रायगढ़ : 165
केसीसी खाता धारकों के खातों में छेड़खानी कर 3.57 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी
में सहयोगी रहे महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा
गया है.जानकारी के मुताबिक दिनांक 20.07.2022 को थाना कोतरारोड़ में
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा, किरोड़ीमल नगर के प्रभारी शाखा प्रबंधक
संदीप ठाकुर ने बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा पर बैंक के गेट, तिजोरी और FRFC की चाबी, बैंक
का मोबाइल हैंड सेट, सिम लेकर फरार हो जाने का लिखित आवेदन देकर रिपोर्ट
दर्ज कराई गई थी.
कौन है आरोपी : बैंक
में राहुल कुमार शर्मा निवासी न्यू गोविंद नगर गली नं. 05 एफ रामगंज
अजमेर राजस्थान दिनांक 31.11.2021 से 18.07.2022 तक शाखा प्रबंधक के रूप
में तैनात था. दिनांक 18.07.2022 को राहुल कुमार शर्मा बैंक के मेन गेट की
चाबी, तिजोरी एवं एफआरएफसी की चाबी, बैंक का मोबाइल हैंड सेट सिम लेकर
कहीं फरार हो गया था. बाद में तिजोरी की डुप्लीकेट चाबी मंगवा कर सेफ खोला
गया और पंचनामा तैयार कराया गया. सेफ में खाता धारक होमेश्वर पटेल, बीना
शर्मा का गोल्ड लोन के गोल्ड पैकेट कीमती 14,2206 रूपये नहीं थे. जिसे शाखा
प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा के द्वारा आपराधिक षडयंत्र कर बैंक से निकालकर
लेकर फरार होना पाया गया. घटना के लिखित आवेदन पर राहुल कुमार शर्मा पर
अपराध पंजीबद्ध किया गया.
थाना
प्रभारी कोतरारोड उपनिरीक्षक गिरधारी साव ने ग्रामीण बैंक जांच की रिपोर्ट
जब्त की . जिसमें 165 केसीसी खाता धारकों के खातों में अनियमितता एवं
कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने अपने दोस्त
हरिप्रिया के खाते में केसीसी खाता धारकों के खातों से करीब 30 लाख रुपए
ट्रांसफर किए . साथ ही पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने किरोड़ीमल के
किओस्क शाखा चलाने वाले राहुल कुमार मेहता के खाते में ग्रामीण बैंक के
खाता नंबर को केसीसी खाता धारकों के खाते से ट्रांसफर कर रूपये भेजना भी
पाया गया. पूर्व शाखा प्रबंधक के कहने पर राहुल मेहता सभी रकम को राहुल
कुमार शर्मा की मां वीणा शर्मा के अजमेर खाते में ट्रांसफर किया करता था.
इस प्रकार पूर्व शाखा प्रबंधक आरोपी राहुल कुमार शर्मा ने अन्य खाताधारकों
से मिलकर आपसी षड्यंत्र कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 165 केसीसी
खाताधारकों के खातों से छेड़खानी कर अनाधिकृत लेनदेन करते हुए 3 करोड़ 57
लाख 13100 रुपए की धोखाधड़ी की. प्रकरण में धारा 419, 420, 467, 468, 471,
120-बी IPC जोड़ा गया है.
कोतरारोड
पुलिस द्वारा अब तक 110 केसीसी खाता धारकों का कथन लिया गया. दो ऐसे खाता
धारक जिनकी मृत्यु हो जाने के बाद भी उनके खाते से रुपए निकाले गए है.
दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया. प्रकरण की संदेही के. हरिप्रिया को
हिरासत में लेने कोतरारोड पुलिस ने रायपुर में दबिश दी. जिसके विशाखापटनम
फरार हो जाने पर पुलिस टीम वापस आ गई. टीम वापस रायपुर जाकर संदेही के.
हरिप्रिया और उसकी मां टीएमके वीना को थाने लाया गया.टीएमके वीना ने पूछताछ
में बताया कि वह न ही कभी ग्रामीण बैंक किरोड़ीमलनगर आई है न ही खाता
खोलने को लेकर किसी से संपर्क किया है.बैंक दस्तावेज में हस्ताक्षर को भी
अपना नहीं बताया.
संदेही
के. हरिप्रिया ने बताया कि पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा और वह
दोनों पहले एक साथ रायपुर में काम कर रहे थे. दोनों अच्छे दोस्त हैं. राहुल
शर्मा ट्रांसफर होकर ग्रामीण बैंक किरोड़ीमलनगर का शाखा प्रबंधक हो गया.
