खबरीलाल न्यूज़
Yogasana: योगा करने के पीछे कई कारण होते हैं.
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए भी योगा की जाती है.
कई ऐसी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हैं जिनसे निजात पाने के लिए योगा (Yoga)
का सहारा लिया जा सकता है. योगा अधिकतर उतनी मुश्किल नहीं होती जितना हम
उसे समझ लेते हैं. इसी का एक अच्छा उदाहरण है बालासन. इस आसन को देखकर आप
भी कहेंगे कि यह तो बिल्कुल बच्चों का खेल है. बालासन (Balasana) को
इंग्लिश में चाइल्ड्स पोज (Child's Pose) कहते हैं और हिंदी में सरल भाषा
में इसका अर्थ बच्चों का आसन कहा जा सकता है. बालासन करना बेहद आसान है और
इससे शरीर को की अलग-अलग फायदे मिलते हैं जिनमें पीठ दर्द और कमर दर्द से
छुटकारा भी शामिल है.
बालासन करने के फायदे
बालासन
करने के फायदे जानने से पहले इसे करने का तरीका भी समझ लीजिए. बालासन करने
के लिए पैरों को पीछे की तरफ मोड़ते हुए बैठें. आपके पंजे सपाट जमीन पर
होने चाहिए. अपने दोनों घुटनों को आपस में चिपकाकर ना रखें. दोनों घुटनों
के बीच आपके शरीर की मोटाई जितना स्पेस होना चाहिए. इसके बाद अपने हाथों को
और शरीर को सामने की तरफ लाएं. माथा नीचे जमीन पर लगा हुआ होना चाहिए.
दोनों हथेलियों को सामने फैलाकर जमीन पर रखें. इस पोज को होल्ड करें और
गहरी सांस लें. कुछ देर शरीर को इसी आसन में रखें और फिर सामान्य पोजीशन
में बैठ जाएं. इस आसन का असर आपको पीछ, कमर और पेट (Stomach) में भी महसूस
होगा.
रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव
बालासन करने पर रीढ़ की हड्डी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस आसन से
रीढ़ की हड्डी खिंचती है जिससे आराम महसूस होता है. इसके अलावा रीढ़ की
हड्डी पर रोजाना जो प्रेशर पड़ता है वो भी कम होता है.
कमर के दर्द से राहत
लोअर बैक यानी कमर के निचले हिस्से पर जरूरत से ज्यादा टेंशन बिल्ड होने
लगती है. इससे कमरदर्द (Back Pain) की दिक्कत बढ़ती है. ऐसे में बालासन
करने पर कमर को राहत मिलती है. इस पोज से हल्की स्ट्रेचिंग भी हो जाती है.
इसके अलावा कमर की हड्डी की जकड़न भी ठीक होती है.
पाचन होता है बेहतर
पेट
और पेट से जुड़ी दिक्कतों से निजात पाने के लिए भी बालासन किया जा सकता
है. इस योगासन से पाचन बेहतर होता है, पाचन प्रक्रिया को सुचारू होने में
मदद मिलती है और बालासन के दौरान गहरी सांस लेने से पेट अंदर-बाहर होता है
जिससे पेट की एक तरह से मसाज हो जाती है.
तनाव से मिलता है छुटकारा
बालासन योगा को दिमाग शांत करने वाली योगा के रूप में देखा जाता है. इस
योगासन से तनाव (Tension) से मुक्ति मिलती है और शरीर रिलैक्स महसूस कर
पाता है. अगर आप दिनभर की थकान के बाद घर लौटे हैं और खुदको तनाव से घिरा
हुआ महसूस कर रहे हैं तो कुछ देर बालासन करें. आपको आराम महसूस होने लगेगा.
खबरीलाल न्यूज़
Yogasana: योगा करने के पीछे कई कारण होते हैं.
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए भी योगा की जाती है.
कई ऐसी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हैं जिनसे निजात पाने के लिए योगा (Yoga)
का सहारा लिया जा सकता है. योगा अधिकतर उतनी मुश्किल नहीं होती जितना हम
उसे समझ लेते हैं. इसी का एक अच्छा उदाहरण है बालासन. इस आसन को देखकर आप
भी कहेंगे कि यह तो बिल्कुल बच्चों का खेल है. बालासन (Balasana) को
इंग्लिश में चाइल्ड्स पोज (Child's Pose) कहते हैं और हिंदी में सरल भाषा
में इसका अर्थ बच्चों का आसन कहा जा सकता है. बालासन करना बेहद आसान है और
इससे शरीर को की अलग-अलग फायदे मिलते हैं जिनमें पीठ दर्द और कमर दर्द से
छुटकारा भी शामिल है.
बालासन करने के फायदे
बालासन
करने के फायदे जानने से पहले इसे करने का तरीका भी समझ लीजिए. बालासन करने
के लिए पैरों को पीछे की तरफ मोड़ते हुए बैठें. आपके पंजे सपाट जमीन पर
होने चाहिए. अपने दोनों घुटनों को आपस में चिपकाकर ना रखें. दोनों घुटनों
के बीच आपके शरीर की मोटाई जितना स्पेस होना चाहिए. इसके बाद अपने हाथों को
और शरीर को सामने की तरफ लाएं. माथा नीचे जमीन पर लगा हुआ होना चाहिए.
दोनों हथेलियों को सामने फैलाकर जमीन पर रखें. इस पोज को होल्ड करें और
गहरी सांस लें. कुछ देर शरीर को इसी आसन में रखें और फिर सामान्य पोजीशन
में बैठ जाएं. इस आसन का असर आपको पीछ, कमर और पेट (Stomach) में भी महसूस
होगा.
रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव
बालासन करने पर रीढ़ की हड्डी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस आसन से
रीढ़ की हड्डी खिंचती है जिससे आराम महसूस होता है. इसके अलावा रीढ़ की
हड्डी पर रोजाना जो प्रेशर पड़ता है वो भी कम होता है.
कमर के दर्द से राहत
लोअर बैक यानी कमर के निचले हिस्से पर जरूरत से ज्यादा टेंशन बिल्ड होने
लगती है. इससे कमरदर्द (Back Pain) की दिक्कत बढ़ती है. ऐसे में बालासन
करने पर कमर को राहत मिलती है. इस पोज से हल्की स्ट्रेचिंग भी हो जाती है.
इसके अलावा कमर की हड्डी की जकड़न भी ठीक होती है.
पाचन होता है बेहतर
पेट
और पेट से जुड़ी दिक्कतों से निजात पाने के लिए भी बालासन किया जा सकता
है. इस योगासन से पाचन बेहतर होता है, पाचन प्रक्रिया को सुचारू होने में
मदद मिलती है और बालासन के दौरान गहरी सांस लेने से पेट अंदर-बाहर होता है
जिससे पेट की एक तरह से मसाज हो जाती है.
तनाव से मिलता है छुटकारा
बालासन योगा को दिमाग शांत करने वाली योगा के रूप में देखा जाता है. इस
योगासन से तनाव (Tension) से मुक्ति मिलती है और शरीर रिलैक्स महसूस कर
पाता है. अगर आप दिनभर की थकान के बाद घर लौटे हैं और खुदको तनाव से घिरा
हुआ महसूस कर रहे हैं तो कुछ देर बालासन करें. आपको आराम महसूस होने लगेगा.