राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के अधिकारियों के दल ने किया जिला भ्रमण:

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महिला समूहों के सृजनात्मक कार्य, जंगलवार कॉलेज की गतिविधियों से हुआ रूबरू

उत्तर बस्तर कांकेर,  रक्षा मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के अधीन राष्ट्रीय रक्षा
महाविद्यालय (एनडीसी) के 15 सदस्यीय अधिकारियों के दल ने आज जिले में
संचालित रक्षा एवं अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया। दल के सदस्यों ने महिला
स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किए जा रहे सामुदायिक प्रबंधन एवं
आजीविकामूलक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित
श्री अजय मंडावी से भेंट कर उनके द्वारा काष्ठ शिल्प एवं अन्य कलाकृतियों
से वाकिफ हुए। तत्पश्चात जंगलवार फेयर कॉलेज में रक्षा एवं प्रतिरक्षा के
प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। उक्त दल में देश के रक्षा मंत्रालय के
उच्चाधिकारियों के अलावा पांच अन्य देशों संयुक्त राष्ट्र अमेरिका,
बांग्लादेश, कजाकिस्तान, नेपाल तथा सउदी अरब के रक्षा अधिकारी सम्मिलित थे।

          ‘राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रणनीतिक अध्ययन’ विषय पर आधारित भ्रमण
में आए भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के 15 सदस्यीय अधिकारियों का दल आज सुबह
10 बजे गोविन्दपुर स्थित समुदाय प्रबंधित प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचा, जहां
पर कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह और एस.पी. श्री दिव्यांग पटेल ने स्वागत किया।
इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत समूह प्रबंधन के संबंध
में जय लक्ष्मी स्व सहायता समूह धनेलीकन्हार की महिलाओं ने समूह के विभिन्न
गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने रक्षा अधिकारियों को समूह से जुड़ाव,
आजीविकामूलक सृजनात्मक कार्य, समूह के आय-व्यय, आवर्ती खाते के माध्यम से
लेनदेन तथा नवाचारी गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने
बताया कि किसी समय में घर तक सीमित रहने वाली महिलाएं समूह से जुड़कर आर्थिक
एवं सामाजिक रूप से सुदृढ़ और आत्मनिर्भर हो चुकी हैं। वहीं परिवार के
पालन-पोषण में उनकी समान सहभागिता रहती है। महिलाओं ने बताया कि उनके
द्वारा मछली पालन, मशरूम उत्पादन, महुआ लड्डू निर्माण, सब्जी उत्पादन, गाय
पालन, लघु वनोपज संग्रहण, ईट निर्माण, दुग्ध उत्पादन, साबुन निर्माण, टेंट
हाउस निर्माण सहित अनेक प्रकार की आजीविकामूलक आर्थिक गतिविधियां संचालित
की जा रही हैं। दल के अधिकारियों ने समूह के महिलाओं और उनके द्वारा
संचालित गतिविधियों की सराहना करते हुए और भी बेहतर ढंग से कार्य निष्पादित
करने की बात कही। कलेक्टर श्री सिंह ने एनआरएलएम के तहत जिले में संचालित
सामूहिक गतिविधियों और उनके द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों से
अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान अधिकारियों ने समूह द्वारा तैयार किए
गए छत्तीसगढ़ी व्यंजन फरा और देशी टमाटर चटनी का स्वाद भी चखा। इस दौरान
जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ श्री वीरेन्द्र जायसवाल सहित काफी संख्या में
समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।

इसके बाद नगर के पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित श्री अजय मंडावी के निवास पर
अधिकारियों का दल पहुंचा, जहां पर उनके द्वारा तैयार किए गए काष्ठ शिल्प
एवं कलाकृतियों का अवलोकन किया गया। श्री मंडावी ने बताया कि जेल में
निरूद्ध कैदियों को आजीविका से जोड़ने उनके द्वारा सतत् कौशल विकास
प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा श्री मंडावी के द्वारा लकड़ियों पर
उकेरी गई आकर्षक कलाकृतियों का सभी ने अवलोकन कर मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

             इसके उपरांत अधिकारियों का दल ग्राम सिंगारभाट स्थित जंगलवार
फेयर कॉलेज पहुंचा, जहां पर संस्था के प्रमुख ब्रिगेडियर एस.के. लामा
(सेवानिवृत्त) ने पीपीटी के माध्यम से कॉलेज की स्थापना के उद्देश्य पर
प्रकाश डालते हुए पुलिस एवं रक्षा के प्रशिक्षुओं को वहां पर दिए जाने वाले
आधुनिक प्रशिक्षण एवं गुरिल्ला युद्ध तकनीक के पहलुओं के बारे में
संक्षिप्त में बताया। इसके अलावा दुर्गम पहाड़ियों, घने जंगलों और
पहुंचविहीन क्षेत्रों में प्रतिरक्षा से संबंधित अभ्यासों के संबंध में टीम
के सदस्यों को अवगत कराया गया। जंगलवार फेयर कॉलेज में टीम के सदस्यों को
ट्रेनिंग स्पॉट पर ले जाकर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम के अभ्यास का
प्रशिक्षुओं के माध्यम से डेमो भी कराया गया। इसके पश्चात अधिकारियों का दल
बस्तर के लिए रवाना हुआ।


