श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक:

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रायपुर,



 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक





 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक



 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक





 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक



अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला के मंदिर निर्माण को लेकर पिछले 500 सालों
के संघर्षाें और घटनाओं की शानदार प्रस्तुति कल राजिम कुंभ में दी गई। इस
ऑडियो-विजुअल संगीतमय प्रस्तुति देखकर श्रद्धालुओं की आंखे नम हो गई।

राजिम कुंभ के मुख्य मंच से ऑडियो-विजुअल के माध्यम से भोपाल से आए श्री
मोहित शेवानी ने प्रभु श्रीराम की महिमा और रामायण की कथा की अद्भुत
प्रस्तुति दी। श्रद्धालु इन कहानियों को सुनकर भावुक हो उठे। उन्होंने
उज्जैन के राजा विक्रमादित्य द्वारा श्रीराम लला से जुड़ी कथाओं का सजीव
वर्णन किया।  

मंच पर कार्यक्रम की अगली कड़ी में हिलेन्द्र ठाकुर बिलासपुर की टीम ने
लोककला मंच में छत्तीसगढ़ी विवाह गीत से लेकर गौरी-गौरा गीतों प्रस्तुति दी।
रायपुर के घनश्याम साहू की टीम ने लोकमंच में बारहमासी गीतों की प्रस्तुति
देकर एक बार फिर होली की याद दिला दी। छत्तीसगढ़ी में फाग गीतों की
प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने मजबूर कर दिया। दीपाली पांडे ने कत्थक नृत्य
की शानदार प्रस्तुति दी।


रायपुर,



 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक





 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक



 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक





 श्रीरामलला मंदिर निर्माण के 500 सालों के संघर्षों की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु हुए भावुक



अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला के मंदिर निर्माण को लेकर पिछले 500 सालों
के संघर्षाें और घटनाओं की शानदार प्रस्तुति कल राजिम कुंभ में दी गई। इस
ऑडियो-विजुअल संगीतमय प्रस्तुति देखकर श्रद्धालुओं की आंखे नम हो गई।

राजिम कुंभ के मुख्य मंच से ऑडियो-विजुअल के माध्यम से भोपाल से आए श्री
मोहित शेवानी ने प्रभु श्रीराम की महिमा और रामायण की कथा की अद्भुत
प्रस्तुति दी। श्रद्धालु इन कहानियों को सुनकर भावुक हो उठे। उन्होंने
उज्जैन के राजा विक्रमादित्य द्वारा श्रीराम लला से जुड़ी कथाओं का सजीव
वर्णन किया।  

मंच पर कार्यक्रम की अगली कड़ी में हिलेन्द्र ठाकुर बिलासपुर की टीम ने
लोककला मंच में छत्तीसगढ़ी विवाह गीत से लेकर गौरी-गौरा गीतों प्रस्तुति दी।
रायपुर के घनश्याम साहू की टीम ने लोकमंच में बारहमासी गीतों की प्रस्तुति
देकर एक बार फिर होली की याद दिला दी। छत्तीसगढ़ी में फाग गीतों की
प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने मजबूर कर दिया। दीपाली पांडे ने कत्थक नृत्य
की शानदार प्रस्तुति दी।


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