बदले जाएंगे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पदाधिकारी, लोकसभा चुनाव के बाद हो:

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रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी संगठन में बदलाव अब लोकसभा चुनाव के
बाद होने की संभावना है। विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद से ही
ये चर्चा थी कि बड़े स्तर पर पार्टी नई टीम के गठन की तैयारियां कर रही है।
हालांकि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते संगठन में फेरबदल को लेकर मंथन
नहीं हो पाया।


दीपक बैज विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के प्रदेश
अध्यक्ष बने थे, ऐसे में अब तक ज्यादातर नियुक्तियां मोहन मरकाम के दौर की
ही हैं। दरअसल नई नियुक्तियों के लिए पीसीसी लेवल पर प्रस्ताव तैयार किया
जाता है, लेकिन लोकसभा चुनाव टिकट वितरण और उसके बाद चुनावी तैयारियों की
व्यस्तता के चलते बड़े नेताओं के साथ संगठन बदलाव को लेकर औपचारिक चर्चा
नहीं हो पाई है।


रायपुर शहर-ग्रामीण, दुर्ग, कवर्धा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बलरामपुर,
कोरिया, सरगुजा, रामानुजगंज, बैकुंठपुर, कोरबा, सक्ती, राजनांदगांव ग्रामीण
और बिलासपुर सहित ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष बदल सकते हैं। इन जिलों में
कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।


रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी संगठन में बदलाव अब लोकसभा चुनाव के
बाद होने की संभावना है। विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद से ही
ये चर्चा थी कि बड़े स्तर पर पार्टी नई टीम के गठन की तैयारियां कर रही है।
हालांकि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते संगठन में फेरबदल को लेकर मंथन
नहीं हो पाया।


दीपक बैज विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के प्रदेश
अध्यक्ष बने थे, ऐसे में अब तक ज्यादातर नियुक्तियां मोहन मरकाम के दौर की
ही हैं। दरअसल नई नियुक्तियों के लिए पीसीसी लेवल पर प्रस्ताव तैयार किया
जाता है, लेकिन लोकसभा चुनाव टिकट वितरण और उसके बाद चुनावी तैयारियों की
व्यस्तता के चलते बड़े नेताओं के साथ संगठन बदलाव को लेकर औपचारिक चर्चा
नहीं हो पाई है।


रायपुर शहर-ग्रामीण, दुर्ग, कवर्धा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बलरामपुर,
कोरिया, सरगुजा, रामानुजगंज, बैकुंठपुर, कोरबा, सक्ती, राजनांदगांव ग्रामीण
और बिलासपुर सहित ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष बदल सकते हैं। इन जिलों में
कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।


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