आपात स्थिति से निपटने रायपुर एयरपोर्ट में की गई मॉक ड्रिल:

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रायपुर। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मंगलवार को मॉक ड्रिल की गई, इस
दौरान केमिकल, बायोलॉजिकल और न्युक्लियर हमले के खतरे का एयरपोर्ट अथॉरिटी
के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सीआईएसएफ के जवानों ने कार्गो सेक्शन में
अभ्यास किया गया जहां आपात स्थिति में विभिन्न एजेंसियों की भूमिका भी बताई
गई।


जैविक और रासायनिक खतरों से निपटने के लिए रायपुर एयरपोर्ट पर
मंगलवार को मॉक ड्रिल किया गया इसमें चार एजेंसियों ने हिस्सा लिया जिसमें
एयरपोर्ट अथॉरिटी की फायर विंग के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सीआईएसएफ
के जवान भी शामिल थे। इसका उद्देश्य ही सभी एजेंसियों को आपात स्थिति के
लिए तैयार करना था। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से बताया गया कि माना जाता है
कि इस तरह की घटनाएं आमतौर पर कार्गो क्षेत्र में हो सकती हैं। इसे देखते
हुए स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के कार्गो सेक्शन में अभ्यास किया गया। जहां
हर एजेंसी की भूमिका पहले से तय की गई, जिससे वास्तविक घटना के दौरान सभी
एक टीम के रूप में स्थिति से निपटने के लिए काम करें।




रायपुर। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मंगलवार को मॉक ड्रिल की गई, इस
दौरान केमिकल, बायोलॉजिकल और न्युक्लियर हमले के खतरे का एयरपोर्ट अथॉरिटी
के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सीआईएसएफ के जवानों ने कार्गो सेक्शन में
अभ्यास किया गया जहां आपात स्थिति में विभिन्न एजेंसियों की भूमिका भी बताई
गई।


जैविक और रासायनिक खतरों से निपटने के लिए रायपुर एयरपोर्ट पर
मंगलवार को मॉक ड्रिल किया गया इसमें चार एजेंसियों ने हिस्सा लिया जिसमें
एयरपोर्ट अथॉरिटी की फायर विंग के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सीआईएसएफ
के जवान भी शामिल थे। इसका उद्देश्य ही सभी एजेंसियों को आपात स्थिति के
लिए तैयार करना था। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से बताया गया कि माना जाता है
कि इस तरह की घटनाएं आमतौर पर कार्गो क्षेत्र में हो सकती हैं। इसे देखते
हुए स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के कार्गो सेक्शन में अभ्यास किया गया। जहां
हर एजेंसी की भूमिका पहले से तय की गई, जिससे वास्तविक घटना के दौरान सभी
एक टीम के रूप में स्थिति से निपटने के लिए काम करें।



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