जिसे मकान किराए पर लेने के लिए उसने अपनी मां का आधार कार्ड दिया था.
जिसका दोनों ने मिलकर दुरूपयोग किया.इतना ही नहीं के हरिप्रिया और पूर्व
शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने कई फर्जी गोल्ड लोन तैयार कर के. हरिप्रिया के
ग्रामीण बैंक, एचडीएफसी बैंक एवं केनरा बैंक के खातों में लगभग 30 लाख
रुपए जमा किया. जो राहुल शर्मा के कहने पर के. हरिप्रिया ने उसके मां के
खाते में ट्रांसफर किया .जिसके बाद आरोपिया के. हरी प्रिया को गिरफ्तार कर
रिमांड पर भेजा गया.
इसी क्रम में किरोड़ीमलनगर के राहुल
कुमार मेहता को हिरासत में लिया गया. आरोपी राहुल कुमार मेहता ने बताया कि
पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा उसके कियोस्क शाखा एवं बचत खाता में सप्ताह
15 दिन में शेयर मार्केट में पैसा लगा रहा हूं कहकर 20000 से 25000
ट्रांसफर करता था. आरोपी राहुल कुमार मेहता अपने खाते से वीना शर्मा के
पंजाब नेशनल बैंक खाते में 27 लाख रुपए ट्रांसफर किया है. जिसके बाद आरोपी
को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
पुलिस
की विवेचना में उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर बैंक में 12 केसीसी खाता
धारक, 2 स्टाफ के खाता धारक के दस्तावेज, 2 स्वर्ण आभूषण, ऋण पैकेट शाखा
में नहीं मिले. वहीं पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा, कियोस्क शाखा के
राहुल मेहता और के हरिप्रिया के साथ ही कई अन्य लोगों के अपराध में
संलिप्तता के सबूत मिले हैं.कोतरारोड पुलिस फरार आरोपी राहुल कुमार शर्मा
(पूर्व शाखा प्रबंधक) की पतासाजी में लगी है, साथ ही अन्य खाता धारकों की
संलिप्तता पर सूक्ष्मता से जांच कर रही है.
रायगढ़ : 165
केसीसी खाता धारकों के खातों में छेड़खानी कर 3.57 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी
में सहयोगी रहे महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा
गया है.जानकारी के मुताबिक दिनांक 20.07.2022 को थाना कोतरारोड़ में
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा, किरोड़ीमल नगर के प्रभारी शाखा प्रबंधक
संदीप ठाकुर ने बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा पर बैंक के गेट, तिजोरी और FRFC की चाबी, बैंक
का मोबाइल हैंड सेट, सिम लेकर फरार हो जाने का लिखित आवेदन देकर रिपोर्ट
दर्ज कराई गई थी.
कौन है आरोपी : बैंक
में राहुल कुमार शर्मा निवासी न्यू गोविंद नगर गली नं. 05 एफ रामगंज
अजमेर राजस्थान दिनांक 31.11.2021 से 18.07.2022 तक शाखा प्रबंधक के रूप
में तैनात था. दिनांक 18.07.2022 को राहुल कुमार शर्मा बैंक के मेन गेट की
चाबी, तिजोरी एवं एफआरएफसी की चाबी, बैंक का मोबाइल हैंड सेट सिम लेकर
कहीं फरार हो गया था. बाद में तिजोरी की डुप्लीकेट चाबी मंगवा कर सेफ खोला
गया और पंचनामा तैयार कराया गया. सेफ में खाता धारक होमेश्वर पटेल, बीना
शर्मा का गोल्ड लोन के गोल्ड पैकेट कीमती 14,2206 रूपये नहीं थे. जिसे शाखा
प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा के द्वारा आपराधिक षडयंत्र कर बैंक से निकालकर
लेकर फरार होना पाया गया. घटना के लिखित आवेदन पर राहुल कुमार शर्मा पर
अपराध पंजीबद्ध किया गया.
