कोर्ट में महिला ने पति का कॉलर पकड़ा, घंटो चला ड्रामा :

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मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ कोर्ट के बाहर सोमवार को पति पत्नी का ड्रामा
देखने मिला. पिछले कई सालों से अलग रह रहे पति पत्नी जब कोर्ट के बाहर मिले
तो भिड़ गए. पति का कॉलर पकड़कर पत्नी बच्चे के भरण पोषण के लिए पैसे
मांगने लगी. इस पर पति कहा चुप रहने वाला था. उसने बच्चे को वापस देने को
कहा. इस पर पत्नी और भड़क गई. सड़क पर काफी देर हंगामा करने के बाद दोनों
कोतवाली थाने पहुंचे. जहां दोनों का बयान दर्ज किया गया. सड़क पर हुए इस
घरेलू ड्रामा का वीडियो पत्नी ने भी बनाया.

जानकारी के मुताबिक सोहन
धीर और उसकी पत्नी के बीच घरेलू विवाद चल रहा है. मामला चिरमिरी कोर्ट में
विचाराधीन है. पत्नी शशि ने बताया कि "काउंसलिंग के दौरान मजिस्ट्रेट मैडम
ने पति पत्नी को साथ रहने के लिए कहा, लेकिन पति सोहन ने ये कहते हुए मना
कर दिया कि उसने दूसरी शादी कर ली है और उसका एक बच्चा भी है. लिहाजा वो
उसे अपने साथ नहीं ले जा सकता. इस पर मजिस्ट्रेट मैडम ने हर महीने 1000
रुपये बच्चे के भरण पोषण के लिए देने को कहा फिर भी पति पैसे नहीं दे रहा
है. सात साल से पति ने छोड़ दिया है. बच्चे को मैं ही पाल रही हूं.

कोतवाली
थाने में पहुंचे पति ने बताया " कोर्ट के बाहर मुझसे झगड़ा करने लगी. मेरे
कपड़े फाड़ दी. चिरमिरी कोर्ट में केस करके जो भी दहेज का सामान था उसे
वापस ले गई है. बच्चे के भरण पोषण के लिए केस की है. मुझसे पैसे मांग रही
है. कोर्ट में केस चल रहा है. इसका फैसला कोर्ट ही करेगी.


मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ कोर्ट के बाहर सोमवार को पति पत्नी का ड्रामा
देखने मिला. पिछले कई सालों से अलग रह रहे पति पत्नी जब कोर्ट के बाहर मिले
तो भिड़ गए. पति का कॉलर पकड़कर पत्नी बच्चे के भरण पोषण के लिए पैसे
मांगने लगी. इस पर पति कहा चुप रहने वाला था. उसने बच्चे को वापस देने को
कहा. इस पर पत्नी और भड़क गई. सड़क पर काफी देर हंगामा करने के बाद दोनों
कोतवाली थाने पहुंचे. जहां दोनों का बयान दर्ज किया गया. सड़क पर हुए इस
घरेलू ड्रामा का वीडियो पत्नी ने भी बनाया.

जानकारी के मुताबिक सोहन
धीर और उसकी पत्नी के बीच घरेलू विवाद चल रहा है. मामला चिरमिरी कोर्ट में
विचाराधीन है. पत्नी शशि ने बताया कि "काउंसलिंग के दौरान मजिस्ट्रेट मैडम
ने पति पत्नी को साथ रहने के लिए कहा, लेकिन पति सोहन ने ये कहते हुए मना
कर दिया कि उसने दूसरी शादी कर ली है और उसका एक बच्चा भी है. लिहाजा वो
उसे अपने साथ नहीं ले जा सकता. इस पर मजिस्ट्रेट मैडम ने हर महीने 1000
रुपये बच्चे के भरण पोषण के लिए देने को कहा फिर भी पति पैसे नहीं दे रहा
है. सात साल से पति ने छोड़ दिया है. बच्चे को मैं ही पाल रही हूं.

कोतवाली
थाने में पहुंचे पति ने बताया " कोर्ट के बाहर मुझसे झगड़ा करने लगी. मेरे
कपड़े फाड़ दी. चिरमिरी कोर्ट में केस करके जो भी दहेज का सामान था उसे
वापस ले गई है. बच्चे के भरण पोषण के लिए केस की है. मुझसे पैसे मांग रही
है. कोर्ट में केस चल रहा है. इसका फैसला कोर्ट ही करेगी.


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