इस्लामाबाद/वांशिगटन. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी
बिलकान ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी से टेलीफोन पर
बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न आयामों पर विचार साझा किए।
पाकिस्तान में नयी सरकार बनने के बाद यह पहली इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता
है। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के, विपक्ष द्वारा पेश
किए अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उनकी सरकार को सत्ता से बाहर करने की
‘‘विदेशी साजिश’’ के पीछे अमेरिका का हाथ होने का आरोप लगाने के हफ्तों बाद
यह बातचीत हुई है। विदेश कार्यालय (एफओ) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा
कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बिलकान से टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान
बिलकान ने पदभार संभालने पर बिलावल को बधाई दी और परस्पर लाभकारी
पाकिस्तान-अमेरिकी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।
बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों के विभिन्न आयामों पर विचार
साझा किए गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लंबे समय से
व्यापक संबंध रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच परस्पर सम्मान
और परस्पर हितों पर आधारित, सार्थक और सतत रिश्ते क्षेत्र में तथा उससे
बाहर शांति, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अहम हैं। बिलावल ने कहा
कि पाकिस्तान की दूरदृष्टि मानवीय विकास, क्षेत्रीय संपर्क और पड़ोसी के
साथ शांतिपूर्वक रिश्तों पर केंद्रित है। विदेश विभाग के अनुसार, बिलकान ने
बातचीत में व्यापक आधार वाले द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की इच्छा
दोहरायी। उन्होंने अफगानिस्तान की स्थिरता और आतंकवाद से लड़ने के लिए
अमेरिका-पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता दोहरायी। दोनों नेताओं ने व्यापार,
निवेश, जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य और शिक्षा पर चल रही भागीदारी पर भी जोर
दिया। विदेश कार्यालय ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी से
निपटने में पाकिस्तान-अमेरिकी सहयोग का निर्माण करते हुए बिलकानने
पाकिस्तान को इस महीने वर्चुअल रूप से होने वाले दूसरे वैश्विक कोविड
सम्मेलन में आमंत्रित किया। अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को 18 मई को
न्यूयॉर्क में होने वाली, वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर मंत्री स्तरीय बैठक
में भाग लेने को भी आमंत्रित किया। दोनों नेता संपर्क में रहने और परस्पर
हित के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भागीदारी बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
पाकिस्तान में पिछले महीने नयी सरकार बनने के बाद से दोनों देशों के विदेश
मंत्रियों के बीच यह पहली वार्ता है।
इस्लामाबाद/वांशिगटन. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी
बिलकान ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी से टेलीफोन पर
बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न आयामों पर विचार साझा किए।
पाकिस्तान में नयी सरकार बनने के बाद यह पहली इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता
है। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के, विपक्ष द्वारा पेश
किए अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उनकी सरकार को सत्ता से बाहर करने की
‘‘विदेशी साजिश’’ के पीछे अमेरिका का हाथ होने का आरोप लगाने के हफ्तों बाद
यह बातचीत हुई है। विदेश कार्यालय (एफओ) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा
कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बिलकान से टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान
बिलकान ने पदभार संभालने पर बिलावल को बधाई दी और परस्पर लाभकारी
पाकिस्तान-अमेरिकी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।
बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों के विभिन्न आयामों पर विचार
साझा किए गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लंबे समय से
व्यापक संबंध रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच परस्पर सम्मान
और परस्पर हितों पर आधारित, सार्थक और सतत रिश्ते क्षेत्र में तथा उससे
बाहर शांति, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अहम हैं। बिलावल ने कहा
कि पाकिस्तान की दूरदृष्टि मानवीय विकास, क्षेत्रीय संपर्क और पड़ोसी के
साथ शांतिपूर्वक रिश्तों पर केंद्रित है। विदेश विभाग के अनुसार, बिलकान ने
बातचीत में व्यापक आधार वाले द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की इच्छा
दोहरायी। उन्होंने अफगानिस्तान की स्थिरता और आतंकवाद से लड़ने के लिए
अमेरिका-पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता दोहरायी। दोनों नेताओं ने व्यापार,
निवेश, जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य और शिक्षा पर चल रही भागीदारी पर भी जोर
दिया। विदेश कार्यालय ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी से
निपटने में पाकिस्तान-अमेरिकी सहयोग का निर्माण करते हुए बिलकानने
पाकिस्तान को इस महीने वर्चुअल रूप से होने वाले दूसरे वैश्विक कोविड
सम्मेलन में आमंत्रित किया। अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को 18 मई को
न्यूयॉर्क में होने वाली, वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर मंत्री स्तरीय बैठक
में भाग लेने को भी आमंत्रित किया। दोनों नेता संपर्क में रहने और परस्पर
हित के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भागीदारी बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
पाकिस्तान में पिछले महीने नयी सरकार बनने के बाद से दोनों देशों के विदेश
मंत्रियों के बीच यह पहली वार्ता है।