Raipur :: पावर सरप्लस स्टेट में बिजली कटौती से उद्योग हलाकान - विकास अग्रवाल, उन्होंने लिखी चिट्ठी...:

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पावर सरप्लस स्टेट में बिजली कटौती से उद्योग हलाकान।

महोदय,

विगत अगस्त के महीने से अगर आंकड़ों को देखा जाए तो लगभग 10% जो कि लगभग 75 घंटे की बिजली कटौती पॉवर इंसेंटिव (लगातार चलने वाले स्टील उद्योगों) में की गई है।

इस तरीके से सितंबर महीने की चर्चा करें तो पिछले दो दिनों में लगभग 60% की बिजली कटौती हो चुकी है, याने 24 घंटे में बिजली की उपलब्धता मात्र 8 घंटे रही है।

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मर्यादित के ऑफिशियल तक अपने आप को इस समस्या से जुझने के लिए अक्षम बताते हैं। क्या होगा ऐसी स्थिति में, तेज गति से चढ़ता छत्तीसगढ़ यह औद्योगिक प्रगति में पुनः ब्रेक लग गया है, और ब्रेक ही नहीं वर्तमान उद्योग के सामने एक तो आर्थिक मंदी को झेलते हुए उद्योग पहले से ही परेशान थे, अब इस बिजली कटौती से समस्या चौतरफा उद्योगों को घेर लिया है। पता नहीं इसका अंजाम क्या होगा?

माननीय मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री, उद्योग मंत्री, उर्जा सचिव, उद्योग सचिव एवं संबंधित उच्चाधिकारीगण से निवेदन है, कि इस पर अविलंब संज्ञान लेते हुए और सुनिश्चित कराये की इस पॉवर इंसेंटिव स्टील उद्योगों को लगातार बिजली की उपलब्धता बनी रहे नहीं तो इतने परिश्रम से बना हुआ स्टील मंडी (लौह मंडी) जो की छत्तीसगढ़ प्रदेश की रीड की हड्डी कहलाती है फिर समस्याओं से घिर करके बहुत ज्यादा तकलीफ में आ जाएगी।

 धन्यवाद 

विकास अग्रवाल, अध्यक्ष ,छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन। मो. नं. 9893021375


पावर सरप्लस स्टेट में बिजली कटौती से उद्योग हलाकान।

महोदय,

विगत अगस्त के महीने से अगर आंकड़ों को देखा जाए तो लगभग 10% जो कि लगभग 75 घंटे की बिजली कटौती पॉवर इंसेंटिव (लगातार चलने वाले स्टील उद्योगों) में की गई है।

इस तरीके से सितंबर महीने की चर्चा करें तो पिछले दो दिनों में लगभग 60% की बिजली कटौती हो चुकी है, याने 24 घंटे में बिजली की उपलब्धता मात्र 8 घंटे रही है।

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मर्यादित के ऑफिशियल तक अपने आप को इस समस्या से जुझने के लिए अक्षम बताते हैं। क्या होगा ऐसी स्थिति में, तेज गति से चढ़ता छत्तीसगढ़ यह औद्योगिक प्रगति में पुनः ब्रेक लग गया है, और ब्रेक ही नहीं वर्तमान उद्योग के सामने एक तो आर्थिक मंदी को झेलते हुए उद्योग पहले से ही परेशान थे, अब इस बिजली कटौती से समस्या चौतरफा उद्योगों को घेर लिया है। पता नहीं इसका अंजाम क्या होगा?

माननीय मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री, उद्योग मंत्री, उर्जा सचिव, उद्योग सचिव एवं संबंधित उच्चाधिकारीगण से निवेदन है, कि इस पर अविलंब संज्ञान लेते हुए और सुनिश्चित कराये की इस पॉवर इंसेंटिव स्टील उद्योगों को लगातार बिजली की उपलब्धता बनी रहे नहीं तो इतने परिश्रम से बना हुआ स्टील मंडी (लौह मंडी) जो की छत्तीसगढ़ प्रदेश की रीड की हड्डी कहलाती है फिर समस्याओं से घिर करके बहुत ज्यादा तकलीफ में आ जाएगी।

 धन्यवाद 

विकास अग्रवाल, अध्यक्ष ,छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन। मो. नं. 9893021375


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