आबकारी मंत्री लखमा का पं धीरेंद्र शास्त्री को चैलेन्ज:

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बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को धर्मांतरण संबंधी उनके एक बयान पर छत्तीसगढ़ के मंत्री ने चैलेंज दिया है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में धर्मांतरण के मामले नहीं बढ़े हैं। अगर पंडित धीरेंद्र शास्त्री इसे साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो उन्हें पंडिताई छोड़नी होगी।

दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री अभी रायपुर में हैं। वे यहां रामकथा करने पहुंचे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दावा किया था, कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। उन्होंने बस्तर का जिक्र किया था और कहा था कि वहां के सनातन हिंदुओं को दूसरे धर्म में जाने देने से रोकना होगा। इसके बाद बस्तर के नेता और राज्य सरकार में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने उन्हें बस्तर चलने और इसे साबित करने कहा। लखमा ने तो यहां तक कह दिया कि बाबा को कैसे पता चला, क्या उन्हें सपना आया था।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- सनातनियों में एकता नहीं है ; धीरेंद्र शास्त्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा धर्मांतरण रोकने के लिए जगह-जगह पर हम कथा कर रहे हैं। सॉफ्ट कॉर्नर वाले लोग, जो बहुत ही भोले-भाले लोग हैं, उन पर मिशनरी वाले लोग अटैक कर के लालच देकर धर्मांतरण करा रहे हैं। इसलिए उनके बीच जाकर कथा करने का संकल्प लिया है। साथ ही बहुत सारे लोगों की हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई है।

धीरेंद्र ने कहा, ‘ये सब प्रायोजित लोग हैं। सनातनियों की एकता नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है। अभी हिंदू जागना प्रारंभ हुए हैं, इसका परिणाम ये है जो भी सनातन विरोधी कार्य कर रहे है, उनको मुंह की खानी पड़ रही है।’ इसके अलावा उन्होंने अंधविश्वास उन्मूलन समिति के चुनौती के आरोप पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा है रायपुर में उनका स्वागत है, उनके किराए हम देंगे। सारी चुनौती हमें स्वीकार है।


बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को धर्मांतरण संबंधी उनके एक बयान पर छत्तीसगढ़ के मंत्री ने चैलेंज दिया है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में धर्मांतरण के मामले नहीं बढ़े हैं। अगर पंडित धीरेंद्र शास्त्री इसे साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो उन्हें पंडिताई छोड़नी होगी।

दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री अभी रायपुर में हैं। वे यहां रामकथा करने पहुंचे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दावा किया था, कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। उन्होंने बस्तर का जिक्र किया था और कहा था कि वहां के सनातन हिंदुओं को दूसरे धर्म में जाने देने से रोकना होगा। इसके बाद बस्तर के नेता और राज्य सरकार में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने उन्हें बस्तर चलने और इसे साबित करने कहा। लखमा ने तो यहां तक कह दिया कि बाबा को कैसे पता चला, क्या उन्हें सपना आया था।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- सनातनियों में एकता नहीं है ; धीरेंद्र शास्त्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा धर्मांतरण रोकने के लिए जगह-जगह पर हम कथा कर रहे हैं। सॉफ्ट कॉर्नर वाले लोग, जो बहुत ही भोले-भाले लोग हैं, उन पर मिशनरी वाले लोग अटैक कर के लालच देकर धर्मांतरण करा रहे हैं। इसलिए उनके बीच जाकर कथा करने का संकल्प लिया है। साथ ही बहुत सारे लोगों की हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई है।

धीरेंद्र ने कहा, ‘ये सब प्रायोजित लोग हैं। सनातनियों की एकता नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है। अभी हिंदू जागना प्रारंभ हुए हैं, इसका परिणाम ये है जो भी सनातन विरोधी कार्य कर रहे है, उनको मुंह की खानी पड़ रही है।’ इसके अलावा उन्होंने अंधविश्वास उन्मूलन समिति के चुनौती के आरोप पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा है रायपुर में उनका स्वागत है, उनके किराए हम देंगे। सारी चुनौती हमें स्वीकार है।


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