुद्ध लड़ी जाएगी।
श्री अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार ने 21 अप्रैल को सर्कुलर निकाल कर एक तरह से अघोषित आपातकाल घोषित कर दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार पूरी तरह अलोकतांत्रिक हो गई है। धरना, आंदोलन की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 19 बिन्दुओं पर सर्कुलर जारी किया गया है और उसे कठोरता से लागू करने को कहा गया है। इस सर्कुलर के अनुसार आंदोलन करने वालों को शपथ पत्र देना होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य, पेयजल और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी आंदोलनकारियों को करनी होगी। जबकि आंदोलनकारी जब अनुमति लेते हैं तो पेयजल और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि आंदोलन को कुचलने का काम कांग्रेस का नया कारनामा नहीं है इससे पूर्व राहुल गांधी के प्रवास के दौरान भी किसानों पर लाठी चार्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि इस सर्कुलर के जारी होने के बाद कांग्रेस ने आरडीएम का घेराव किया था, इसके अलावा राज्यपाल भवन के पास तक घुस आए थे, तो क्या कांग्रेस ने भी 19 बिन्दुओं का पालन किया था। कांग्रेस करे तो उसके लिए छूट और दूसरे करें तो उनके लिए सर्कुलर की बाध्यता है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार ने अपनी मांग के लिए प्रदर्शन करने वालों को आदतन अपराधी मान लिया है। सत्ता में आने से पहले यही कांग्रेस घूम-घूम कर लोगों से वादा करती थी और झोली फैलाकर वोटों की भीख मांग रही थी। आज उनकी आवाज भी छीनने का काम कर रही है। सरकार के इस तुगलकी आदेश के माध्यम से अभिव्यक्ति और प्रदर्शन का अधिकार का हनन हो रहा है। आज प्रदेश में किसान, युवा, शिक्षक, विद्यामितानों, पुलिस,बिजली कर्मी, महिलाओं, स्व.सहायता समूहों, निराश्रित, विधवा, परित्यक्ता सभी के साथ धोखा हुआ है सभी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। सरकार अपने वायदों को पूरा करने में और अपने दायित्वों से भाग रही है। उनकी आवाज को कुचलने के लिए सर्कुलर निकाल कर रोक रही है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार 15 दिन के अंदर यह तुगलकी आदेश वापस ले अन्यथा भाजपा जनता के साथ पूरे प्रदेश के जिला स्तर पर जेल भरो आंदोलन करेगी। हम किसी भी कीमत में लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का अधिकार नहीं देने देंगे।
रायपुर, 1मई। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार धरना, प्रदर्शन, आंदोलन को रोकने वाला सर्कुलर निकाल कर संविधान के प्रदत्त मूलभूत अधिकारों का हनन किया है। भूपेश सरकार 15 दिनों के अंदर इस काले सर्कुलर को वापस लें अन्यथा भारतीय जनता पार्टी पूरे राज्य स्तर पर जनता के सहयोग से जेल भरो आंदोलन चलाएगी और इस काले सर्कुलर को वापस लेने के लिए बाध्य करेगी।
श्री अग्रवाल आज एकात्म परिसर में वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहली स्वतंत्रता की लड़ाई अंग्रेजों से लड़ी गई थी, उसके बाद दूसरी स्वतंत्रता की लड़ाई इंदिरा गांधी की सरकार के समय में आपातकाल के विरुद्ध लड़ी गई थी, अब स्वतंत्रता की तीसरी लड़ाई छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के विरुद्ध लड़ी जाएगी।
श्री अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार ने 21 अप्रैल को सर्कुलर निकाल कर एक तरह से अघोषित आपातकाल घोषित कर दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार पूरी तरह अलोकतांत्रिक हो गई है। धरना, आंदोलन की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 19 बिन्दुओं पर सर्कुलर जारी किया गया है और उसे कठोरता से लागू करने को कहा गया है। इस सर्कुलर के अनुसार आंदोलन करने वालों को शपथ पत्र देना होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य, पेयजल और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी आंदोलनकारियों को करनी होगी। जबकि आंदोलनकारी जब अनुमति लेते हैं तो पेयजल और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि आंदोलन को कुचलने का काम कांग्रेस का नया कारनामा नहीं है इससे पूर्व राहुल गांधी के प्रवास के दौरान भी किसानों पर लाठी चार्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि इस सर्कुलर के जारी होने के बाद कांग्रेस ने आरडीएम का घेराव किया था, इसके अलावा राज्यपाल भवन के पास तक घुस आए थे, तो क्या कांग्रेस ने भी 19 बिन्दुओं का पालन किया था। कांग्रेस करे तो उसके लिए छूट और दूसरे करें तो उनके लिए सर्कुलर की बाध्यता है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार ने अपनी मांग के लिए प्रदर्शन करने वालों को आदतन अपराधी मान लिया है। सत्ता में आने से पहले यही कांग्रेस घूम-घूम कर लोगों से वादा करती थी और झोली फैलाकर वोटों की भीख मांग रही थी। आज उनकी आवाज भी छीनने का काम कर रही है। सरकार के इस तुगलकी आदेश के माध्यम से अभिव्यक्ति और प्रदर्शन का अधिकार का हनन हो रहा है। आज प्रदेश में किसान, युवा, शिक्षक, विद्यामितानों, पुलिस,बिजली कर्मी, महिलाओं, स्व.सहायता समूहों, निराश्रित, विधवा, परित्यक्ता सभी के साथ धोखा हुआ है सभी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। सरकार अपने वायदों को पूरा करने में और अपने दायित्वों से भाग रही है। उनकी आवाज को कुचलने के लिए सर्कुलर निकाल कर रोक रही है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार 15 दिन के अंदर यह तुगलकी आदेश वापस ले अन्यथा भाजपा जनता के साथ पूरे प्रदेश के जिला स्तर पर जेल भरो आंदोलन करेगी। हम किसी भी कीमत में लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का अधिकार नहीं देने देंगे।