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डिलीवरी के बाद खिचड़ी खाने पर दिया जाता है जोर, अब डॉक्‍टर ने बताई सच बात :

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  1. प्रसव के बाद कुछ दिनों तक नई मांओं को हल्‍का खाना खाने की सलाह दी जाती है जिसमें खिचड़ी भी शामिल है। यहां एक्‍सपर्ट से जानिए कि डिलीवरी के बाद खिचड़ी डाइट लेना कितना सही रहता है और इसके क्‍या फायदे-नुकसान होते हैं। डिलीवरी के बाद खिचड़ी खाने की सलाह क्‍यों दी जाती है?
     डिलीवरी के बाद महिलाओं को सिर्फ और सिर्फ हेल्‍दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है। कुछ दिनों तक उन्‍हें बस हल्‍का खाना खिलाया जाता है क्‍योंकि उनका शरीर काफी कुछ सह चुका होता है और इस समय रिकवरी कर रहा होता है। डिलीवरी के बाद पाचन तंत्र को भी आराम की जरूरत होती है इसलिए नई मांओं को हल्‍का खाना ही खिलाने की सलाह दी जाती है।
    कई महिलाओं ने सुना होगा कि डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाना सही रहता है लेकिन उन्‍हें ये पता नहीं होता है कि ये सलाह क्‍यों दी जाती है और क्‍या डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाने से सच में कोई फायदा होता है।
    इस आर्टिकल में इसी बात पर चर्चा करेंगे कि प्रसव के तुरंत बाद खिचड़ी खानी चाहिए या नहीं और इससे क्‍या होता है। इसके साथ ही हम एक्‍सपर्ट की राय भी जानेंगे।
    क्‍या है जवाब
    एक्‍सपर्ट कहते हैं कि मेडिकल कारणों से तो आपको डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाना कोई जरूरी नहीं है लेकिन अगर आपको अपनी डाइट से भरपूर पोषण मिल रहा है, तो इस रिवाज को अपनाने में कोई नुकसान नहीं है।
    आगे जानते हैं कि प्रसव के बाद खिचड़ी खाने की सलाह क्‍यों दी जाती है और इसका शरीर पर क्‍या असर पड़ता है।
    ​क्‍या कहती हैं डॉक्‍टर

    नोएडा एक्‍सटेंशन के क्रिएशन वर्ल्‍ड आईवीएफ की मेडिकल डायरेक्‍टर डॉक्‍टर शुचि कालिया का कहना है कि डिलीवरी के बाद खिचड़ी डाइट पर जाना जरूरी नहीं है। इस समय हल्‍का आहार लेना जरूरी होता है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप खिचड़ी ही खाएं।
    ​क्‍यों खाते हैं खिचड़ी

    खिचड़ी में प्रोटीन बहुत ज्‍यादा होता है, ये आसानी से पच जाती है, दही के साथ खाने पर आंतें हेल्‍दी रहती हैं इसलिए डॉक्‍टर शुचि कहती हैं कि आप प्रसव के बाद खिचड़ी खा सकती हैं।
    ​शरीर पड़ जाता है कमजोर

    आमतौर पर माना जाता है कि डिलीवरी के बाद शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और इस समय वो बस हल्‍का खाना ही पचा सकता है। कई नई मांओं को घर के बड़े-बुजुर्ग प्रसव के कुछ दिनों बाद तक खिचड़ी डाइट पर रहने की सलाह देते हैं।
    ​खिचड़ी में क्‍या होता है

    सही तरीके से बनाई जाए जो खिचड़ी बहुत हेल्‍दी होती है और आसानी से पच जाती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स और कुछ प्रोटीन होते हैं। डिलीवरी के बाद पूरी तरह से रिकवर करने में कई तरह के पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है। ये पोषक तत्‍व ब्रेस्‍टमिल्‍क के जरिए बच्‍चे को मिलते हैं।
    ​कैसी रखें डाइट

    डॉक्‍टर शुचि कहती हैं कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को डाइट में हाई प्रोटीन लेना चाहिए। इस समय राजमा और उड़द की दाल न खिलाएं। सब्जियां, रोटी और दही को आहार में शामिल करें और एक लीटर दूध और 3 से 4 लीटर पानी पिएं।