थाना
प्रभारी कोतरारोड उपनिरीक्षक गिरधारी साव ने ग्रामीण बैंक जांच की रिपोर्ट
जब्त की . जिसमें 165 केसीसी खाता धारकों के खातों में अनियमितता एवं
कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने अपने दोस्त
हरिप्रिया के खाते में केसीसी खाता धारकों के खातों से करीब 30 लाख रुपए
ट्रांसफर किए . साथ ही पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने किरोड़ीमल के
किओस्क शाखा चलाने वाले राहुल कुमार मेहता के खाते में ग्रामीण बैंक के
खाता नंबर को केसीसी खाता धारकों के खाते से ट्रांसफर कर रूपये भेजना भी
पाया गया. पूर्व शाखा प्रबंधक के कहने पर राहुल मेहता सभी रकम को राहुल
कुमार शर्मा की मां वीणा शर्मा के अजमेर खाते में ट्रांसफर किया करता था.
इस प्रकार पूर्व शाखा प्रबंधक आरोपी राहुल कुमार शर्मा ने अन्य खाताधारकों
से मिलकर आपसी षड्यंत्र कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 165 केसीसी
खाताधारकों के खातों से छेड़खानी कर अनाधिकृत लेनदेन करते हुए 3 करोड़ 57
लाख 13100 रुपए की धोखाधड़ी की. प्रकरण में धारा 419, 420, 467, 468, 471,
120-बी IPC जोड़ा गया है.
कोतरारोड
पुलिस द्वारा अब तक 110 केसीसी खाता धारकों का कथन लिया गया. दो ऐसे खाता
धारक जिनकी मृत्यु हो जाने के बाद भी उनके खाते से रुपए निकाले गए है.
दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया. प्रकरण की संदेही के. हरिप्रिया को
हिरासत में लेने कोतरारोड पुलिस ने रायपुर में दबिश दी. जिसके विशाखापटनम
फरार हो जाने पर पुलिस टीम वापस आ गई. टीम वापस रायपुर जाकर संदेही के.
हरिप्रिया और उसकी मां टीएमके वीना को थाने लाया गया.टीएमके वीना ने पूछताछ
में बताया कि वह न ही कभी ग्रामीण बैंक किरोड़ीमलनगर आई है न ही खाता
खोलने को लेकर किसी से संपर्क किया है.बैंक दस्तावेज में हस्ताक्षर को भी
अपना नहीं बताया.
संदेही
के. हरिप्रिया ने बताया कि पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा और वह
दोनों पहले एक साथ रायपुर में काम कर रहे थे. दोनों अच्छे दोस्त हैं. राहुल
शर्मा ट्रांसफर होकर ग्रामीण बैंक किरोड़ीमलनगर का शाखा प्रबंधक हो गया.
जिसे मकान किराए पर लेने के लिए उसने अपनी मां का आधार कार्ड दिया था.
जिसका दोनों ने मिलकर दुरूपयोग किया.इतना ही नहीं के हरिप्रिया और पूर्व
शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा ने कई फर्जी गोल्ड लोन तैयार कर के. हरिप्रिया के
ग्रामीण बैंक, एचडीएफसी बैंक एवं केनरा बैंक के खातों में लगभग 30 लाख
रुपए जमा किया. जो राहुल शर्मा के कहने पर के. हरिप्रिया ने उसके मां के
खाते में ट्रांसफर किया .जिसके बाद आरोपिया के. हरी प्रिया को गिरफ्तार कर
रिमांड पर भेजा गया.
इसी क्रम में किरोड़ीमलनगर के राहुल
कुमार मेहता को हिरासत में लिया गया. आरोपी राहुल कुमार मेहता ने बताया कि
पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा उसके कियोस्क शाखा एवं बचत खाता में सप्ताह
15 दिन में शेयर मार्केट में पैसा लगा रहा हूं कहकर 20000 से 25000
ट्रांसफर करता था. आरोपी राहुल कुमार मेहता अपने खाते से वीना शर्मा के
पंजाब नेशनल बैंक खाते में 27 लाख रुपए ट्रांसफर किया है. जिसके बाद आरोपी
को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
पुलिस
की विवेचना में उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर बैंक में 12 केसीसी खाता
धारक, 2 स्टाफ के खाता धारक के दस्तावेज, 2 स्वर्ण आभूषण, ऋण पैकेट शाखा
में नहीं मिले. वहीं पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा, कियोस्क शाखा के
राहुल मेहता और के हरिप्रिया के साथ ही कई अन्य लोगों के अपराध में
संलिप्तता के सबूत मिले हैं.कोतरारोड पुलिस फरार आरोपी राहुल कुमार शर्मा
(पूर्व शाखा प्रबंधक) की पतासाजी में लगी है, साथ ही अन्य खाता धारकों की
संलिप्तता पर सूक्ष्मता से जांच कर रही है.