वाराणसी स्थित बहुचर्चित कथित ज्ञानवापी मस्जिद में वजू खाने को कोर्ट
के आदेश पर सील किए जाने को लेकर जारी विवाद के बीच अब मथुरा में भी शाही
ईदगाह मस्जिद को सील करने की मांग तेज हो गई है। मुथरा के सिविल जज सीनियर
डिवीजन की कोर्ट में एक वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने याचिका दायर करते हुए
शाही ईदगाह पर सुरक्षा बढ़ाए जाने और किसी के भी आने-जाने पर रोक लगाने के
साथ साथ सुरक्षा अधिकारी को नियुक्त करने की मांग की है।
दरगाह में हो सकते हैं कृष्ण जन्मभूमि के अवशेष
वकील
महेंद्र प्रताप ने अपनी याचिका में कहा है कि शादी ईदगाह मस्जिद परिसर में
असली कृष्ण जन्मभूमि के जो अवशेष हैं, अगर उनसे छेड़छाड़ हो गई तो संपत्ति
का चरित्र बदला ज सकता है। इस याचिका पर सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट
आज सुनवाई कर सकती है। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे पर न्यायालय द्वारा नियुक्त
विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने कहा है कि मैंने अपनी रिपोर्ट
तैयार कर दी है। समय के अंतर्गत रिपोर्ट को कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा।
अगर देरी होती है तो देखा जाएगा। वहीं दूसरी ओर असिस्टेंट कोर्ट कमिश्नर
अजय प्रताप सिंह ने कहा है कि हमारी रिपोर्ट 50% तक तैयार हो गई है।
रिपोर्ट पूरी तैयार नहीं है इसलिए आज कोर्ट में प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे।
हम कोर्ट में एप्लिकेशन देकर समय की मांग करेंगे। 2-3 दिन का समय मांगेंगे।
वाराणसी स्थित बहुचर्चित कथित ज्ञानवापी मस्जिद में वजू खाने को कोर्ट
के आदेश पर सील किए जाने को लेकर जारी विवाद के बीच अब मथुरा में भी शाही
ईदगाह मस्जिद को सील करने की मांग तेज हो गई है। मुथरा के सिविल जज सीनियर
डिवीजन की कोर्ट में एक वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने याचिका दायर करते हुए
शाही ईदगाह पर सुरक्षा बढ़ाए जाने और किसी के भी आने-जाने पर रोक लगाने के
साथ साथ सुरक्षा अधिकारी को नियुक्त करने की मांग की है।
दरगाह में हो सकते हैं कृष्ण जन्मभूमि के अवशेष
वकील
महेंद्र प्रताप ने अपनी याचिका में कहा है कि शादी ईदगाह मस्जिद परिसर में
असली कृष्ण जन्मभूमि के जो अवशेष हैं, अगर उनसे छेड़छाड़ हो गई तो संपत्ति
का चरित्र बदला ज सकता है। इस याचिका पर सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट
आज सुनवाई कर सकती है। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे पर न्यायालय द्वारा नियुक्त
विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने कहा है कि मैंने अपनी रिपोर्ट
तैयार कर दी है। समय के अंतर्गत रिपोर्ट को कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा।
अगर देरी होती है तो देखा जाएगा। वहीं दूसरी ओर असिस्टेंट कोर्ट कमिश्नर
अजय प्रताप सिंह ने कहा है कि हमारी रिपोर्ट 50% तक तैयार हो गई है।
रिपोर्ट पूरी तैयार नहीं है इसलिए आज कोर्ट में प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे।
हम कोर्ट में एप्लिकेशन देकर समय की मांग करेंगे। 2-3 दिन का समय मांगेंगे।