  1. प्रसव के बाद कुछ दिनों तक नई मांओं को हल्‍का खाना खाने की सलाह दी जाती है जिसमें खिचड़ी भी शामिल है। यहां एक्‍सपर्ट से जानिए कि डिलीवरी के बाद खिचड़ी डाइट लेना कितना सही रहता है और इसके क्‍या फायदे-नुकसान होते हैं। डिलीवरी के बाद खिचड़ी खाने की सलाह क्‍यों दी जाती है?
     डिलीवरी के बाद महिलाओं को सिर्फ और सिर्फ हेल्‍दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है। कुछ दिनों तक उन्‍हें बस हल्‍का खाना खिलाया जाता है क्‍योंकि उनका शरीर काफी कुछ सह चुका होता है और इस समय रिकवरी कर रहा होता है। डिलीवरी के बाद पाचन तंत्र को भी आराम की जरूरत होती है इसलिए नई मांओं को हल्‍का खाना ही खिलाने की सलाह दी जाती है।
    कई महिलाओं ने सुना होगा कि डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाना सही रहता है लेकिन उन्‍हें ये पता नहीं होता है कि ये सलाह क्‍यों दी जाती है और क्‍या डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाने से सच में कोई फायदा होता है।
    इस आर्टिकल में इसी बात पर चर्चा करेंगे कि प्रसव के तुरंत बाद खिचड़ी खानी चाहिए या नहीं और इससे क्‍या होता है। इसके साथ ही हम एक्‍सपर्ट की राय भी जानेंगे।
    क्‍या है जवाब
    एक्‍सपर्ट कहते हैं कि मेडिकल कारणों से तो आपको डिलीवरी के तुरंत बाद खिचड़ी खाना कोई जरूरी नहीं है लेकिन अगर आपको अपनी डाइट से भरपूर पोषण मिल रहा है, तो इस रिवाज को अपनाने में कोई नुकसान नहीं है।
    आगे जानते हैं कि प्रसव के बाद खिचड़ी खाने की सलाह क्‍यों दी जाती है और इसका शरीर पर क्‍या असर पड़ता है।
    ​क्‍या कहती हैं डॉक्‍टर

    नोएडा एक्‍सटेंशन के क्रिएशन वर्ल्‍ड आईवीएफ की मेडिकल डायरेक्‍टर डॉक्‍टर शुचि कालिया का कहना है कि डिलीवरी के बाद खिचड़ी डाइट पर जाना जरूरी नहीं है। इस समय हल्‍का आहार लेना जरूरी होता है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप खिचड़ी ही खाएं।
    ​क्‍यों खाते हैं खिचड़ी

    खिचड़ी में प्रोटीन बहुत ज्‍यादा होता है, ये आसानी से पच जाती है, दही के साथ खाने पर आंतें हेल्‍दी रहती हैं इसलिए डॉक्‍टर शुचि कहती हैं कि आप प्रसव के बाद खिचड़ी खा सकती हैं।
    ​शरीर पड़ जाता है कमजोर

    आमतौर पर माना जाता है कि डिलीवरी के बाद शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और इस समय वो बस हल्‍का खाना ही पचा सकता है। कई नई मांओं को घर के बड़े-बुजुर्ग प्रसव के कुछ दिनों बाद तक खिचड़ी डाइट पर रहने की सलाह देते हैं।
    ​खिचड़ी में क्‍या होता है

    सही तरीके से बनाई जाए जो खिचड़ी बहुत हेल्‍दी होती है और आसानी से पच जाती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स और कुछ प्रोटीन होते हैं। डिलीवरी के बाद पूरी तरह से रिकवर करने में कई तरह के पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है। ये पोषक तत्‍व ब्रेस्‍टमिल्‍क के जरिए बच्‍चे को मिलते हैं।
    ​कैसी रखें डाइट

    डॉक्‍टर शुचि कहती हैं कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को डाइट में हाई प्रोटीन लेना चाहिए। इस समय राजमा और उड़द की दाल न खिलाएं। सब्जियां, रोटी और दही को आहार में शामिल करें और एक लीटर दूध और 3 से 4 लीटर पानी पिएं।

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