Raipur :: मवेशियों की रोकथाम के लिए प्रशासन हुआ सुस्त:

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रायपुर –19.08.2023 - नवा रायपुर अटल  नगर  की चौड़ी सड़को पर अकसर आधी रोड में मवेशियों का कब्ज़ा दिखना आम बात हैं आधी सड़क पर मवेशियों के बैठने से गाड़ियों का निकलना भी मुश्किल हो जाता हैं वंही शासन द्वारा चलाये जा रहे मवेशियों को हटाने की मुहिम भी  सुस्त दिखाई दे रही हैं नए रायपुर की रोड में इन मवेशियों द्वारा गंदगी को भी साफ़ नहीं किया जाता जिससे पूरी रोड में गंदगी पसरी रहती हैं सावर्जनिक स्थल और सड़को पर घूमने वाले मवेशियों की धरपकड़ केवल कागजो तक ही सीमित नजर आ रही हैं जबकि जमीनी हकीकत  कुछ और हैं।       नवा  रायपुर में  काऊ केचर व्यवस्था एवं उपयुक्त गोठान न होने की वजह से मवेशी जहा तहा घूमते नज़र आते हैं लगातार बढ़ते मवेशियों की संख्या और इसके  नियंत्रण को लेकर NRDA की तरफ से भी कोई पहल नहीं की जा रही हैं इन मवेशियों के कारण ही रात में भी दुर्घटनाये बढ़ रही हैं आये दिन नयी राजधानी में कई एक्सीडेंट होते रहते हैं और यहां काऊ केचर न होने से दिन ब दिन मवेशियों की संख्या बढ़ती जा रही हैं वही पशुपालको पर भी किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जा रहा हैं जिससे की पशुपालक बेधड़क पशुओ को खुली सड़क पर छोड़ देते है।

कुछ दिनों पहले हाई कोर्ट जज ने भी टीम के साथ सड़को का दौरा किया था जिसमे उन्होंने मवेशियों को कंट्रोल करने अधिकारियो को निर्देशित भी किया था।लेकिन इसके बावजूद शासन की तरफ से मवेशियों की रोकथाम के लिए कोई ठोस और कड़े नियम अभी तक से नहीं बनाये गए हैं।


रायपुर –19.08.2023 - नवा रायपुर अटल  नगर  की चौड़ी सड़को पर अकसर आधी रोड में मवेशियों का कब्ज़ा दिखना आम बात हैं आधी सड़क पर मवेशियों के बैठने से गाड़ियों का निकलना भी मुश्किल हो जाता हैं वंही शासन द्वारा चलाये जा रहे मवेशियों को हटाने की मुहिम भी  सुस्त दिखाई दे रही हैं नए रायपुर की रोड में इन मवेशियों द्वारा गंदगी को भी साफ़ नहीं किया जाता जिससे पूरी रोड में गंदगी पसरी रहती हैं सावर्जनिक स्थल और सड़को पर घूमने वाले मवेशियों की धरपकड़ केवल कागजो तक ही सीमित नजर आ रही हैं जबकि जमीनी हकीकत  कुछ और हैं।       नवा  रायपुर में  काऊ केचर व्यवस्था एवं उपयुक्त गोठान न होने की वजह से मवेशी जहा तहा घूमते नज़र आते हैं लगातार बढ़ते मवेशियों की संख्या और इसके  नियंत्रण को लेकर NRDA की तरफ से भी कोई पहल नहीं की जा रही हैं इन मवेशियों के कारण ही रात में भी दुर्घटनाये बढ़ रही हैं आये दिन नयी राजधानी में कई एक्सीडेंट होते रहते हैं और यहां काऊ केचर न होने से दिन ब दिन मवेशियों की संख्या बढ़ती जा रही हैं वही पशुपालको पर भी किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जा रहा हैं जिससे की पशुपालक बेधड़क पशुओ को खुली सड़क पर छोड़ देते है।

कुछ दिनों पहले हाई कोर्ट जज ने भी टीम के साथ सड़को का दौरा किया था जिसमे उन्होंने मवेशियों को कंट्रोल करने अधिकारियो को निर्देशित भी किया था।लेकिन इसके बावजूद शासन की तरफ से मवेशियों की रोकथाम के लिए कोई ठोस और कड़े नियम अभी तक से नहीं बनाये गए हैं।


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