Mp : विधानसभा घेराव, कांग्रेस का प्रदर्शन शुरू, मध्य प्रदेश घोटाला प्रदेश बना; कमल नाथ:

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भोपाल। भाजपा सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, अनुसूचित जाति-जनजाति, महिलाओं और बच्चियों के उत्पीड़न, किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव कर शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई प्रमुख नेता शामिल हुए हैं, जो सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।


पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सभा को संबोधित करते हुए


पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की स्थिति सभी के सामने है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की पहचान अब घोटालों से जुड़ गई है, और हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार व्याप्त है। कमल नाथ ने किसानों के साथ हो रहे अन्याय की बात करते हुए कहा कि बीज और खाद के घोटाले ने प्रदेश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है, जो कि 70 प्रतिशत तक कृषि पर निर्भर है।


महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा भी प्रदर्शन में शामिल 


महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने प्रदर्शन में भाग लिया। सभा के दौरान पूर्व मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मध्य प्रदेश में समस्याओं का ढेर लगा हुआ है। सरकार हर मोर्चे पर असफल साबित हो चुकी है। किसानों को नकली बीज मिल रहा है और बिजली की दरें भी बहुत अधिक हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि जो वादे हमारी माताओं और बहनों से किए गए थे, उन पर पूरी तरह से अमल नहीं किया जा रहा है। विधानसभा का सत्र जितने दिनों के लिए बुलाया जाता है, वह कभी भी उतने दिन नहीं चलता। कानून व्यवस्था में गिरावट आ रही है और अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लोगों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। भ्रष्टाचार और बेरोजगारी की स्थिति भी बेहद गंभीर हो गई है।


विधायक फूल सिंह बरैया ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में महिलाओं को लाड़ली बहना कहना उचित नहीं है। इसके अलावा, खाद की समस्या भी बढ़ती जा रही है, जिससे किसानों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।


किसानों को आवश्यक खाद उपलब्ध कराने में असफल


शून्यकाल के दौरान खाद की कमी का मुद्दा कांग्रेस ने उठाया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार किसानों को आवश्यक खाद उपलब्ध कराने में असफल रही है। बोवनी का कार्य ठप पड़ा है और किसान अत्यंत परेशान हैं। विभिन्न स्थानों पर लंबी कतारें लग रही हैं, लेकिन सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि किसानों को खाद कब तक मिलेगी। जब सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया, तो कांग्रेस के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन करने का निर्णय लिया।


कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेडिंग के साथ कड़े प्रबंध किए गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पटवारी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल होने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में प्रदेशवासियों को केवल धोखे का सामना करना पड़ा है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।


लाड़ली बहना योजना पर सवाल


लाड़ली बहनों को तीन हजार रुपये की सहायता नहीं मिल रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है। यह स्थिति सरकार की नाकामी को दर्शाती है, जो महिलाओं के कल्याण के लिए किए गए वादों को पूरा करने में असफल रही है। इस प्रकार की समस्याएं समाज में असंतोष और निराशा का कारण बन रही हैं, और सरकार को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।


महिला सुरक्षा पर सवाल


पटवारी का कहना है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं और बच्चियों के साथ कोई न कोई घटना न घटती हो। अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उत्पीड़न की खबरें भी हर दिन सामने आ रही हैं। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है।


भोपाल। भाजपा सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, अनुसूचित जाति-जनजाति, महिलाओं और बच्चियों के उत्पीड़न, किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव कर शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई प्रमुख नेता शामिल हुए हैं, जो सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।


पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सभा को संबोधित करते हुए


पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की स्थिति सभी के सामने है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की पहचान अब घोटालों से जुड़ गई है, और हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार व्याप्त है। कमल नाथ ने किसानों के साथ हो रहे अन्याय की बात करते हुए कहा कि बीज और खाद के घोटाले ने प्रदेश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है, जो कि 70 प्रतिशत तक कृषि पर निर्भर है।


महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा भी प्रदर्शन में शामिल 


महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने प्रदर्शन में भाग लिया। सभा के दौरान पूर्व मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मध्य प्रदेश में समस्याओं का ढेर लगा हुआ है। सरकार हर मोर्चे पर असफल साबित हो चुकी है। किसानों को नकली बीज मिल रहा है और बिजली की दरें भी बहुत अधिक हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि जो वादे हमारी माताओं और बहनों से किए गए थे, उन पर पूरी तरह से अमल नहीं किया जा रहा है। विधानसभा का सत्र जितने दिनों के लिए बुलाया जाता है, वह कभी भी उतने दिन नहीं चलता। कानून व्यवस्था में गिरावट आ रही है और अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लोगों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। भ्रष्टाचार और बेरोजगारी की स्थिति भी बेहद गंभीर हो गई है।


विधायक फूल सिंह बरैया ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में महिलाओं को लाड़ली बहना कहना उचित नहीं है। इसके अलावा, खाद की समस्या भी बढ़ती जा रही है, जिससे किसानों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।


किसानों को आवश्यक खाद उपलब्ध कराने में असफल


शून्यकाल के दौरान खाद की कमी का मुद्दा कांग्रेस ने उठाया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार किसानों को आवश्यक खाद उपलब्ध कराने में असफल रही है। बोवनी का कार्य ठप पड़ा है और किसान अत्यंत परेशान हैं। विभिन्न स्थानों पर लंबी कतारें लग रही हैं, लेकिन सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि किसानों को खाद कब तक मिलेगी। जब सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया, तो कांग्रेस के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन करने का निर्णय लिया।


कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेडिंग के साथ कड़े प्रबंध किए गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पटवारी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल होने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में प्रदेशवासियों को केवल धोखे का सामना करना पड़ा है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।


लाड़ली बहना योजना पर सवाल


लाड़ली बहनों को तीन हजार रुपये की सहायता नहीं मिल रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है। यह स्थिति सरकार की नाकामी को दर्शाती है, जो महिलाओं के कल्याण के लिए किए गए वादों को पूरा करने में असफल रही है। इस प्रकार की समस्याएं समाज में असंतोष और निराशा का कारण बन रही हैं, और सरकार को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।


महिला सुरक्षा पर सवाल


पटवारी का कहना है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं और बच्चियों के साथ कोई न कोई घटना न घटती हो। अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उत्पीड़न की खबरें भी हर दिन सामने आ रही हैं। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है।


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