बृजमोहन ने स्मार्ट सिटी के टेण्डरो में खुले आम अनियमितता का मामला विधानसभा में उठाया:

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रायपुर/भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन
शर्मा ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा
खुलेआम अनियमितता व भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा मे उठाया। श्री
अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण में कहा कि नगरीय प्रशासन विभाग के संरक्षण में
रायपुर नगर निगम व रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड में नियमों एवं कानूनो से
परे खुलेआम अनियमितता की जा रहा है। रायपुर देवेन्द्र नगर स्थित देवेन्द्र
नगर गुरूजी चैक का सौन्दर्यीकरण व लैण्ड स्केपिंग और सड़क चैड़ीकरण का
उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों की उपस्थिति में नगर निगम
द्वारा 24 नवंबर 2020 को कराया गया। जबकि 17 नवंबर को इन कामों का टेण्डर
निकाला गया, 7 दिसंबर टेण्डर जमा करने की अंतिम तिथि थी और 10 दिसम्बर को
टेण्डर खोला जाना था। जब जमा ही नहीं हुए थे, टेण्डर खुला ही नहीं इस
स्थिति में मुख्यमंत्री द्वारा किन कार्यों का उद्घाटन करवाया गया। 


नगर
निगम ने बिना टेण्डर के ही करोड़ो के काम अपने चहेते ठेकेदारों से मोटी
कमीशन लेकर करवाया गया और उसका उद्घाटन भी करवा दिया गया। उसके बाद टेण्डर
की प्रक्रिया की जा रही है। इसी तरह रायपुर बुढ़ातालाब के सौन्दर्यीकरण के
नाम पर भी बिना टेण्डर के काम कराये गए। एक ही प्रवृत्ति के अनेक कार्यों
को छोटी-छोटी राशि का दर्शाकर बिना टेण्डर चहेतो को काम दिया गया है और
करोड़ो का भ्रष्टाचार किया गया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत व
नगरीय प्रशासन से मिले राशि का बिना टेण्डर दुररूपयोग किये जाने को लेकर
शहर के जनता के मन में शासन एवं प्रशासन के प्रति गहरा रोष एवं आक्रोश
व्याप्त है।

नगरीय
प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने अपने लिखित वक्तव्य में बताया कि सही नही है
कि नगरीय प्रशासन विभाग के संरक्षण में रायपुर नगर निगम व रायपुर स्मार्ट
सिटी लिमिटेड में नियमों एवं कानूनों से परे खुलआम अनियमितता की जा रही है।
देवेन्द्र नगर गुरूजी चैक सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन प्रदेश के माननीय
मुख्यमंत्री एवं माननीय मंत्रियों की उपस्थिति मंे नगर निगम द्वारा दिनांक
24 नवंबर 2020 को कराया गया है। देवेन्द्र नगर गुरूजी चैक सौंदर्यीकरण
अंतर्गत कुल 08 कार्यो हेतु निविदाएं जनवरी से अक्टूबर 2020 के मध्य
आमंत्रित की गई थी, जिसके कार्यादेश अप्रैल से नवम्बर 2020 के मध्य जारी
किए गए थे। उपरोक्त 08 कार्यो में से 07 कार्य पूर्ण हो चुके है एवं 01
कार्य प्रगतिरत् है। 
प्रश्नाधीन
स्थल के कार्य हेतु कोई भी निविदा 17 नवम्बर को प्रकाशित नहीं की गई। सही
नहीं है कि नगर निगम ने बिना टेण्डर के ही करोड़ो के काम अपने चहेते
ठेकेदारों से करवाया गया और उसका उद्घाटन भी करवा दिया गया। उसके बाद
टेण्डर की प्रक्रिया की जा रही है। सही नहीं है कि रायपुर बूढ़ातालाब के
सौंदर्यीकरण के नाम पर भी बिना टेंडर के काम कराये गये। बूढ़ातालाब
सौंदर्यीकरण के अंतर्गत अलग-अलग प्रकृति एवं स्पेसिफिकेशन के आधार पर कुल
10 कार्य शामिल थे। उक्त कार्यो के लिए पृथक-पृथक निविदाएं माह जून से
सितम्बर 2020 के मध्य जारी की गई एवं अंतिम कार्यादेश 02 नवम्बर 2020 को
जारी किया गया। उपरोक्त 10 कार्यो में से 07 कार्य पूर्ण है तथा 03 कार्य
प्रगति पर है। प्रत्येक कार्य हेतु प्रतिस्पर्धात्मक निविदा के माध्यम से
न्यूनतम दरदाता संस्थान को कार्यादेश जारी कर विहित प्रक्रिया का पालन किया
गया है। अतएव यह कथन भी सही नही है कि बिन टेण्डर के रायपुर स्मार्ट स्टिी
लिमिटेड के तहत् व नगरीय प्रशासन विकास विभाग से प्राप्त राशि का दुरूपयोग
किया गया है।



