टूथपेस्ट से लेकर मेयोनीज तक, आपकी त्वचा को बर्बाद कर सकते हैं ये 6 ट्रेंडिंग हैक्स, जानिए इनके जोखिम:

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हेल्दी और ग्लोइंग स्किन के लिए लोग कई प्रकार के प्रोडक्टस और घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करते हैं। मगर हर नुस्खा स्किन के लिए फायदेमंद हो, ऐसा ज़रूरी तो नहीं। इन दिनों लोग रील्स को देखकर चेहरे पर कुछ भी अप्लाई करने से परहेज़ नहीं करते हैं। इसके चलते त्वचा पर दाग धब्बों, पिंपल्स और रूखेपन का सामना करना पड़ता है। दरअसल, चेहरे की सुंदरता को बनाए रखने के लिए लोग सदियों से दादी नानी के बताए कारगर नुस्खे प्रयोग कर रहे हैं। मगर कुछ रेमिडीज़ ऐसी भी है, जो चेहरे की कोमल त्वचा पर एसिड की तरह काम करती हैं। जानते हैं किन होम रेमिडीज़ से है बचने की आवश्यकता।


इस बारे में स्किन एक्सपर्ट डॉ नवराज विर्क बताते हैं कि स्किन को दाग धब्बों से मुक्त करने और उसके लचीलेपन को बनाए रखने के लिए कई बार ऐसी चीजों को स्किन पर अप्लाई करते हैं, जिससे त्वचा का पीएच लेवल असंतुलित हो जाता है। कुछ चीजों में इस्तेमाल किए गए कैमिकल तवचा की नमी को छीनकर रैशेज और कालेपन की समस्या को बढ़ा देते हैं।

1. पिंपल्स पर टूथपेस्ट न लगाएं

यू एस फ़ूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार अगर टूथपेस्ट में ट्रिक्लोसन केमिकल पाया जाता है, तो उससे त्वचा का पीएच लेवल प्रभावित होने लगता है। इससे त्वचा पर रैशेज और बर्निंग की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा टूथपेस्ट में मौजूद सोडियम लॉरेल सल्फेट और बेकिंग सोडा की मात्रा त्वचा की सेंसटीविटी को नुकसान पहुंचाने लगती है। चेहरे पर टूथपेस्ट अप्लाई करने के बाद अगर जलन महसूस होने लगे, तो उसे तुरंत रिमूव कर दें।

2. टैनिंग के लिए नींंबू का रस न करें प्रयोग

चेहरे पर नींबू का रस डायरेक्टली अप्लाई करने से स्किन पर पीलिंग और फ्लेकीनेस बढ़ सकती है। दरअसल, नींबू में पाई जाने वाली हाई एसिडिक प्रॉपर्टीज़ स्किन इरीटेशन का कारण साबित होती हैं। एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड त्वचा पर ल्यूकोडर्मा की संभावना को बढ़ा देता है। इससे त्वचा पर सफेद निशान नज़र आने लगते हैं।

3. बेकिंग सोडा से बढ़ जाती है स्किन इचिंग

बेकिंग सोडा को सोडियम कार्बोनेट भी कहा जाता है। बिना किसी इंग्रीडिएंट के बेकिंग सोडा को चेहरे पर डायरेक्टली अप्लाई करने से स्किन इचिंग का सामना करना पड़ता है। इसमें पाई जाने वाले हाई अल्कलाइन प्रॉपर्टीज त्वचा के नेचुरल ऑयल को कम करने लगता है। साथ ही परएच के स्तर को भी असंतुलित करता है। इससे स्किन का रूखापन बढ़ जाता है।

