इन सब्जियों को पकाकर खाते हैं तो जान लें कैसे कम हो जाते न्यूट्रिशन:

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नई दिल्ली. सब्जियों
को ज्यादातर पकाकर खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ ऐसे फूड्स हैं जो
अगर पकाकर खाए जाते हैं तो उनके सारे मिनरल्स और न्यूट्रिशनल तत्व नहीं
मिलते। तो अगर आप इनके सारे हेल्दी न्यूट्रिशन को अब्जॉर्ब करना चाहते हैं
बॉडी में तो इन फूड्स को पकाकर खाने की बजाय कच्चा ही खाएं। चलिए जानें कौन
से हैं वो सब्जियां।

लहसुन

इंडियन कुकिंग में लहसुन का इस्तेमाल अक्सर ग्रेवी बनाने, तड़का लगाने में
किया जाता है। जिससे खाने का स्वाद बढ़ जाता है। लेकिन अगर आप लहसुन को
फायदे के लिए खाना चाहते हैं तो इसे कच्चा खाना ही अच्छा होगा। लहसुन में
मौजूद एलिसिन एंटीबैक्टीरियल एंजाइम होता है। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को
भी शरीर में पनपने से रोकता है। लहसुन को पकाने से एलिसिन एंजाइम कम हो
जाता है। जिससे लहसुन खाने के फायदे ना के बराबर मिलते हैं। लहसुन को अगर
एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज के लिए खा रहे हैं तो चटनी या डिप्स में कच्चा
मिलाकर खाएं।

प्याज

लहसुन की तरह ही प्याज के फायदे भी इसके एंटीबैक्टीरियल गुणों की वजह से
होते हैं। साथ ही कच्चे प्याज में सल्फर और फेनोलिक कंपाउंड होते हैं। जो
पकाने से खत्म हो जाते हैं और प्याज खाने के फायदे कम। तो अगर आप प्याज का
इस्तेमाल तड़के या ग्रेवी के लिए करते हैं तो इससे सेहत को फायदा नहीं
होगा। प्याज के ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए कच्चा खाना चाहिए। खासतौर पर
गर्मियों में कच्चा प्याज खाने के कई सारे फायदे बॉडी को मिलते हैं।

पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियां

पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियां क्रूसिफायर वेजिटेबल बोली जाती
हैं। इन सब्जियों को पकाकर खाने से इसके एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर की
मात्रा कम हो जाती है। इसलिए इन सब्जियों को कच्चा खाने के ज्यादा फायदे
हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इन सब्जियों को खाने से गैस्ट्रिक और एसिडिटी की
शिकायत करते हैं। ऐसे में ब्रोकली, फूलगोभी और पत्ता गोभी जैसी सब्जियों को
दो मिनट पकाकर खाना चाहिए।


नई दिल्ली. सब्जियों
को ज्यादातर पकाकर खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ ऐसे फूड्स हैं जो
अगर पकाकर खाए जाते हैं तो उनके सारे मिनरल्स और न्यूट्रिशनल तत्व नहीं
मिलते। तो अगर आप इनके सारे हेल्दी न्यूट्रिशन को अब्जॉर्ब करना चाहते हैं
बॉडी में तो इन फूड्स को पकाकर खाने की बजाय कच्चा ही खाएं। चलिए जानें कौन
से हैं वो सब्जियां।

लहसुन

इंडियन कुकिंग में लहसुन का इस्तेमाल अक्सर ग्रेवी बनाने, तड़का लगाने में
किया जाता है। जिससे खाने का स्वाद बढ़ जाता है। लेकिन अगर आप लहसुन को
फायदे के लिए खाना चाहते हैं तो इसे कच्चा खाना ही अच्छा होगा। लहसुन में
मौजूद एलिसिन एंटीबैक्टीरियल एंजाइम होता है। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को
भी शरीर में पनपने से रोकता है। लहसुन को पकाने से एलिसिन एंजाइम कम हो
जाता है। जिससे लहसुन खाने के फायदे ना के बराबर मिलते हैं। लहसुन को अगर
एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज के लिए खा रहे हैं तो चटनी या डिप्स में कच्चा
मिलाकर खाएं।

प्याज

लहसुन की तरह ही प्याज के फायदे भी इसके एंटीबैक्टीरियल गुणों की वजह से
होते हैं। साथ ही कच्चे प्याज में सल्फर और फेनोलिक कंपाउंड होते हैं। जो
पकाने से खत्म हो जाते हैं और प्याज खाने के फायदे कम। तो अगर आप प्याज का
इस्तेमाल तड़के या ग्रेवी के लिए करते हैं तो इससे सेहत को फायदा नहीं
होगा। प्याज के ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए कच्चा खाना चाहिए। खासतौर पर
गर्मियों में कच्चा प्याज खाने के कई सारे फायदे बॉडी को मिलते हैं।

पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियां

पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियां क्रूसिफायर वेजिटेबल बोली जाती
हैं। इन सब्जियों को पकाकर खाने से इसके एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर की
मात्रा कम हो जाती है। इसलिए इन सब्जियों को कच्चा खाने के ज्यादा फायदे
हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इन सब्जियों को खाने से गैस्ट्रिक और एसिडिटी की
शिकायत करते हैं। ऐसे में ब्रोकली, फूलगोभी और पत्ता गोभी जैसी सब्जियों को
दो मिनट पकाकर खाना चाहिए।


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