महिला समूहों के सृजनात्मक कार्य, जंगलवार कॉलेज की गतिविधियों से हुआ रूबरू

उत्तर बस्तर कांकेर,  रक्षा मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के अधीन राष्ट्रीय रक्षा
महाविद्यालय (एनडीसी) के 15 सदस्यीय अधिकारियों के दल ने आज जिले में
संचालित रक्षा एवं अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया। दल के सदस्यों ने महिला
स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किए जा रहे सामुदायिक प्रबंधन एवं
आजीविकामूलक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित
श्री अजय मंडावी से भेंट कर उनके द्वारा काष्ठ शिल्प एवं अन्य कलाकृतियों
से वाकिफ हुए। तत्पश्चात जंगलवार फेयर कॉलेज में रक्षा एवं प्रतिरक्षा के
प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। उक्त दल में देश के रक्षा मंत्रालय के
उच्चाधिकारियों के अलावा पांच अन्य देशों संयुक्त राष्ट्र अमेरिका,
बांग्लादेश, कजाकिस्तान, नेपाल तथा सउदी अरब के रक्षा अधिकारी सम्मिलित थे।

          ‘राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रणनीतिक अध्ययन’ विषय पर आधारित भ्रमण
में आए भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के 15 सदस्यीय अधिकारियों का दल आज सुबह
10 बजे गोविन्दपुर स्थित समुदाय प्रबंधित प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचा, जहां
पर कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह और एस.पी. श्री दिव्यांग पटेल ने स्वागत किया।
इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत समूह प्रबंधन के संबंध
में जय लक्ष्मी स्व सहायता समूह धनेलीकन्हार की महिलाओं ने समूह के विभिन्न
गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने रक्षा अधिकारियों को समूह से जुड़ाव,
आजीविकामूलक सृजनात्मक कार्य, समूह के आय-व्यय, आवर्ती खाते के माध्यम से
लेनदेन तथा नवाचारी गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने
बताया कि किसी समय में घर तक सीमित रहने वाली महिलाएं समूह से जुड़कर आर्थिक
एवं सामाजिक रूप से सुदृढ़ और आत्मनिर्भर हो चुकी हैं। वहीं परिवार के
पालन-पोषण में उनकी समान सहभागिता रहती है। महिलाओं ने बताया कि उनके
द्वारा मछली पालन, मशरूम उत्पादन, महुआ लड्डू निर्माण, सब्जी उत्पादन, गाय
पालन, लघु वनोपज संग्रहण, ईट निर्माण, दुग्ध उत्पादन, साबुन निर्माण, टेंट
हाउस निर्माण सहित अनेक प्रकार की आजीविकामूलक आर्थिक गतिविधियां संचालित
की जा रही हैं। दल के अधिकारियों ने समूह के महिलाओं और उनके द्वारा
संचालित गतिविधियों की सराहना करते हुए और भी बेहतर ढंग से कार्य निष्पादित
करने की बात कही। कलेक्टर श्री सिंह ने एनआरएलएम के तहत जिले में संचालित
सामूहिक गतिविधियों और उनके द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों से
अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान अधिकारियों ने समूह द्वारा तैयार किए
गए छत्तीसगढ़ी व्यंजन फरा और देशी टमाटर चटनी का स्वाद भी चखा। इस दौरान
जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ श्री वीरेन्द्र जायसवाल सहित काफी संख्या में
समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।

इसके बाद नगर के पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित श्री अजय मंडावी के निवास पर
अधिकारियों का दल पहुंचा, जहां पर उनके द्वारा तैयार किए गए काष्ठ शिल्प
एवं कलाकृतियों का अवलोकन किया गया। श्री मंडावी ने बताया कि जेल में
निरूद्ध कैदियों को आजीविका से जोड़ने उनके द्वारा सतत् कौशल विकास
प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा श्री मंडावी के द्वारा लकड़ियों पर
उकेरी गई आकर्षक कलाकृतियों का सभी ने अवलोकन कर मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

             इसके उपरांत अधिकारियों का दल ग्राम सिंगारभाट स्थित जंगलवार
फेयर कॉलेज पहुंचा, जहां पर संस्था के प्रमुख ब्रिगेडियर एस.के. लामा
(सेवानिवृत्त) ने पीपीटी के माध्यम से कॉलेज की स्थापना के उद्देश्य पर
प्रकाश डालते हुए पुलिस एवं रक्षा के प्रशिक्षुओं को वहां पर दिए जाने वाले
आधुनिक प्रशिक्षण एवं गुरिल्ला युद्ध तकनीक के पहलुओं के बारे में
संक्षिप्त में बताया। इसके अलावा दुर्गम पहाड़ियों, घने जंगलों और
पहुंचविहीन क्षेत्रों में प्रतिरक्षा से संबंधित अभ्यासों के संबंध में टीम
के सदस्यों को अवगत कराया गया। जंगलवार फेयर कॉलेज में टीम के सदस्यों को
ट्रेनिंग स्पॉट पर ले जाकर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम के अभ्यास का
प्रशिक्षुओं के माध्यम से डेमो भी कराया गया। इसके पश्चात अधिकारियों का दल
बस्तर के लिए रवाना हुआ।


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