4. टमाटर

ऑयली स्किल से बचने के लिए लोग अक्सर चेहरे पर टमाटर से रबिंग करने लगते है। मगर वे लोग जिनकी त्वचा संवेदनशील यानि सेंसिटिव है, उन्हें टमाटर के इस्तेमाल से दूर रहना चाहिए। इससे स्किन एलर्जी का खतरा बना रहता है। टमाटर के रस को चेहरे पर अप्लाई करने के लिए एलोवेरा, बेसन और ओटमील में मिलाकर इस्तेमाल कर सकती हैं।

5. सेब का सिरका

यूएनएल हेल्थ सेंटर के मुताबिक सेब के सिरके को फर्मेडिंड प्रोसेस से तैयार किया जाता है। इससे डायरेक्ट चेहरे या स्कैल्प पर अप्लाई करने से त्वचा का रूखापन बढ़ जाता है। इसके अलावा इचिंग की खतरा भी बढ़ने लगता है। इसे चेहरे या स्कैल्प पर अप्लाई करने से पहले पानी या किसी अन्य पदार्थ में ायल्यूट करके प्रयोग में लाना चाहिए। इसके अलावा पैच टेस्ट भी कारगर साबित होता है।

6. मेयोनीज़

फैटी एसिड से भरपूर मायोनीज़ फेस मास्क को अप्लाई करने से एक्ने और पोर्स में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ने लगता है। इसका बहुत अधिक प्रयोग से त्वचा पर सीबम सिक्रीशन बढ़ जाता है, जिससे ब्लैक हेड्स और व्हाइटहेड्स का खतरा बना रहता है।

कैसे रखें चेहरे का ख्याल

किसी भी घरेलू नुस्खे को चेहरे पर अप्लाई करने से पहले उसका पैच टेस्ट अवश्य कर लें। अगर जलन महसूस होने लगती है, तो अप्लाई करने से बचें।

कोई भी खाद्य पदार्थ चेहरे पर लगाने से पहले उसका एक्सपाईरी डेट को भी अवश्य चेक करना चाहिए।

चेहरे को ग्लोई बनाने के लिए किसी भी खाद्य पदार्थ को डायरेक्टली अप्लाई करने की जगह दूध, पानी या किसी जेल में मिलाकर उसका प्रयोग करना चाहिए।


हेल्दी और ग्लोइंग स्किन के लिए लोग कई प्रकार के प्रोडक्टस और घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करते हैं। मगर हर नुस्खा स्किन के लिए फायदेमंद हो, ऐसा ज़रूरी तो नहीं। इन दिनों लोग रील्स को देखकर चेहरे पर कुछ भी अप्लाई करने से परहेज़ नहीं करते हैं। इसके चलते त्वचा पर दाग धब्बों, पिंपल्स और रूखेपन का सामना करना पड़ता है। दरअसल, चेहरे की सुंदरता को बनाए रखने के लिए लोग सदियों से दादी नानी के बताए कारगर नुस्खे प्रयोग कर रहे हैं। मगर कुछ रेमिडीज़ ऐसी भी है, जो चेहरे की कोमल त्वचा पर एसिड की तरह काम करती हैं। जानते हैं किन होम रेमिडीज़ से है बचने की आवश्यकता।


इस बारे में स्किन एक्सपर्ट डॉ नवराज विर्क बताते हैं कि स्किन को दाग धब्बों से मुक्त करने और उसके लचीलेपन को बनाए रखने के लिए कई बार ऐसी चीजों को स्किन पर अप्लाई करते हैं, जिससे त्वचा का पीएच लेवल असंतुलित हो जाता है। कुछ चीजों में इस्तेमाल किए गए कैमिकल तवचा की नमी को छीनकर रैशेज और कालेपन की समस्या को बढ़ा देते हैं।

