चोरी का चेक लगाकर खाते से तीन करोड़ निकालने की कोशिश, गिरफ्तार:

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रायपुर  । राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी थाने की पुलिस ने स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की शिकायत पर कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उन्होंने चेक चुराकर, उस पर फर्जी हस्ताक्षर कर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अकाउंट से तीन करोड़ रुपये आहरण करने की कोशिश की थी।  जानकारी के अनुसार 19 अप्रैल को प्रार्थी स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के उप महाप्रबंधक मंदार शिलेदार समेत दो अन्य की शिकायत पर पुलिस ने मेसर्स बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के संचालक बुद्ध भगवान साहू, फाइनेंस एजेंट राजेश यादव और एक अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। सीनियर अकाउंटेट ने पुलिस को बताया है कि कंपनी का एक्सिस बैंक में अकाउंट है। बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से तीन करोड़ रुपये भुगतान करने का मैसेज आया। इस संबंध में जानकारी जुटाई गई, तब पता चला कि डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने किसी के नाम से तीन करोड़ रुपये का चेक जारी नहीं किया है। इसके बाद बैंक से चेक क्लियरेंस होने से रुकवाया गया और जिनके नाम से चेक जारी किया गया था, उसके बारे में जानकारी जुटाई गई। इधर पुलिस ने विवेचना के दौरान आरोपित भगवान साहू ने राजेश यादव और अन्य अज्ञात आरोपितों के साथ मिलकर अपराध करना बताया, जिनकी तलाश की जा रही थी।


रायपुर  । राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी थाने की पुलिस ने स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की शिकायत पर कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उन्होंने चेक चुराकर, उस पर फर्जी हस्ताक्षर कर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अकाउंट से तीन करोड़ रुपये आहरण करने की कोशिश की थी।  जानकारी के अनुसार 19 अप्रैल को प्रार्थी स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के उप महाप्रबंधक मंदार शिलेदार समेत दो अन्य की शिकायत पर पुलिस ने मेसर्स बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के संचालक बुद्ध भगवान साहू, फाइनेंस एजेंट राजेश यादव और एक अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। सीनियर अकाउंटेट ने पुलिस को बताया है कि कंपनी का एक्सिस बैंक में अकाउंट है। बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से तीन करोड़ रुपये भुगतान करने का मैसेज आया। इस संबंध में जानकारी जुटाई गई, तब पता चला कि डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने किसी के नाम से तीन करोड़ रुपये का चेक जारी नहीं किया है। इसके बाद बैंक से चेक क्लियरेंस होने से रुकवाया गया और जिनके नाम से चेक जारी किया गया था, उसके बारे में जानकारी जुटाई गई। इधर पुलिस ने विवेचना के दौरान आरोपित भगवान साहू ने राजेश यादव और अन्य अज्ञात आरोपितों के साथ मिलकर अपराध करना बताया, जिनकी तलाश की जा रही थी।


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