रायपुर । अच्छे अंक पाने के लिए
ट्यूशन या कोचिंग जरूरी नहीं है। आप अपनी मेहनत से भी सफलता हासिल कर सकते
हैं। यह कहना है 12वीं में 94.20 प्रतिशत अंक के साथ रायपुर जिले में अव्वल
रहीं वर्षा देवांगन का। खमतराई निवासी शिशु निकेतन इंग्लिश मीडियम हायर
सेकंडरी स्कूल की छात्रा वर्षा ने बताया कि पढ़ाई के दौरान एक ही सपना रहा,
प्रवीण्य सूची में स्थान पाना। 10वीं की परीक्षा में एक नंबर से पीछे रहने
के बाद उसी दिन तय कर लिया था कि 12वीं में प्रवीण्य सूची में आना है। रुचि
के अनुसार गणित विषय लिया और 11वीं से ही तैयारी शुरू कर दी थी। ट्यूशन न
जाकर घर में ही पढ़ाई का मन बनाया। गणित की तैयारी रात में और अन्य विषयों
की तैयारी दिन में करती थी।
देते हैं, वह मायने रखता है। इसलिए कभी भी पढ़ाई को घंटे में नहीं बांधा। जब
तक मन करता लगातार पढ़ती रहती थी। जो सवाल घर पर नहीं बनते थे, उनकी सूची
बनाकर स्कूल शिक्षक की मदद लेती थी या आनलाइन माध्यम से हल निकालती थी।
पढ़ाई पर फोकस, योजनाबद्ध तैयारी और मेहनत से यह मुकाम मिला है।
रायपुर । अच्छे अंक पाने के लिए
ट्यूशन या कोचिंग जरूरी नहीं है। आप अपनी मेहनत से भी सफलता हासिल कर सकते
हैं। यह कहना है 12वीं में 94.20 प्रतिशत अंक के साथ रायपुर जिले में अव्वल
रहीं वर्षा देवांगन का। खमतराई निवासी शिशु निकेतन इंग्लिश मीडियम हायर
सेकंडरी स्कूल की छात्रा वर्षा ने बताया कि पढ़ाई के दौरान एक ही सपना रहा,
प्रवीण्य सूची में स्थान पाना। 10वीं की परीक्षा में एक नंबर से पीछे रहने
के बाद उसी दिन तय कर लिया था कि 12वीं में प्रवीण्य सूची में आना है। रुचि
के अनुसार गणित विषय लिया और 11वीं से ही तैयारी शुरू कर दी थी। ट्यूशन न
जाकर घर में ही पढ़ाई का मन बनाया। गणित की तैयारी रात में और अन्य विषयों
की तैयारी दिन में करती थी।
देते हैं, वह मायने रखता है। इसलिए कभी भी पढ़ाई को घंटे में नहीं बांधा। जब
तक मन करता लगातार पढ़ती रहती थी। जो सवाल घर पर नहीं बनते थे, उनकी सूची
बनाकर स्कूल शिक्षक की मदद लेती थी या आनलाइन माध्यम से हल निकालती थी।
पढ़ाई पर फोकस, योजनाबद्ध तैयारी और मेहनत से यह मुकाम मिला है।