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News Beijing:: चीन में जबरन लोगों को पकड़कर-लिटाकर हो रहा कोरोना टेस्ट:

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बीजिंग, चीन में लोग कोरोना वायरस से ज्यादा लॉकडाउन से डरे हुए हैं। शंघाई और अन्य शहरों से ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जो इसके सबूत हैं। ट्विटर पर ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोविड टेस्ट के लिए महिला को जमीन पर नीचे गिरा दिया गया है। जैसे ही वीडियो शुरू होता है, महिला एक टेस्ट सेंटर के फर्श पर लेटी हुई दिखाई दे रही है जिसके ऊपर एक पुरुष है। वह चिल्ला रही है और जबरदस्ती टेस्ट का विरोध करने की कोशिश कर रही है, लेकिन वह आदमी उसके हाथों को अपने घुटनों से दबा लेता है और उसे मजबूती से पकड़ लेता है।
इसके बाद जबरन ही महिला का मुंह खोला जाता है और तभी सूट पहने स्वास्थ्यकर्मी स्वाब सैंपल लेता है। मीडिया रिपोर्ट में वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है। इस वीडियो को इंटरनेट पर खूब शेयर किया जा रहा है। एक यूजर ने ट्वीट करके कहा कि यह कितना भयावह है। कैसे गरीब और कमजोर लोगों को अपने वश में किया जाता है। यह दुखद है, बिल्कुल असहनीय है।

ऐसे और भी वीडियो हुए वायरल
यूजर्स ने इस तरह के और भी वीडियो पोस्ट किए हैं, जिसमें चीनी स्वास्थ्य कर्मियों को अनिवार्य कोविड टेस्ट के लिए जबरदस्ती करते देखा जा सकता है। स्वास्थ्यकर्मी पिछले महीने एक बूढ़े व्यक्ति के घर में जबरन घुस गए थे और उसका कोविड टेस्ट किया। वीडियो को पहले चीन में ट्विटर के समकक्ष वीबो पर पोस्ट किया गया था, और फिर अन्य प्लेटफॉर्म पर भी शेयर होना शुरू हो गया। यह वीडियो किस स्थान पर लिया गया है, इसका पता नहीं है। लेकिन यह ऐसे समय में आया है जब शंघाई के निवासी एक महीने से अधिक समय से कड़े लॉकडाउन के दौर से गुजर रहे हैं।

बीजिंग में बड़े पैमाने पर चल रहा कोविड टेस्ट
एहतियात के तौर पर चीन की राजधानी बीजिंग में भी 40 से अधिक मेट्रो स्टेशनों, और 158 बस मार्गों को बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश निलंबित स्टेशन और मार्ग बीजिंग के प्रकोप के केंद्र चाओयांग जिले में हैं। बीजिंग के 16 जिलों में से बारह इस सप्ताह तीन में से दूसरे दौर का परीक्षण कर रहे हैं। पिछले सप्ताह तीन बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग की गई थी। इसके साथ ही बीजिंग में लोगों को घर से काम करने का निर्देश दिया गया है। बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलने की इजाजत मिल रही है।

 


बीजिंग, चीन में लोग कोरोना वायरस से ज्यादा लॉकडाउन से डरे हुए हैं। शंघाई और अन्य शहरों से ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जो इसके सबूत हैं। ट्विटर पर ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोविड टेस्ट के लिए महिला को जमीन पर नीचे गिरा दिया गया है। जैसे ही वीडियो शुरू होता है, महिला एक टेस्ट सेंटर के फर्श पर लेटी हुई दिखाई दे रही है जिसके ऊपर एक पुरुष है। वह चिल्ला रही है और जबरदस्ती टेस्ट का विरोध करने की कोशिश कर रही है, लेकिन वह आदमी उसके हाथों को अपने घुटनों से दबा लेता है और उसे मजबूती से पकड़ लेता है।
इसके बाद जबरन ही महिला का मुंह खोला जाता है और तभी सूट पहने स्वास्थ्यकर्मी स्वाब सैंपल लेता है। मीडिया रिपोर्ट में वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है। इस वीडियो को इंटरनेट पर खूब शेयर किया जा रहा है। एक यूजर ने ट्वीट करके कहा कि यह कितना भयावह है। कैसे गरीब और कमजोर लोगों को अपने वश में किया जाता है। यह दुखद है, बिल्कुल असहनीय है।

ऐसे और भी वीडियो हुए वायरल
यूजर्स ने इस तरह के और भी वीडियो पोस्ट किए हैं, जिसमें चीनी स्वास्थ्य कर्मियों को अनिवार्य कोविड टेस्ट के लिए जबरदस्ती करते देखा जा सकता है। स्वास्थ्यकर्मी पिछले महीने एक बूढ़े व्यक्ति के घर में जबरन घुस गए थे और उसका कोविड टेस्ट किया। वीडियो को पहले चीन में ट्विटर के समकक्ष वीबो पर पोस्ट किया गया था, और फिर अन्य प्लेटफॉर्म पर भी शेयर होना शुरू हो गया। यह वीडियो किस स्थान पर लिया गया है, इसका पता नहीं है। लेकिन यह ऐसे समय में आया है जब शंघाई के निवासी एक महीने से अधिक समय से कड़े लॉकडाउन के दौर से गुजर रहे हैं।

बीजिंग में बड़े पैमाने पर चल रहा कोविड टेस्ट
एहतियात के तौर पर चीन की राजधानी बीजिंग में भी 40 से अधिक मेट्रो स्टेशनों, और 158 बस मार्गों को बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश निलंबित स्टेशन और मार्ग बीजिंग के प्रकोप के केंद्र चाओयांग जिले में हैं। बीजिंग के 16 जिलों में से बारह इस सप्ताह तीन में से दूसरे दौर का परीक्षण कर रहे हैं। पिछले सप्ताह तीन बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग की गई थी। इसके साथ ही बीजिंग में लोगों को घर से काम करने का निर्देश दिया गया है। बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलने की इजाजत मिल रही है।

 


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