प्राइवेट
पार्ट्स की हाईजीन मेनटेन रखना बेहद जरूरी है। हालांकि कई बार ये
कन्फ्यूजन रहता है कि प्यूबिक हेयर रिमूव करने का सेफ और बेस्ट तरीका क्या
है। कई बार एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हेयर हमें इन्फेक्शंस से बचाते हैं।
हालांकि सफाई रखना भी जरूरी है। बात अगर जेनाइटल्स जैसे सेंसिटिव पार्ट की
हो तो सावधानी जरूरी है। यहां जानें कौन सा तरीका बेहतर है।
प्यूबिक
हेयर रिमूव करना ये पर्सनल चॉइस पर निर्भर करता है। इसका तरीका भी लोग
अपनी सुविधा के हिसाब से चुनते हैं। पॉप्युलर तरीकों में ट्रिमिंग, हेयर
रिमूवल क्रीम, शेविंग और वैक्सिंग हैं।
हेयर
रिमूविंग के लिए वैक्सिंग से काफी दर्द हो सकता है लेकिन इससे हेयरग्रोथ
वापस आने में वक्त लगता है। वैक्सिंग में बाल जड़ से निकलते हैं। अगर आपकी
स्किन सेंसिटिव है तो इससे बचना चाहिए। वैक्सिंग के वक्त भी हाईजीन का
प्रॉपर ध्यान रखें।
हेयर
रिमूविंग क्रीम इस्तेमाल करने में दर्द नहीं होता लेकिन कई एक्सपर्ट्स
मानते हैं कि इसके केमिकल्स काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप ये तरीका
इस्तेमाल करते हैं तो बेहद सावधानी के साथ करें। फ्रीक्वेंटली हेयर
रिमूविंग क्रीम का इस्तेमाल जेनाइटल्स पर न करें। कोशिश करें ये तरीका
आखिरी ऑप्शंस में रखें।
प्यूबिक
हेयर रिमूविंग के लिए शेविंग भी पॉप्युलर तरीका है। यह काफी कम पेनफुल
होता है बस इससे आपको कट वगैरह का डर लगता है। अगर आप ये तरीका अपनाते हैं
तो इस्तेमाल से पहले रेजर को डिसइन्फेक्ट जरूर करें। स्किन को टाइट करके
खींचें और आराम से शेव करें।
प्यूबिक
हेयर रिमूविंग के लिए एक्सपर्ट्स ट्रिमिंग को बेस्ट मानते हैं। कैंची सीधे
आपकी त्वचा पर टच नहीं करती इसलिए कट और इन्फेक्शन का खतरा कम रहता है।
हालांकि इस्तेमाल करने से पहले कैंची को भी स्टरलाइज करें।
वैसे
कुछ रिसर्च पर यकीन किया जाए तो प्यूबिक हेयर प्राइवेट पार्ट्स को कई तरह
के इन्फेक्शन से बचाते हैं। इसलिए इनको पूरी तरह हटाने से बेहतर है ट्रिम
करना। वहीं पूरे शरीर की तरह जेनाइटल्स की साफ-सफाई भी जरूरी है। हालांकि
ज्यादा खुश्बूदार साबुन के बजाय माइल्ड सोप और गुनगुने पानी का इस्तेमाल
बेस्ट है।
प्राइवेट
पार्ट्स की हाईजीन मेनटेन रखना बेहद जरूरी है। हालांकि कई बार ये
कन्फ्यूजन रहता है कि प्यूबिक हेयर रिमूव करने का सेफ और बेस्ट तरीका क्या
है। कई बार एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हेयर हमें इन्फेक्शंस से बचाते हैं।
हालांकि सफाई रखना भी जरूरी है। बात अगर जेनाइटल्स जैसे सेंसिटिव पार्ट की
हो तो सावधानी जरूरी है। यहां जानें कौन सा तरीका बेहतर है।
प्यूबिक
हेयर रिमूव करना ये पर्सनल चॉइस पर निर्भर करता है। इसका तरीका भी लोग
अपनी सुविधा के हिसाब से चुनते हैं। पॉप्युलर तरीकों में ट्रिमिंग, हेयर
रिमूवल क्रीम, शेविंग और वैक्सिंग हैं।
हेयर
रिमूविंग के लिए वैक्सिंग से काफी दर्द हो सकता है लेकिन इससे हेयरग्रोथ
वापस आने में वक्त लगता है। वैक्सिंग में बाल जड़ से निकलते हैं। अगर आपकी
स्किन सेंसिटिव है तो इससे बचना चाहिए। वैक्सिंग के वक्त भी हाईजीन का
प्रॉपर ध्यान रखें।
हेयर
रिमूविंग क्रीम इस्तेमाल करने में दर्द नहीं होता लेकिन कई एक्सपर्ट्स
मानते हैं कि इसके केमिकल्स काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप ये तरीका
इस्तेमाल करते हैं तो बेहद सावधानी के साथ करें। फ्रीक्वेंटली हेयर
रिमूविंग क्रीम का इस्तेमाल जेनाइटल्स पर न करें। कोशिश करें ये तरीका
आखिरी ऑप्शंस में रखें।
प्यूबिक
हेयर रिमूविंग के लिए शेविंग भी पॉप्युलर तरीका है। यह काफी कम पेनफुल
होता है बस इससे आपको कट वगैरह का डर लगता है। अगर आप ये तरीका अपनाते हैं
तो इस्तेमाल से पहले रेजर को डिसइन्फेक्ट जरूर करें। स्किन को टाइट करके
खींचें और आराम से शेव करें।
प्यूबिक
हेयर रिमूविंग के लिए एक्सपर्ट्स ट्रिमिंग को बेस्ट मानते हैं। कैंची सीधे
आपकी त्वचा पर टच नहीं करती इसलिए कट और इन्फेक्शन का खतरा कम रहता है।
हालांकि इस्तेमाल करने से पहले कैंची को भी स्टरलाइज करें।
वैसे
कुछ रिसर्च पर यकीन किया जाए तो प्यूबिक हेयर प्राइवेट पार्ट्स को कई तरह
के इन्फेक्शन से बचाते हैं। इसलिए इनको पूरी तरह हटाने से बेहतर है ट्रिम
करना। वहीं पूरे शरीर की तरह जेनाइटल्स की साफ-सफाई भी जरूरी है। हालांकि
ज्यादा खुश्बूदार साबुन के बजाय माइल्ड सोप और गुनगुने पानी का इस्तेमाल
बेस्ट है।