कहते हैं प्यार वही होता है जिसमें किसी तरह की कोई शर्त ना हो. जब सैफ
अली खान के पीछे अमृता दीवानी हुईं तो इस रिश्ते में ही कोई शर्त नहीं थी.
एक सुपरस्टार एक्ट्रेस स्ट्रगलर सैफ के प्यार में हर कसौटी पर गुजरने को
तैयार थीं.
सैफ अली खान और अमृता सिंह की लव स्टोरी
किसी फिल्म कहानी से कम नहीं थी. पहली मुलाकात से लेकर इनके अलग होने की तक
की दास्तां वाकई किसी हिंदी फिल्म की बेहतरीन स्क्रिप्ट की तरह रही. फर्क
था तो इतना कि स्क्रिप्ट को जब चाहे बदला जा सकता था लेकिन जिंदगी को
नहीं.
जब
दोनों पहली बार मिले तो इस मुलाकात में कुछ ऐसा हुआ कि सैफ अमृता पर मर
मिटे और अमृता भी सैफ को नोटिस करने से खुद को रोक नहीं पाई थीं और जब सैफ
अली खान ने पहल की तो बस बात बढ़ती ही चली गई.
उस
वक्त अमृता सैफ के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी. कामयाबी के सातवें
आसमान पर बैठीं अमृता ने अपने करियर तक को दांव पर लगाने में झिझक तक महसूस
नहीं की थी. दोनों ने छिपकर शादी कर ली थी लिहाज परिवार को ये रिश्ता
मानना पड़ा. शादी के बाद अमृता पूरी तरह बदल गईं.
बेहतरीन
फिल्मों में नजर आ चुकीं अमृता ने उस वक्त अपनी फिल्मों की संख्या घटा दी
थी वो धीरे-धीरे खुद को सिनेमा से दूर कर रही थीं जबकि सैफ अली खान का
करियर ग्राफ बढ़ने लगा था. देखते ही देखते अमृता पूरी तरह फिल्मी पर्दे से
नदारद हो गईं और सैफ छाने लगे.
ना
सिर्फ करियर बल्कि अमृता ने उस वक्त सैफ के लिए मां बनने तक की इच्छा को
भी दबा लिया था. एक इंटरव्यू में अमृता ने बताया था कि उस वक्त सैफ अपने
करियर पर फोकस कर रहे थे लिहाजा वो मां बनकर किसी तरह की जिम्मेदारी पति
सैफ पर नहीं डालना चाहती थीं.
लिहाजा
शादी के 5 साल बाद अमृता गर्भवती हुई थीं और 1995 में बेटी सारा अली खान
का जन्म हुआ. सारा की जिम्मेदारी सैफ और अमृता दोनों ने मिलकर संभाली थी.
आज सारा भी बॉलीवुड की चुलबुली एक्ट्रेस बन चुकी हैं जो धीरे-धीरे ही सही
लेकिन अपनी मंजिल की ओर बढ़ रही हैं.
कहते हैं प्यार वही होता है जिसमें किसी तरह की कोई शर्त ना हो. जब सैफ
अली खान के पीछे अमृता दीवानी हुईं तो इस रिश्ते में ही कोई शर्त नहीं थी.
एक सुपरस्टार एक्ट्रेस स्ट्रगलर सैफ के प्यार में हर कसौटी पर गुजरने को
तैयार थीं.
सैफ अली खान और अमृता सिंह की लव स्टोरी
किसी फिल्म कहानी से कम नहीं थी. पहली मुलाकात से लेकर इनके अलग होने की तक
की दास्तां वाकई किसी हिंदी फिल्म की बेहतरीन स्क्रिप्ट की तरह रही. फर्क
था तो इतना कि स्क्रिप्ट को जब चाहे बदला जा सकता था लेकिन जिंदगी को
नहीं.
जब
दोनों पहली बार मिले तो इस मुलाकात में कुछ ऐसा हुआ कि सैफ अमृता पर मर
मिटे और अमृता भी सैफ को नोटिस करने से खुद को रोक नहीं पाई थीं और जब सैफ
अली खान ने पहल की तो बस बात बढ़ती ही चली गई.
उस
वक्त अमृता सैफ के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी. कामयाबी के सातवें
आसमान पर बैठीं अमृता ने अपने करियर तक को दांव पर लगाने में झिझक तक महसूस
नहीं की थी. दोनों ने छिपकर शादी कर ली थी लिहाज परिवार को ये रिश्ता
मानना पड़ा. शादी के बाद अमृता पूरी तरह बदल गईं.
बेहतरीन
फिल्मों में नजर आ चुकीं अमृता ने उस वक्त अपनी फिल्मों की संख्या घटा दी
थी वो धीरे-धीरे खुद को सिनेमा से दूर कर रही थीं जबकि सैफ अली खान का
करियर ग्राफ बढ़ने लगा था. देखते ही देखते अमृता पूरी तरह फिल्मी पर्दे से
नदारद हो गईं और सैफ छाने लगे.
ना
सिर्फ करियर बल्कि अमृता ने उस वक्त सैफ के लिए मां बनने तक की इच्छा को
भी दबा लिया था. एक इंटरव्यू में अमृता ने बताया था कि उस वक्त सैफ अपने
करियर पर फोकस कर रहे थे लिहाजा वो मां बनकर किसी तरह की जिम्मेदारी पति
सैफ पर नहीं डालना चाहती थीं.
लिहाजा
शादी के 5 साल बाद अमृता गर्भवती हुई थीं और 1995 में बेटी सारा अली खान
का जन्म हुआ. सारा की जिम्मेदारी सैफ और अमृता दोनों ने मिलकर संभाली थी.
आज सारा भी बॉलीवुड की चुलबुली एक्ट्रेस बन चुकी हैं जो धीरे-धीरे ही सही
लेकिन अपनी मंजिल की ओर बढ़ रही हैं.