कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए
हिंदुजा समूह ने सबसे बड़ी बोली लगाई है। सूत्रों के मुताबिक लेंडर्स को
हैरान करते हुए हिंदुजा समूह ने रिलायंस कैपिटल की संपत्ति के लिए 9000
करोड़ की पेशकश की है। इससे पहले उच्चतम बोली 8640 करोड़ की थी, जो टोरेंट
समूह ने लगाई थी।
एडवांस कैश कितना: सूत्रों के मुताबिक इंडसइंड
इंटरनेशनल होल्डिंग्स के नेतृत्व में हिंदुजा समूह ने रिलायंस कैपिटल के
लिए 8800 करोड़ की एडवांस कैश की पेशकश की है, जो अहमदाबाद स्थित टोरेंट
समूह द्वारा पेश किए गए 4000 करोड़ से काफी अधिक है।
फंस सकता है पेंच: एक सूत्र ने बताया कि अगर
ऋणदाता हिंदुजा समूह की पेशकश पर सहमत होते हैं, तो टोरेंट इसे अदालत में
चुनौती दे सकता है। ऐसे में समाधान प्रक्रिया में और देरी हो सकती है।
सूत्र के मुताबिक हिंदुजा समूह की बोली समयसीमा से बाहर है। हालांकि, इस पर
हिंदुजा और टोरेंट के प्रवक्ताओं ने आधिकारिक तौर पर कोई जवाब नहीं दिया
है। आपको बता दें कि ओकट्री और कोस्मिया-पिरामल कंसोर्टियम अंतिम समय में
बोली की दौड़ से हट गए थे।
कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए
हिंदुजा समूह ने सबसे बड़ी बोली लगाई है। सूत्रों के मुताबिक लेंडर्स को
हैरान करते हुए हिंदुजा समूह ने रिलायंस कैपिटल की संपत्ति के लिए 9000
करोड़ की पेशकश की है। इससे पहले उच्चतम बोली 8640 करोड़ की थी, जो टोरेंट
समूह ने लगाई थी।
एडवांस कैश कितना: सूत्रों के मुताबिक इंडसइंड
इंटरनेशनल होल्डिंग्स के नेतृत्व में हिंदुजा समूह ने रिलायंस कैपिटल के
लिए 8800 करोड़ की एडवांस कैश की पेशकश की है, जो अहमदाबाद स्थित टोरेंट
समूह द्वारा पेश किए गए 4000 करोड़ से काफी अधिक है।
फंस सकता है पेंच: एक सूत्र ने बताया कि अगर
ऋणदाता हिंदुजा समूह की पेशकश पर सहमत होते हैं, तो टोरेंट इसे अदालत में
चुनौती दे सकता है। ऐसे में समाधान प्रक्रिया में और देरी हो सकती है।
सूत्र के मुताबिक हिंदुजा समूह की बोली समयसीमा से बाहर है। हालांकि, इस पर
हिंदुजा और टोरेंट के प्रवक्ताओं ने आधिकारिक तौर पर कोई जवाब नहीं दिया
है। आपको बता दें कि ओकट्री और कोस्मिया-पिरामल कंसोर्टियम अंतिम समय में
बोली की दौड़ से हट गए थे।