मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना (Morena) में एक
मुस्लिम शख्स ने परिवार समेत इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म को अपनाया
है। साथ ही हनुमान जी मंदिर पर जाकर सेवा करने का भी संकल्प लिया है।
विधि-विधान से उसका धर्म परिवर्तन कराया गया।
दरअसल, अंबाह क्षेत्र के खड़ियार गांव के सलीम खान ने घर वापसी करते हुए
हिंदू धर्म को अपनाया है। अब उसका नया नाम बाबा सुखराम दास रखा है। धर्म
बदलने के लिए खड़ियार गांव के कोंडर वाले हनुमान जी मंदिर में एक कार्यक्रम
आयोजित किया गया, जहां विधि विधान से सलीम युवक ने हिंदू धर्म को अपनाया।
गंगाजल छिड़कर कर उसका शुद्धिकरण किया गया।
सलीम खान ने बताया कि उनके दिल में इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म अपनाने का
ख्याल आया और अपने आध्यात्मिक गुरु महुरी देवस्थान के महंत श्री श्री 1108
रामखिलावन दास महाराज से आज्ञा लेकर उसने हिंदू धर्म स्वीकार किया है। सलीम
ने बताया कि वह 7 महीने से मंदिर की सेवा कर रहा है। उन्होंने अपने
इस्लामिक परिवार में पत्नी, 4 बच्चे और 6 नातियों सहित मुस्लिम परिवार को
त्याग दिया है।
सलीम का कहना है कि मुस्लिम समाज में ‘भाई-बहन’ से शादी हो जाती है, लेकिन
हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं है, इसके साथ ही तीन तलाक भी मुस्लिम समाज में
समस्या बनी हुई है। जिससे काफी लोग परेशान हैं। इन सभी बातों को लेकर
मुस्लिम धर्म को छोड़कर उसने हिंदू धर्म को अपनाया है।
श्री 1108 रामखिलावन दास महाराज ने सलीम को गुरु दीक्षा दी। इस दौरान अखंड
रामायण पाठ व भंडारे का भी आयोजन करने का संकल्प लिया गया है। इस आयोजन में
कई सनातन धर्म के साधु-महात्मा भी उपस्थित रहे।
मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना (Morena) में एक
मुस्लिम शख्स ने परिवार समेत इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म को अपनाया
है। साथ ही हनुमान जी मंदिर पर जाकर सेवा करने का भी संकल्प लिया है।
विधि-विधान से उसका धर्म परिवर्तन कराया गया।
दरअसल, अंबाह क्षेत्र के खड़ियार गांव के सलीम खान ने घर वापसी करते हुए
हिंदू धर्म को अपनाया है। अब उसका नया नाम बाबा सुखराम दास रखा है। धर्म
बदलने के लिए खड़ियार गांव के कोंडर वाले हनुमान जी मंदिर में एक कार्यक्रम
आयोजित किया गया, जहां विधि विधान से सलीम युवक ने हिंदू धर्म को अपनाया।
गंगाजल छिड़कर कर उसका शुद्धिकरण किया गया।
सलीम खान ने बताया कि उनके दिल में इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म अपनाने का
ख्याल आया और अपने आध्यात्मिक गुरु महुरी देवस्थान के महंत श्री श्री 1108
रामखिलावन दास महाराज से आज्ञा लेकर उसने हिंदू धर्म स्वीकार किया है। सलीम
ने बताया कि वह 7 महीने से मंदिर की सेवा कर रहा है। उन्होंने अपने
इस्लामिक परिवार में पत्नी, 4 बच्चे और 6 नातियों सहित मुस्लिम परिवार को
त्याग दिया है।
सलीम का कहना है कि मुस्लिम समाज में ‘भाई-बहन’ से शादी हो जाती है, लेकिन
हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं है, इसके साथ ही तीन तलाक भी मुस्लिम समाज में
समस्या बनी हुई है। जिससे काफी लोग परेशान हैं। इन सभी बातों को लेकर
मुस्लिम धर्म को छोड़कर उसने हिंदू धर्म को अपनाया है।
श्री 1108 रामखिलावन दास महाराज ने सलीम को गुरु दीक्षा दी। इस दौरान अखंड
रामायण पाठ व भंडारे का भी आयोजन करने का संकल्प लिया गया है। इस आयोजन में
कई सनातन धर्म के साधु-महात्मा भी उपस्थित रहे।