1. पिंपल्स पर टूथपेस्ट न लगाएं

यू एस फ़ूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार अगर टूथपेस्ट में ट्रिक्लोसन केमिकल पाया जाता है, तो उससे त्वचा का पीएच लेवल प्रभावित होने लगता है। इससे त्वचा पर रैशेज और बर्निंग की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा टूथपेस्ट में मौजूद सोडियम लॉरेल सल्फेट और बेकिंग सोडा की मात्रा त्वचा की सेंसटीविटी को नुकसान पहुंचाने लगती है। चेहरे पर टूथपेस्ट अप्लाई करने के बाद अगर जलन महसूस होने लगे, तो उसे तुरंत रिमूव कर दें।

2. टैनिंग के लिए नींंबू का रस न करें प्रयोग

चेहरे पर नींबू का रस डायरेक्टली अप्लाई करने से स्किन पर पीलिंग और फ्लेकीनेस बढ़ सकती है। दरअसल, नींबू में पाई जाने वाली हाई एसिडिक प्रॉपर्टीज़ स्किन इरीटेशन का कारण साबित होती हैं। एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड त्वचा पर ल्यूकोडर्मा की संभावना को बढ़ा देता है। इससे त्वचा पर सफेद निशान नज़र आने लगते हैं।

3. बेकिंग सोडा से बढ़ जाती है स्किन इचिंग

बेकिंग सोडा को सोडियम कार्बोनेट भी कहा जाता है। बिना किसी इंग्रीडिएंट के बेकिंग सोडा को चेहरे पर डायरेक्टली अप्लाई करने से स्किन इचिंग का सामना करना पड़ता है। इसमें पाई जाने वाले हाई अल्कलाइन प्रॉपर्टीज त्वचा के नेचुरल ऑयल को कम करने लगता है। साथ ही परएच के स्तर को भी असंतुलित करता है। इससे स्किन का रूखापन बढ़ जाता है।

4. टमाटर

ऑयली स्किल से बचने के लिए लोग अक्सर चेहरे पर टमाटर से रबिंग करने लगते है। मगर वे लोग जिनकी त्वचा संवेदनशील यानि सेंसिटिव है, उन्हें टमाटर के इस्तेमाल से दूर रहना चाहिए। इससे स्किन एलर्जी का खतरा बना रहता है। टमाटर के रस को चेहरे पर अप्लाई करने के लिए एलोवेरा, बेसन और ओटमील में मिलाकर इस्तेमाल कर सकती हैं।

5. सेब का सिरका

यूएनएल हेल्थ सेंटर के मुताबिक सेब के सिरके को फर्मेडिंड प्रोसेस से तैयार किया जाता है। इससे डायरेक्ट चेहरे या स्कैल्प पर अप्लाई करने से त्वचा का रूखापन बढ़ जाता है। इसके अलावा इचिंग की खतरा भी बढ़ने लगता है। इसे चेहरे या स्कैल्प पर अप्लाई करने से पहले पानी या किसी अन्य पदार्थ में ायल्यूट करके प्रयोग में लाना चाहिए। इसके अलावा पैच टेस्ट भी कारगर साबित होता है।

6. मेयोनीज़

फैटी एसिड से भरपूर मायोनीज़ फेस मास्क को अप्लाई करने से एक्ने और पोर्स में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ने लगता है। इसका बहुत अधिक प्रयोग से त्वचा पर सीबम सिक्रीशन बढ़ जाता है, जिससे ब्लैक हेड्स और व्हाइटहेड्स का खतरा बना रहता है।

कैसे रखें चेहरे का ख्याल

किसी भी घरेलू नुस्खे को चेहरे पर अप्लाई करने से पहले उसका पैच टेस्ट अवश्य कर लें। अगर जलन महसूस होने लगती है, तो अप्लाई करने से बचें।

कोई भी खाद्य पदार्थ चेहरे पर लगाने से पहले उसका एक्सपाईरी डेट को भी अवश्य चेक करना चाहिए।

चेहरे को ग्लोई बनाने के लिए किसी भी खाद्य पदार्थ को डायरेक्टली अप्लाई करने की जगह दूध, पानी या किसी जेल में मिलाकर उसका प्रयोग करना चाहिए।


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