खेल post authorJournalist खबरीलाल Wednesday ,January 25,2023

हॉकी विश्वकप में जापान को हराकर आलोचनाओं से बचना चाहेगी इंडिया टीम:

post

एक समय पूरी दुनिया पर राज करने वाली भारतीय हॉकी टीम
गुरुवार को बदनामी से बचने के लिए मैदान पर उतरेगी. ओड़िशा में जारी हॉकी
विश्वकप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने में नाकाम भारतीय टीम गुरुवार को
जापान के खिलाफ 9वें से 16वें स्थान के क्लॉफिकेशन मैच को जीतकर बदनामी से
बचना चाहेगी. मेजबान टीम क्वार्टर फाइनल में भी अपनी जगह नहीं बना सकी.
जिसके बाद उसे आलोचनाओं की शिकार होना पड़ रहा है. भारतीय टीम को पुरुष
हॉकी विश्व कप में सबसे खराब स्थान से बचने के लिए जापान को हर हालत में
हराना होगा.

जापान एशियन गेम्स 2018 की स्वर्ण पदक विजेता टीम है. राउरकेला के बिरसा
मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम में जापान और भारत के बीच होने वाले इस मैच
में मेजबान टीम की हार का मतलब उसको 13वें से 16वें स्थान के क्लॉफिकेशन
मैच की ओर धकेल सकती है. बता दें कि, अब तक खेले गए पिछले 14 विश्वकप में
भारत का सबसे खराब प्रदर्शन लंदन में 1986 में रहा था. टीम उस विश्वकप में
12वें और आखिरी स्थान पर रही थी.



भारत अपने देश में लगातार दूसरी बार आयोजित हॉकी विश्वकप के अंतिम-8 में
जगह बनाने से चूक गई. हालांकि, इस विश्वकप में 16 टीमें हिस्सा ले रही
हैं. जापान से हारने के बावजूद भारत भले ही सबसे आखिरी स्थान पर नहीं रहे.
लेकिन 12वें स्थान से आगे खिसक जाएगा जो उसका सबसे खराब प्रदर्शन होगा.
जापान को हराने के लिए भारत को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम को बढ़त हासिल करने के बाद
विपक्षी टीम को वापसी का मौका देने से बचना होगा.


एक समय पूरी दुनिया पर राज करने वाली भारतीय हॉकी टीम
गुरुवार को बदनामी से बचने के लिए मैदान पर उतरेगी. ओड़िशा में जारी हॉकी
विश्वकप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने में नाकाम भारतीय टीम गुरुवार को
जापान के खिलाफ 9वें से 16वें स्थान के क्लॉफिकेशन मैच को जीतकर बदनामी से
बचना चाहेगी. मेजबान टीम क्वार्टर फाइनल में भी अपनी जगह नहीं बना सकी.
जिसके बाद उसे आलोचनाओं की शिकार होना पड़ रहा है. भारतीय टीम को पुरुष
हॉकी विश्व कप में सबसे खराब स्थान से बचने के लिए जापान को हर हालत में
हराना होगा.

जापान एशियन गेम्स 2018 की स्वर्ण पदक विजेता टीम है. राउरकेला के बिरसा
मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम में जापान और भारत के बीच होने वाले इस मैच
में मेजबान टीम की हार का मतलब उसको 13वें से 16वें स्थान के क्लॉफिकेशन
मैच की ओर धकेल सकती है. बता दें कि, अब तक खेले गए पिछले 14 विश्वकप में
भारत का सबसे खराब प्रदर्शन लंदन में 1986 में रहा था. टीम उस विश्वकप में
12वें और आखिरी स्थान पर रही थी.



भारत अपने देश में लगातार दूसरी बार आयोजित हॉकी विश्वकप के अंतिम-8 में
जगह बनाने से चूक गई. हालांकि, इस विश्वकप में 16 टीमें हिस्सा ले रही
हैं. जापान से हारने के बावजूद भारत भले ही सबसे आखिरी स्थान पर नहीं रहे.
लेकिन 12वें स्थान से आगे खिसक जाएगा जो उसका सबसे खराब प्रदर्शन होगा.
जापान को हराने के लिए भारत को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम को बढ़त हासिल करने के बाद
विपक्षी टीम को वापसी का मौका देने से बचना होगा.


...
...
...
...
...
...
...
...