रायपुर/भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन
शर्मा ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा
खुलेआम अनियमितता व भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा मे उठाया। श्री
अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण में कहा कि नगरीय प्रशासन विभाग के संरक्षण में
रायपुर नगर निगम व रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड में नियमों एवं कानूनो से
परे खुलेआम अनियमितता की जा रहा है। रायपुर देवेन्द्र नगर स्थित देवेन्द्र
नगर गुरूजी चैक का सौन्दर्यीकरण व लैण्ड स्केपिंग और सड़क चैड़ीकरण का
उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों की उपस्थिति में नगर निगम
द्वारा 24 नवंबर 2020 को कराया गया। जबकि 17 नवंबर को इन कामों का टेण्डर
निकाला गया, 7 दिसंबर टेण्डर जमा करने की अंतिम तिथि थी और 10 दिसम्बर को
टेण्डर खोला जाना था। जब जमा ही नहीं हुए थे, टेण्डर खुला ही नहीं इस
स्थिति में मुख्यमंत्री द्वारा किन कार्यों का उद्घाटन करवाया गया। 


नगर
निगम ने बिना टेण्डर के ही करोड़ो के काम अपने चहेते ठेकेदारों से मोटी
कमीशन लेकर करवाया गया और उसका उद्घाटन भी करवा दिया गया। उसके बाद टेण्डर
की प्रक्रिया की जा रही है। इसी तरह रायपुर बुढ़ातालाब के सौन्दर्यीकरण के
नाम पर भी बिना टेण्डर के काम कराये गए। एक ही प्रवृत्ति के अनेक कार्यों
को छोटी-छोटी राशि का दर्शाकर बिना टेण्डर चहेतो को काम दिया गया है और
करोड़ो का भ्रष्टाचार किया गया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत व
नगरीय प्रशासन से मिले राशि का बिना टेण्डर दुररूपयोग किये जाने को लेकर
शहर के जनता के मन में शासन एवं प्रशासन के प्रति गहरा रोष एवं आक्रोश
व्याप्त है।

नगरीय
प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने अपने लिखित वक्तव्य में बताया कि सही नही है
कि नगरीय प्रशासन विभाग के संरक्षण में रायपुर नगर निगम व रायपुर स्मार्ट
सिटी लिमिटेड में नियमों एवं कानूनों से परे खुलआम अनियमितता की जा रही है।
देवेन्द्र नगर गुरूजी चैक सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन प्रदेश के माननीय
मुख्यमंत्री एवं माननीय मंत्रियों की उपस्थिति मंे नगर निगम द्वारा दिनांक
24 नवंबर 2020 को कराया गया है। देवेन्द्र नगर गुरूजी चैक सौंदर्यीकरण
अंतर्गत कुल 08 कार्यो हेतु निविदाएं जनवरी से अक्टूबर 2020 के मध्य
आमंत्रित की गई थी, जिसके कार्यादेश अप्रैल से नवम्बर 2020 के मध्य जारी
किए गए थे। उपरोक्त 08 कार्यो में से 07 कार्य पूर्ण हो चुके है एवं 01
कार्य प्रगतिरत् है। 
प्रश्नाधीन
स्थल के कार्य हेतु कोई भी निविदा 17 नवम्बर को प्रकाशित नहीं की गई। सही
नहीं है कि नगर निगम ने बिना टेण्डर के ही करोड़ो के काम अपने चहेते
ठेकेदारों से करवाया गया और उसका उद्घाटन भी करवा दिया गया। उसके बाद
टेण्डर की प्रक्रिया की जा रही है। सही नहीं है कि रायपुर बूढ़ातालाब के
सौंदर्यीकरण के नाम पर भी बिना टेंडर के काम कराये गये। बूढ़ातालाब
सौंदर्यीकरण के अंतर्गत अलग-अलग प्रकृति एवं स्पेसिफिकेशन के आधार पर कुल
10 कार्य शामिल थे। उक्त कार्यो के लिए पृथक-पृथक निविदाएं माह जून से
सितम्बर 2020 के मध्य जारी की गई एवं अंतिम कार्यादेश 02 नवम्बर 2020 को
जारी किया गया। उपरोक्त 10 कार्यो में से 07 कार्य पूर्ण है तथा 03 कार्य
प्रगति पर है। प्रत्येक कार्य हेतु प्रतिस्पर्धात्मक निविदा के माध्यम से
न्यूनतम दरदाता संस्थान को कार्यादेश जारी कर विहित प्रक्रिया का पालन किया
गया है। अतएव यह कथन भी सही नही है कि बिन टेण्डर के रायपुर स्मार्ट स्टिी
लिमिटेड के तहत् व नगरीय प्रशासन विकास विभाग से प्राप्त राशि का दुरूपयोग
किया गया है।


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