News MATS University :: नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस के अभियान में मैट्स यूनिवर्सिटी की भागीदारी:

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हेलो जिंदगी: नशे को कहें ना

रायपुर। नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस द्वारा व्यापक रूप से चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में मैट्स यूनिवर्सिटी ने सक्रिय भागीदारी निभाई। रायपुर पुलिस और मैट्स यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से पंडरी स्थित सिटी कैम्पस में "हैलो जिंदगी: ड्रग्स को कहें ना" विषय पर विद्यार्थियों के लिए जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीएसपी रायपुर ललिता मेहर और काउंसलर डॉ.गार्गी पांडेय उपस्थित थीं।

विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डीएसपी ललिता मेहर ने कहा कि हमारा उद्देश्य नशे के विरुद्ध युवाओं को जागरुक करना और नशे के घातक दुष्परिणामों से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्याद युवा वर्ग नशीली वस्तुओं के चंगुल में फँसता है। उन्हें जागरुक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिकांशत युवा साथियों के दबाव के कारण भी नशीली दवाओं के जाल में फँस जाते हैं। हमारा यह फर्ज है कि हम न केवल खुद को इन सभी गलत गतिविधियों से दूर रखें अपितु अपने आस-पास के लोगों को भी जागरुक करें। उन्होंने रायपुर पुलिस का हेल्पलाइन नंबर 9479191099 भी साझा किया जिससे नशे की गिरफ्त से निकलने की चाह रखने वाले युवाओं की सहायता की जा सके।

इस अवसर पर बाल परामर्शदाता डॉ. गार्गी पांडे ने मनोविज्ञान और सामाजिक व्यवहार पर नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इसके पूर्व मैट्स यूनविर्सिटी के कुलपति प्रो. के.पी. यादव ने कहा कि नशा समाज को दीमक की तरह नष्ट कर रहा है। समाज में कुछ लोग सोचते हैं कि शराब और नशीली दवाएं स्टेटस सिंबल हैं लेकिन वास्तव में यह मौत को निमंत्रण है जो हम सभी के लिए एक चिंताजनक मुद्दा है। हमें नशीली दवाओं के विभिन्न खतरों और समाज पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराना चाहिए।

  इस कार्यक्रम की शुरुआत नो टू ड्रग्स थीम पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता से हुई। प्रतियोगिता में लगभग 30 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग के विद्यार्थियों प्रिया मालानी, जॉर्ज होरो, राधिका साहू, मनीषा परिदा, दिशा माधवन द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया गया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं शिरीन रिजवी, मंजू चोपड़ा और कशिश भट्ट को डीएसपी ललिता मेहर द्वारा प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिए गए।

डॉ. रंजना दास सर्खेल एवं डॉ. शाइस्ता अंसारी ने अतिथियों का स्वागत पुस्तक देकर किया। कार्यक्रम का संचालन दर्शिका चौधरी ने किया। डॉ. भारती पुजारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलसचिव श्री गोकुलनंदा पंडा, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राद्यापक और छात्र उपस्थित थे। मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया एवं महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे जागरुकता अभियान को सराहनीय प्रयास बताया।


हेलो जिंदगी: नशे को कहें ना

रायपुर। नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस द्वारा व्यापक रूप से चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में मैट्स यूनिवर्सिटी ने सक्रिय भागीदारी निभाई। रायपुर पुलिस और मैट्स यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से पंडरी स्थित सिटी कैम्पस में "हैलो जिंदगी: ड्रग्स को कहें ना" विषय पर विद्यार्थियों के लिए जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीएसपी रायपुर ललिता मेहर और काउंसलर डॉ.गार्गी पांडेय उपस्थित थीं।

विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डीएसपी ललिता मेहर ने कहा कि हमारा उद्देश्य नशे के विरुद्ध युवाओं को जागरुक करना और नशे के घातक दुष्परिणामों से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्याद युवा वर्ग नशीली वस्तुओं के चंगुल में फँसता है। उन्हें जागरुक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिकांशत युवा साथियों के दबाव के कारण भी नशीली दवाओं के जाल में फँस जाते हैं। हमारा यह फर्ज है कि हम न केवल खुद को इन सभी गलत गतिविधियों से दूर रखें अपितु अपने आस-पास के लोगों को भी जागरुक करें। उन्होंने रायपुर पुलिस का हेल्पलाइन नंबर 9479191099 भी साझा किया जिससे नशे की गिरफ्त से निकलने की चाह रखने वाले युवाओं की सहायता की जा सके।

इस अवसर पर बाल परामर्शदाता डॉ. गार्गी पांडे ने मनोविज्ञान और सामाजिक व्यवहार पर नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इसके पूर्व मैट्स यूनविर्सिटी के कुलपति प्रो. के.पी. यादव ने कहा कि नशा समाज को दीमक की तरह नष्ट कर रहा है। समाज में कुछ लोग सोचते हैं कि शराब और नशीली दवाएं स्टेटस सिंबल हैं लेकिन वास्तव में यह मौत को निमंत्रण है जो हम सभी के लिए एक चिंताजनक मुद्दा है। हमें नशीली दवाओं के विभिन्न खतरों और समाज पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराना चाहिए।

  इस कार्यक्रम की शुरुआत नो टू ड्रग्स थीम पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता से हुई। प्रतियोगिता में लगभग 30 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग के विद्यार्थियों प्रिया मालानी, जॉर्ज होरो, राधिका साहू, मनीषा परिदा, दिशा माधवन द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया गया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं शिरीन रिजवी, मंजू चोपड़ा और कशिश भट्ट को डीएसपी ललिता मेहर द्वारा प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिए गए।

डॉ. रंजना दास सर्खेल एवं डॉ. शाइस्ता अंसारी ने अतिथियों का स्वागत पुस्तक देकर किया। कार्यक्रम का संचालन दर्शिका चौधरी ने किया। डॉ. भारती पुजारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलसचिव श्री गोकुलनंदा पंडा, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राद्यापक और छात्र उपस्थित थे। मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया एवं महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे जागरुकता अभियान को सराहनीय प्रयास बताया।


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