पखांजूर।
कोयलीबेड़ा विकासखंड के माध्यमिक शाला पी व्ही 80 हरिदासपुर का मामला सामने
आया है। जहां शिक्षक द्वारा बच्चों से काम लिया जाता हैं। पढ़ाई के समय अगर
बच्चे रंग पोताई का काम करे तो पढ़ाई को लेकर शिक्षक कितने गंभीर है, ये
आसानी से समझा जा सकता हैं।
अपनी जिम्मेदारी भूलकर शिक्षकों ने नन्हे
बच्चों के हाथ में पेंट करने वाला ब्रश थमा दिया है। जिस समय क्लॉस लगना
था उस समय बच्चों से स्कूल के खिड़की में रंग पेंट करते दिखे। स्कूल के
नन्हे बच्चे,जो काम मजदूर लेकर मजदूरों से किया जाना था, वो काम यहां
स्कूली बच्चे करते नजर आ रहे हैं। शिक्षकों यहांअपना जेब भरने के लिए
जिम्मेदारी भूलकर नन्हे बच्चे से बाल मजदूरी करवाते दिखाई दे रहे हैं। जब
शिक्षक से पूछा गया की बच्चों से काम करवाना कहां तक सही हैं तो गोल मटोल
जवाब देने लगे।
पखांजूर।
कोयलीबेड़ा विकासखंड के माध्यमिक शाला पी व्ही 80 हरिदासपुर का मामला सामने
आया है। जहां शिक्षक द्वारा बच्चों से काम लिया जाता हैं। पढ़ाई के समय अगर
बच्चे रंग पोताई का काम करे तो पढ़ाई को लेकर शिक्षक कितने गंभीर है, ये
आसानी से समझा जा सकता हैं।
अपनी जिम्मेदारी भूलकर शिक्षकों ने नन्हे
बच्चों के हाथ में पेंट करने वाला ब्रश थमा दिया है। जिस समय क्लॉस लगना
था उस समय बच्चों से स्कूल के खिड़की में रंग पेंट करते दिखे। स्कूल के
नन्हे बच्चे,जो काम मजदूर लेकर मजदूरों से किया जाना था, वो काम यहां
स्कूली बच्चे करते नजर आ रहे हैं। शिक्षकों यहांअपना जेब भरने के लिए
जिम्मेदारी भूलकर नन्हे बच्चे से बाल मजदूरी करवाते दिखाई दे रहे हैं। जब
शिक्षक से पूछा गया की बच्चों से काम करवाना कहां तक सही हैं तो गोल मटोल
जवाब देने लगे।