रायपुर :: ईओडब्ल्यू /एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेते महासमुंद जिले के दो बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। पकड़े गए महिला सहित दोनों आरोपी पशु चिकित्सा सेवाएं कार्यालय महासमुंद में पदस्थ है। दोनों आरोपी 40 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए है।
ईओडब्ल्यू-एसीबी छत्तीसगढ़ रायपुर के निदेशक आरिफ एच. शेख के निर्देशन में एसपी पंकज चन्द्रा के नेतृत्व में एसीबी यूनिट रायपुर की टीम ने आज कार्यवाही कर अवैध पारितोषिक की मांग करने वाले सरिता त्रिपाठी सहायक ग्रेड-1, उमाशंकर गुप्ता सहायक ग्रेड-2, कार्यालय उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाए महासमुंद को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
प्रार्थिया ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी कि प्रार्थिया के सेवानिवृत्त होने के पश्चात् उनके पेंशन तथा जीपीएफ निकालने के एवज में कार्यालय उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं जिला महासमुद छ.ग. में पदस्थ सरिता त्रिपाठी और उमाशंकर गुप्ता द्वारा द्वितीय किस्त के रूप में 40,000 रूपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। इससे पहले 57,000 रूपये पहले ही लिया जा चुका था। प्रार्थिया और आरोपियों के बीच 40,000 रूपये देने की सहमति बनी। शिकायत की जांच होने के बाद आज 12 अक्टूबर को प्राथिया से मांगी गई रिश्वत की रकम 40,000 रूपये लेते सरिता त्रिपाठी और उमाशंकर गुप्ता को कार्यालय मे रंगे हाथ पकड़ा गया।आरोपियों के विरूद्ध धारा-7(क), 12 भ्र0नि0अधि0 1988 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनके विरूद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
रायपुर :: ईओडब्ल्यू /एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेते महासमुंद जिले के दो बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। पकड़े गए महिला सहित दोनों आरोपी पशु चिकित्सा सेवाएं कार्यालय महासमुंद में पदस्थ है। दोनों आरोपी 40 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए है।
ईओडब्ल्यू-एसीबी छत्तीसगढ़ रायपुर के निदेशक आरिफ एच. शेख के निर्देशन में एसपी पंकज चन्द्रा के नेतृत्व में एसीबी यूनिट रायपुर की टीम ने आज कार्यवाही कर अवैध पारितोषिक की मांग करने वाले सरिता त्रिपाठी सहायक ग्रेड-1, उमाशंकर गुप्ता सहायक ग्रेड-2, कार्यालय उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाए महासमुंद को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
प्रार्थिया ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी कि प्रार्थिया के सेवानिवृत्त होने के पश्चात् उनके पेंशन तथा जीपीएफ निकालने के एवज में कार्यालय उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं जिला महासमुद छ.ग. में पदस्थ सरिता त्रिपाठी और उमाशंकर गुप्ता द्वारा द्वितीय किस्त के रूप में 40,000 रूपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। इससे पहले 57,000 रूपये पहले ही लिया जा चुका था। प्रार्थिया और आरोपियों के बीच 40,000 रूपये देने की सहमति बनी। शिकायत की जांच होने के बाद आज 12 अक्टूबर को प्राथिया से मांगी गई रिश्वत की रकम 40,000 रूपये लेते सरिता त्रिपाठी और उमाशंकर गुप्ता को कार्यालय मे रंगे हाथ पकड़ा गया।आरोपियों के विरूद्ध धारा-7(क), 12 भ्र0नि0अधि0 1988 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनके विरूद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।