रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर धान खरीदी
केंद्रों से कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव जारी है। राज्य में तीन मार्च
तक 88.18 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। छत्तीसगढ़ द्वारा
केंद्रीय पूल में चावल जमा कराने के मामले में भी तेजी से काम किया जा रहा
है। अब तक केंद्रीय पूल में 25.61 लाख मीट्रिक टन चावल जमा कराया जा चुका
है। इनमें भारतीय खाद्य निगम में 14.01 लाख मीट्रिक टन और नागरिक आपूर्ति
निगम में 11.60 लाख मीट्रिक टन चावल शामिल है।
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर इस वर्ष
धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान का तेजी से उठाव किया जा रहा
है। अब तक डीओ और टीओ के माध्यम से 88.18 लाख मीट्रिक टन धान का रिकार्ड
उठाव हो चुका है। श्री वर्मा ने बताया कि 69 लाख 50 हजार मीट्रिक टन धान का
डीओ जारी कर दिया गया
है।
उपार्जन केंद्रों से मिलर्स द्वारा 66 लाख 04 हजार मीट्रिक धान का उठाव कर
लिया गया है। इसी प्रकार 23 लाख 37 हजार मीट्रिक टन धान के परिवहन के लिए
टी.ओ. जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध समितियों से 22 लाख 14 हजार मीट्रिक
टन धान का उठाव हो चुका है। धान खरीदी केंद्रों से धान का उठाव और कस्टम
मिलिंग भी जारी है। इस साल केंद्रीय पूल में 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा
चावल जमा कराया जाना है।
मिलरों को बोनस का प्रविधान
धान का उठाव करने और
सरकार को समय से चावल देने वाले मिलरों के लिए सरकार ने बोनस देने का
प्रविधान किया है। इसके कारण मिलर भी धान के उठाव में तेजी दिखा रहे हैं।
जिससे सोसायटियों में जमा धान के बेमौसम बारिश से नुकसान नहीं हो सकेगा।
पिछले साल मिलरों के धान उठाव में देरी के कारण सोसायटियों में बारिश में
काफा धान बारिश से नुकसान हो गया था।
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर धान खरीदी
केंद्रों से कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव जारी है। राज्य में तीन मार्च
तक 88.18 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। छत्तीसगढ़ द्वारा
केंद्रीय पूल में चावल जमा कराने के मामले में भी तेजी से काम किया जा रहा
है। अब तक केंद्रीय पूल में 25.61 लाख मीट्रिक टन चावल जमा कराया जा चुका
है। इनमें भारतीय खाद्य निगम में 14.01 लाख मीट्रिक टन और नागरिक आपूर्ति
निगम में 11.60 लाख मीट्रिक टन चावल शामिल है।
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर इस वर्ष
धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान का तेजी से उठाव किया जा रहा
है। अब तक डीओ और टीओ के माध्यम से 88.18 लाख मीट्रिक टन धान का रिकार्ड
उठाव हो चुका है। श्री वर्मा ने बताया कि 69 लाख 50 हजार मीट्रिक टन धान का
डीओ जारी कर दिया गया
है।
उपार्जन केंद्रों से मिलर्स द्वारा 66 लाख 04 हजार मीट्रिक धान का उठाव कर
लिया गया है। इसी प्रकार 23 लाख 37 हजार मीट्रिक टन धान के परिवहन के लिए
टी.ओ. जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध समितियों से 22 लाख 14 हजार मीट्रिक
टन धान का उठाव हो चुका है। धान खरीदी केंद्रों से धान का उठाव और कस्टम
मिलिंग भी जारी है। इस साल केंद्रीय पूल में 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा
चावल जमा कराया जाना है।
मिलरों को बोनस का प्रविधान
धान का उठाव करने और
सरकार को समय से चावल देने वाले मिलरों के लिए सरकार ने बोनस देने का
प्रविधान किया है। इसके कारण मिलर भी धान के उठाव में तेजी दिखा रहे हैं।
जिससे सोसायटियों में जमा धान के बेमौसम बारिश से नुकसान नहीं हो सकेगा।
पिछले साल मिलरों के धान उठाव में देरी के कारण सोसायटियों में बारिश में
काफा धान बारिश से नुकसान हो गया था।