रायपुर. शहर के भीतर नो एंट्री के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश बदस्तूर जारी है। विधानसभा के रास्ते मोवा के मुख्य बाजार व भीतरी मार्गों में पहुंच रहे भारी वाहन जिससे यातायात बिगड़ चुका है। वहीं दूसरी ओर शहर में सड़क दुर्घटनाओं का खतरा निरंतर बना रहता है।
शहर के भीतर नो एंट्री के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश से शहर के लिए गंभीर समस्या बन चुका है अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण आयोग के प्रदेश मीडिया प्रभारी अफरोज ख्वाजा द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया, लेकिन किसी तरहा की कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आई लोगों की जान-माल को फिर सिस्टम में बैठे अधिकारी-कर्मचारी दांव पर लगा रहे हैं और खुद अपने कार्यालयों में मस्त रह रहे हैं?!
रायपुर. शहर के भीतर नो एंट्री के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश बदस्तूर जारी है। विधानसभा के रास्ते मोवा के मुख्य बाजार व भीतरी मार्गों में पहुंच रहे भारी वाहन जिससे यातायात बिगड़ चुका है। वहीं दूसरी ओर शहर में सड़क दुर्घटनाओं का खतरा निरंतर बना रहता है।
शहर के भीतर नो एंट्री के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश से शहर के लिए गंभीर समस्या बन चुका है अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण आयोग के प्रदेश मीडिया प्रभारी अफरोज ख्वाजा द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया, लेकिन किसी तरहा की कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आई लोगों की जान-माल को फिर सिस्टम में बैठे अधिकारी-कर्मचारी दांव पर लगा रहे हैं और खुद अपने कार्यालयों में मस्त रह रहे हैं?!