नारियल
के बारे में लिखते हुए मुझे अपना बचपन याद आ जाता है। नवरात्र और कथा के
बाद प्रसाद में, पंचामृत में किसी विशेष आयोजन पर नारियल का उपयोग उत्तर
भारत में होता था। हम बच्चे नारियल फोड़ने पर निकले पानी व गूदे को
मांग-मांग कर खाते थे। एक समय में नारियल सिर्फ दक्षिण भारतीय भोजन का अहम
हिस्सा था, पर अब तो नारियल का सेवन हर प्रांत के लोग बखूबी करते हैं।
सांबर हो या नारियल चटनी, खांडवी हो या ढोकला, नारियल बर्फी हो या लड्डू
सभी में इसका उपयोग होता है।
तेल के भी फायदे
किसी में ऊपर से डालने के लिए तो किसी में मिश्रण में मिलाने के लिए।
नारियल सिर्फ स्वाद और सेहत से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि भारतीय धर्म और
संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। नारियल को ‘श्रीफल’ भी कहा जाता है।
इसका पानी, दूध ,मलाई और गिरी इस्तेमाल में आने के अलावा इसका तेल भी बनता
है, जो खाने को पकाने के अलावा मालिश के काम भी आता है। नारियल की तासीर
गर्म होती है। नारियल के साथ खाना पकाना आसान और फायदेमंद है। इसे अपने
खानपान में कैसे इस्तेमाल किया जाए, आइए जानें:
कच्चे और सूखे नारियल का इस्तेमाल
●कच्चे नारियल के गूदे को उसके भूरे छिलके से अलग करके उसे कद्दूकस करती
हूं और नारियल की बर्फी बनाती हूं। एक तार की चाशनी में कद्दूकस किया
नारियल थोड़ा सा मिलाकर कड़ाही में घोंटती हूं और जमा देती हूं। बर्फी अच्छी
और स्वादिष्ट बनती है।
●कच्चे नारियल के गूदे में थोड़ी भुनी मूंगफली (छिलका उतारकर), हरा धनिया और
मिर्च डालकर मैं चटनी बनाती हूं। इस चटनी को सांबर में डालने से उसका
स्वाद और अच्छा हो जाता है।
●नारियल के कबाब, ग्रेवी वाले आलू की सब्जी, फ्रेंच बीन्स, गाजर-मटर की
सूखी सब्जी आदि में ताजा कद्दूकस किया नारियल अथवा नारियल का बूरा डालें।
सब्जी का स्वाद कई गुना बेहतर हो जाएगा।
●सूखे नारियल यानी डेसीकेटेड नारियल या नारियल μलेक्स जो बाजार में आसानी
से उपलब्ध हैं, उनका इस्तेमाल मैं हर उस डिश में जिसमें नारियल डालना है,
कर लेती हूं। मसलन, पेठे को कद्दूकस करके उसमें नारियल बुरादा डालकर लड्डू
बनाती हूं।
●घर में अगर ताजा नारियल नहीं है, तो नारियल के बुरादे को चटनी बनाने से
पहले आधे घंटे के लिए गुनगुना दूध या फिर दही में भिगोकर कर रखें और फिर
चटनी तैयार करें। ताजे नारियल जैसा स्वाद आएगा।
●जैम और नारियल से भी लड्डू बनाया जा सकता है। नारियल के बुरादे को हल्का
गर्म करें और उसमें जैम मिलाएं। अब इस मिश्रण से लड्डू तैयार कर लें।
●कद्दूकस किए नारियल और पनीर व नमक मसाले के साथ भरवां पराठा बनाएं। स्वादिष्ट बनेगा।
●कोकोनट राइस बना रही हैं, तो उसमें नारियल को कद्दूकस करके जरूर डालें। स्वाद बेमिसाल आएगा।
ऐसे करें स्टोर
●ताजे नारियल के टुकड़ों को साफ पानी से धोकर एक कंटेनर में रखें और बरतन
में ऊपर तक पानी भरकर बंद करके फ्रिज में रखें। हर दूसरे दिन पानी बदलें।10
-15 दिन तक नारियल ठीक रहता है।
●नारियल से पानी निकालकर उसे कद्दूकस कर लें या फिर ग्राइंडर में पीस लें।
आइस क्यूब ट्रे या मोल्ड में जमा दें। जमने के बाद निकाल कर जिप पाउच में
डालकर फ्रीजर में रखें। छह महीने तक इस्तेमाल करें।
●सूखे नारियल के बुरादे को जिप पाउच में सील करके फ्रीजर में रखें। एक साल तक इस्तेमाल योग्य रहेगा।
सेहत से भी जुड़ा है नारियल
नारियल खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है, साथ ही सेहत के लिए भी बहुत
फायदेमंद है क्योंकि यह ग्लूटेन फ्री है। यह पोषक तत्वों की खान है, इसमें
प्रोटीन, काब्र्स ,हेल्दी फैट्स, फाइबर, मैगनीज, कॉपर, पोटैशियम, आयरन र्व
ंजक आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह कई तरीके से सेहत को लाभ पहुंचाता है:
1 ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है। नारियल दिल की सेहत के लिए अच्छा है।
इससे निकलने वाले तेल से गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम
करता है।
2 बदलते मौसम में नारियल खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। सवेरे कच्चा नारियल खाने से शरीर में खून की कमी दूर होती है।
3 इसमें फाइबर भरपूर होता है, अत: इसके सेवन से कब्ज की शिकायत से निजात
मिलती है। अनिंद्रा की समस्या से भी इसके सेवन से निजात मिलती है।