तीसरा विश्वयुद्ध केवल एक कदम दूर, राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत के बाद व्लादिमीर पुतिन ने दे दी वॉर्निंग:

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व्लादिमीर पुतिन का पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति बनने जा रहे
हैं। पुतिन ने रविवार को रूस में हुए चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है।
अमेरिका ने रूस के इन चुनावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकतांत्रिक दायरे
में चुनाव नहीं कराए गए हैं। वहीं बड़ी जीत के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने
विस्फोटक बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया अब तीसरे विश्वयुद्ध से
केवल एक कदम दूर है। इसके लिए उन्होंने NATO को जिम्मेदार ठहराया और यह भी
कहा कि इस तरह की स्थिति से हर कोई बचना चाहता है। 

1962 की क्यूबा मिसाइल क्राइसिस के बाद रूस और पश्चिमी
देशों के बीच अब तनाव चरम पर है। इसकी वजह है रूस और यूक्रेन के बीच दो साल
से भी ज्यादा से जारी युद्ध। राष्ट्रपति पुतिन कई बार परमाणु युद्ध की
चेतावनी दे चुके हैं. हालांकि उनका यह भी कहा है कि यूक्रेन के युद्ध में
उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 



बीते महीने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि वह यूक्रेन
का साथ देने के लिए यूक्रेन में सेना उतार देंगे। वहीं कई पश्चिमी देश अब
खुद को इस विवाद से दूर भी कर रहे हैं। रूस और NATO के बीच युद्ध की
संभावना को लेकर मैक्रों ने कहा था कि इस दुनिया में कुछ भी हो ससकती है।
वहीं अपनी जीत के बाद पुति ने कहा, सभी जानते हैं कि दुनिया विश्वयुद्ध से
महज एक कदम दूर है। हालांकि मुझे नहीं लगता कि कोई चाहता है कि विश्वयुद्ध
हो। 

पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में सैनिक मर
रहे हैं। रूस यूक्रेन पर शुरू से ही भारी पड़ रहा है। इस महीने रूस में हुए
चुनाव से पहले यूक्रेन पर एक बार फिर हमले तेज हो गए थे। यूक्रेन की सीमा
पर रूस की तरफ से हमले तेज हो गए। पुतिन ने कहा कि वह अपने सैनिकों की
सुरक्षा के लिए यूक्रेन में ज्यादा से ज्यादा बफर जोन बनाएंगे। 


व्लादिमीर पुतिन का पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति बनने जा रहे
हैं। पुतिन ने रविवार को रूस में हुए चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है।
अमेरिका ने रूस के इन चुनावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकतांत्रिक दायरे
में चुनाव नहीं कराए गए हैं। वहीं बड़ी जीत के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने
विस्फोटक बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया अब तीसरे विश्वयुद्ध से
केवल एक कदम दूर है। इसके लिए उन्होंने NATO को जिम्मेदार ठहराया और यह भी
कहा कि इस तरह की स्थिति से हर कोई बचना चाहता है। 

1962 की क्यूबा मिसाइल क्राइसिस के बाद रूस और पश्चिमी
देशों के बीच अब तनाव चरम पर है। इसकी वजह है रूस और यूक्रेन के बीच दो साल
से भी ज्यादा से जारी युद्ध। राष्ट्रपति पुतिन कई बार परमाणु युद्ध की
चेतावनी दे चुके हैं. हालांकि उनका यह भी कहा है कि यूक्रेन के युद्ध में
उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 



बीते महीने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि वह यूक्रेन
का साथ देने के लिए यूक्रेन में सेना उतार देंगे। वहीं कई पश्चिमी देश अब
खुद को इस विवाद से दूर भी कर रहे हैं। रूस और NATO के बीच युद्ध की
संभावना को लेकर मैक्रों ने कहा था कि इस दुनिया में कुछ भी हो ससकती है।
वहीं अपनी जीत के बाद पुति ने कहा, सभी जानते हैं कि दुनिया विश्वयुद्ध से
महज एक कदम दूर है। हालांकि मुझे नहीं लगता कि कोई चाहता है कि विश्वयुद्ध
हो। 

पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में सैनिक मर
रहे हैं। रूस यूक्रेन पर शुरू से ही भारी पड़ रहा है। इस महीने रूस में हुए
चुनाव से पहले यूक्रेन पर एक बार फिर हमले तेज हो गए थे। यूक्रेन की सीमा
पर रूस की तरफ से हमले तेज हो गए। पुतिन ने कहा कि वह अपने सैनिकों की
सुरक्षा के लिए यूक्रेन में ज्यादा से ज्यादा बफर जोन बनाएंगे। 


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