आयुर्वेद के मुताबिक न करें खाने से जुड़ी ये 5 गलतियां:

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आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हों या हेल्दी लाइफस्टाइल के चलते, डायटिंग करने में तब तक कोई नुकसान नहीं है जब तक इसे एक हद में किया जाए।

कभी-कभी हमें इस बात का अहसास नहीं होता कि अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा चेंज करके हम लंबे वक्त तक हेल्दी रह सकते हैं। आयुर्वेद में कई जांची-परखी गाइडलाइन्स हैं जिनसे हम खाना खाने का सही समय क्या है, सही बॉडी पॉश्चर और यहां तक कि किस चीज के साथ क्या खाना है, ये सब जान सकते हैं।

अगर आप भी हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं और फिट रहना चाहते हैं तो आपके लिए कुछ कारगर टिप्स हैं।


खड़े होकर खाना-पीना
कई बार जल्दबाजी और टीवी वगैरह देखने के चक्कर में हम खड़े होकर खाना खाने लगते हैं। यह बहुत ही अनहेल्दी है। आयुर्वेद के मुताबिक खाने को आराम से मजे लेकर खाना चाहिए। जब आप खड़े होकर खाते हैं तो डाइजेशन की प्रक्रिया रुक जाती है। इसलिए खाते वक्त सही पॉश्चर होना बेहद जरूरी है, इसके अलावा पानी भी कभी खड़े होकर न पिएं।

हाथ न धोना
आयुर्वेद में साफ-सफाई को काफी महत्व दिया गया है। खाने से पहले हाथ धोना बेहद जरूरी है। इसलिए अगर आप जल्दबाजी में सिर्फ पानी से हाथ धोकर खाने बैठ जाते हैं तो अब अच्छी तरह से हाथों को सैनिटाइज करके या हैंडवॉश से धोकर ही खाना खाएं।


ठंडा पानी पीना
गर्मियों में हम सभी को ठंडा पानी पीने का मन करता है। ऐसा करने से आपकी प्यास भी नहीं बुझती साथ ही आपके शरीर के तापमान को अचानक झटका मिलता है। इससे गैस्ट्रिक जूस का फ्लो बंद हो जाता है। आयुर्वेद के हिसाब से पानी कमरे के तापमान पर होना चाहिए और धीरे-धीरे पीना चाहिए ताकि शरीर के हर अंग तक पहुंच सके।


खाने का गलत कॉम्बिनेशन लेना
सही डायट के लिए कुछ फूड कॉम्बिनेशंस हैं जिन्हें लेने से बचना चाहिए। इनसे शरीर का वात, पित्त और कफ बैलेंस बिगड़ जाता है। ऐसे ही कुछ गलत कॉम्बिनेशंस हैं- शहद के साथ घी, खरबूजे या केले के साथ दूध, अंडे के साथ फल वहीं खीरे के साथ नींबू भी नुकसान करता है।

पर्याप्त मात्रा में फैट न लेना
लोग सोचते हैं कि हेल्दी डायट लेनी है तो सबसे पहले इससे फैट हटा देना चाहिए हालांकि यह सच नहीं है। आयुर्वेद के मुताबिक शरीर को कुछ फैट्स की भी जरूरत होती है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो फैट बिलकुल छोड़ने के बजाय अपने लिए सही फैट चुनें।



आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हों या हेल्दी लाइफस्टाइल के चलते, डायटिंग करने में तब तक कोई नुकसान नहीं है जब तक इसे एक हद में किया जाए।

कभी-कभी हमें इस बात का अहसास नहीं होता कि अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा चेंज करके हम लंबे वक्त तक हेल्दी रह सकते हैं। आयुर्वेद में कई जांची-परखी गाइडलाइन्स हैं जिनसे हम खाना खाने का सही समय क्या है, सही बॉडी पॉश्चर और यहां तक कि किस चीज के साथ क्या खाना है, ये सब जान सकते हैं।

अगर आप भी हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं और फिट रहना चाहते हैं तो आपके लिए कुछ कारगर टिप्स हैं।


खड़े होकर खाना-पीना
कई बार जल्दबाजी और टीवी वगैरह देखने के चक्कर में हम खड़े होकर खाना खाने लगते हैं। यह बहुत ही अनहेल्दी है। आयुर्वेद के मुताबिक खाने को आराम से मजे लेकर खाना चाहिए। जब आप खड़े होकर खाते हैं तो डाइजेशन की प्रक्रिया रुक जाती है। इसलिए खाते वक्त सही पॉश्चर होना बेहद जरूरी है, इसके अलावा पानी भी कभी खड़े होकर न पिएं।

हाथ न धोना
आयुर्वेद में साफ-सफाई को काफी महत्व दिया गया है। खाने से पहले हाथ धोना बेहद जरूरी है। इसलिए अगर आप जल्दबाजी में सिर्फ पानी से हाथ धोकर खाने बैठ जाते हैं तो अब अच्छी तरह से हाथों को सैनिटाइज करके या हैंडवॉश से धोकर ही खाना खाएं।


ठंडा पानी पीना
गर्मियों में हम सभी को ठंडा पानी पीने का मन करता है। ऐसा करने से आपकी प्यास भी नहीं बुझती साथ ही आपके शरीर के तापमान को अचानक झटका मिलता है। इससे गैस्ट्रिक जूस का फ्लो बंद हो जाता है। आयुर्वेद के हिसाब से पानी कमरे के तापमान पर होना चाहिए और धीरे-धीरे पीना चाहिए ताकि शरीर के हर अंग तक पहुंच सके।


खाने का गलत कॉम्बिनेशन लेना
सही डायट के लिए कुछ फूड कॉम्बिनेशंस हैं जिन्हें लेने से बचना चाहिए। इनसे शरीर का वात, पित्त और कफ बैलेंस बिगड़ जाता है। ऐसे ही कुछ गलत कॉम्बिनेशंस हैं- शहद के साथ घी, खरबूजे या केले के साथ दूध, अंडे के साथ फल वहीं खीरे के साथ नींबू भी नुकसान करता है।

पर्याप्त मात्रा में फैट न लेना
लोग सोचते हैं कि हेल्दी डायट लेनी है तो सबसे पहले इससे फैट हटा देना चाहिए हालांकि यह सच नहीं है। आयुर्वेद के मुताबिक शरीर को कुछ फैट्स की भी जरूरत होती है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो फैट बिलकुल छोड़ने के बजाय अपने लिए सही फैट चुनें।



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