रायपुर. राजधानी के सुभाष स्टेडियम में 17 से 19 फरवरी
तक छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवाल का आयोजन किया गया है, जिसका शुभारंभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री
भूपेश बघेल ने कहा, धान का रकबा बढ़ने से कोदो-कुटकी की खेती प्रभावित हुई
थी, लेकिन अब फिर इसे बढ़ावा देने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है. अकाल
पड़ने पर कोदो महत्वपूर्ण हो जाता था. कोदो-कुटकी आज गरीब लोगों नहीं अमीर
लोगों का भोजन हो गया है. आज थाली में मिलेट अनिवार्य हो रहा है.
सीएम बघेल ने कहा, पानी पड़े हुए कोदो-कुटकी नहीं खाना चाहिए. सीएम ने
कहा, छत्तीसगढ़ की स्व-सहायता समूह की महिलाएं आज आर्थिक रूप से समृद्ध हो
रही है. आज 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर में मिलेट्स की खेती हो रही है. पहले 70
हेक्टेयर में खेती होती थी. राज्य सरकार के प्रोत्साहन से उत्पादन रकबे
में दो से ढाई गुना वृद्धि हुई है.
लोगों को जागरुक करने कार्निवाल का आयोजन
कार्निवाल का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ तथा आईआईएमआर हैदराबाद
के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है. वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री
मोहम्मद अकबर, राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, महापौर
एजाज ढेबर भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे. मिलेट को लोगों के दैनिक आहार में
शामिल करने तथा इसके पोषक तत्वों के प्रति जन-जागरूकता लाने के उद्देश्य
से कार्निवाल का आयोजन हो रहा है.
चर्चित शेफ सिखाएंगे मिलेट के नए-नए व्यंजन बनाना
कार्निवाल में मिलेट फूड कोर्ट में आम नागरिक मिलेट के स्वादिष्ट
व्यंजनों का आनंद उठा सकेंगे. कार्निवाल में मिलेट स्टार्ट-अप अपने पैकेज्ड
मिलेट उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है. कार्निवाल में जनजागरूक के लिए
शैक्षणिक संस्थान नुक्कड़ नाटक और स्थानीय लोक कलाकार प्रतिदिन शाम को
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. यहां देश के चर्चित शेफ मिलेट के
नए-नए स्वादिष्ट व्यंजन बनाना भी सिखाएंगे.
रायपुर. राजधानी के सुभाष स्टेडियम में 17 से 19 फरवरी
तक छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवाल का आयोजन किया गया है, जिसका शुभारंभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री
भूपेश बघेल ने कहा, धान का रकबा बढ़ने से कोदो-कुटकी की खेती प्रभावित हुई
थी, लेकिन अब फिर इसे बढ़ावा देने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है. अकाल
पड़ने पर कोदो महत्वपूर्ण हो जाता था. कोदो-कुटकी आज गरीब लोगों नहीं अमीर
लोगों का भोजन हो गया है. आज थाली में मिलेट अनिवार्य हो रहा है.
सीएम बघेल ने कहा, पानी पड़े हुए कोदो-कुटकी नहीं खाना चाहिए. सीएम ने
कहा, छत्तीसगढ़ की स्व-सहायता समूह की महिलाएं आज आर्थिक रूप से समृद्ध हो
रही है. आज 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर में मिलेट्स की खेती हो रही है. पहले 70
हेक्टेयर में खेती होती थी. राज्य सरकार के प्रोत्साहन से उत्पादन रकबे
में दो से ढाई गुना वृद्धि हुई है.
लोगों को जागरुक करने कार्निवाल का आयोजन
कार्निवाल का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ तथा आईआईएमआर हैदराबाद
के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है. वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री
मोहम्मद अकबर, राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, महापौर
एजाज ढेबर भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे. मिलेट को लोगों के दैनिक आहार में
शामिल करने तथा इसके पोषक तत्वों के प्रति जन-जागरूकता लाने के उद्देश्य
से कार्निवाल का आयोजन हो रहा है.
चर्चित शेफ सिखाएंगे मिलेट के नए-नए व्यंजन बनाना
कार्निवाल में मिलेट फूड कोर्ट में आम नागरिक मिलेट के स्वादिष्ट
व्यंजनों का आनंद उठा सकेंगे. कार्निवाल में मिलेट स्टार्ट-अप अपने पैकेज्ड
मिलेट उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है. कार्निवाल में जनजागरूक के लिए
शैक्षणिक संस्थान नुक्कड़ नाटक और स्थानीय लोक कलाकार प्रतिदिन शाम को
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. यहां देश के चर्चित शेफ मिलेट के
नए-नए स्वादिष्ट व्यंजन बनाना भी सिखाएंगे.