इंदौर . इंदौर में सिटी और आई बसों में सफर करने वाले यात्रियों को अब खुल्ले पैसे लेकर सफर करने की झंझट से छुटकारा मिलेगा। दरअसल अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड जल्द ही इन बसों में यूपीआई से टिकट लेने की व्यवस्था करने जा रहा है।
साथ ही शहर में जर्जर हो चुके सिटी बस स्टाप को भी बदलने जा रहा है। शुरुआत में 200 नए सिटी बस स्टाप बनाए जाएंगे, जिसके टेंडर जारी हो चुके हैं। एआईसीटीएसएल सीईओ दिव्यांक सिंह ने बताया कि पीपीपी मोड पर 200 बस शेल्टर बनाने के टेंडर जारी किया गया है।
इसके माध्यम से राजस्व जनरेट होगा। बीआरटीएस पर बस स्टैंड, बस और रोल टिकट पर विज्ञापन के माध्यम से राजस्व जुटाया जाएगा, इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन दोनों माध्यम से कोशिश की जाएगी कि कंपनी घाटे में न रहे।
सवारी के चक्कर में आगे-पीछे चल रही सिटी बसें
शुरुआत में आपरेटर द्वारा तय टाइमिंग पर ही बसों का संचालन किया जाता था, लेकिन एआईसीटीएसएल द्वारा निगरानी नहीं रखने और लापरवाही के चलते वर्तमान में कई रूट पर सिटी बसें सवारी बैठाने की होड़ में आगे-पीछे चलती हैं। दो बसों के बीच समय अंतराल भी खत्म हो चुका है।
एक साथ दो बसें सड़क पर खड़ी होने पर जहां अन्य वाहन चालक परेशान होते हैं, वहीं विवाद की स्थिति भी बनती है। सीईओ सिंह ने बताया कि सिटी बसों और उनके रूट को रिशेड्यूल किया जा रहा है, ताकि बसों के बीच समय का अंतराल बना रहे और यात्री कम समय में सुविधाजनक सफर का आनंद ले सकें।
इंदौर . इंदौर में सिटी और आई बसों में सफर करने वाले यात्रियों को अब खुल्ले पैसे लेकर सफर करने की झंझट से छुटकारा मिलेगा। दरअसल अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड जल्द ही इन बसों में यूपीआई से टिकट लेने की व्यवस्था करने जा रहा है।
साथ ही शहर में जर्जर हो चुके सिटी बस स्टाप को भी बदलने जा रहा है। शुरुआत में 200 नए सिटी बस स्टाप बनाए जाएंगे, जिसके टेंडर जारी हो चुके हैं। एआईसीटीएसएल सीईओ दिव्यांक सिंह ने बताया कि पीपीपी मोड पर 200 बस शेल्टर बनाने के टेंडर जारी किया गया है।
इसके माध्यम से राजस्व जनरेट होगा। बीआरटीएस पर बस स्टैंड, बस और रोल टिकट पर विज्ञापन के माध्यम से राजस्व जुटाया जाएगा, इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन दोनों माध्यम से कोशिश की जाएगी कि कंपनी घाटे में न रहे।
सवारी के चक्कर में आगे-पीछे चल रही सिटी बसें
शुरुआत में आपरेटर द्वारा तय टाइमिंग पर ही बसों का संचालन किया जाता था, लेकिन एआईसीटीएसएल द्वारा निगरानी नहीं रखने और लापरवाही के चलते वर्तमान में कई रूट पर सिटी बसें सवारी बैठाने की होड़ में आगे-पीछे चलती हैं। दो बसों के बीच समय अंतराल भी खत्म हो चुका है।
एक साथ दो बसें सड़क पर खड़ी होने पर जहां अन्य वाहन चालक परेशान होते हैं, वहीं विवाद की स्थिति भी बनती है। सीईओ सिंह ने बताया कि सिटी बसों और उनके रूट को रिशेड्यूल किया जा रहा है, ताकि बसों के बीच समय का अंतराल बना रहे और यात्री कम समय में सुविधाजनक सफर का आनंद ले सकें।