रायपुर। दौड़ना सेहत के लिए ही नहीं बल्कि लंबी उम्र
पाने के लिए भी कारगर है। इन्ही चीजों को लोगों में जागरूकता लाने के लिए
लिए जूनियर डाक्टर एसोसिएशन एवं नेशनल मेडिकल आर्गेनाईजेशन छत्तीसगढ़ ने
`रन फार हेल्थ` का आयोजन पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज से मरीन ड्राइव
तक किया गया। जिसे आंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डा. एसबीएस नेताम ने हरी
झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने दौड़ने से शरीर को होने वाले
फायदे को बताया।
अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाव
डा. एसबीएस नेताम ने कहा कि कुछ दिनों की दौड़ से ही मस्तिष्क में नई
कोशिकाओं का निर्माण होता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में वृद्धि
होती है। साथ ही आपकी याददाश्त पर भी सकारात्मक असर होता है। इससे आप
डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे याददाश्त संबंधी रोगों से बचे रह सकते हैं।
मरीन ड्राइव में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रेजिडेंट और पैथोलाजी के हेड
आफ डिपार्टमेंट डा. अरविंद नेरल उपस्थित रहे। उन्होंने जुडो के प्रयासों की
सराहना की और बताया कि फिट रहने के लिए अन्य व्यायाम की तुलना में दौड़ना
सबसे अच्छा व्यायाम है।
दौड़ना सरल व्यायाम
दौड़ना
बहुत ही सरल और जल्द
फायदा पहुंचाने वाला व्यायाम है। दौड़ने के लिए किसी खास तकनीक की भी
आवश्यकता नहीं होती। इससे न केवल वजन नियंत्रित होता है बल्कि आप पर उम्र
का असर भी देर से दिखाई देता है। आज की आरामतलब जीवनशैली में लोगों के पास
व्यायाम के लिए समय नहीं। ऐसे में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है। दौड़ने से
ना केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि शरीर भी फिट रहता है।जूनियर
डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डा. प्रेम चौधरी ने बताया कि फिजिकल
एक्टिविटी आज के समय की आवश्यकता ही नहीं मजबूरी हो गुई है क्योंकि अब
पश्चिमी देशों के जैसे हमारे इंडिया में भी मोटापे के मरीजों की संख्या में
बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस रन फार हेल्थ का
आयोजन किया और संदेश देने की कोशिश की कि दोड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस
और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डा. प्रेम चौधरी ने बताया कि फिजिकल
एक्टिविटी आज के समय की आवश्यकता ही नहीं मजबूरी हो गुई है क्योंकि अब
पश्चिमी देशों के जैसे हमारे इंडिया में भी मोटापे के मरीजों की संख्या में
बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस रन फार हेल्थ का
आयोजन किया और संदेश देने की कोशिश की कि दोड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस
और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है।
रायपुर। दौड़ना सेहत के लिए ही नहीं बल्कि लंबी उम्र
पाने के लिए भी कारगर है। इन्ही चीजों को लोगों में जागरूकता लाने के लिए
लिए जूनियर डाक्टर एसोसिएशन एवं नेशनल मेडिकल आर्गेनाईजेशन छत्तीसगढ़ ने
`रन फार हेल्थ` का आयोजन पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज से मरीन ड्राइव
तक किया गया। जिसे आंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डा. एसबीएस नेताम ने हरी
झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने दौड़ने से शरीर को होने वाले
फायदे को बताया।
अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाव
डा. एसबीएस नेताम ने कहा कि कुछ दिनों की दौड़ से ही मस्तिष्क में नई
कोशिकाओं का निर्माण होता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में वृद्धि
होती है। साथ ही आपकी याददाश्त पर भी सकारात्मक असर होता है। इससे आप
डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे याददाश्त संबंधी रोगों से बचे रह सकते हैं।
मरीन ड्राइव में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रेजिडेंट और पैथोलाजी के हेड
आफ डिपार्टमेंट डा. अरविंद नेरल उपस्थित रहे। उन्होंने जुडो के प्रयासों की
सराहना की और बताया कि फिट रहने के लिए अन्य व्यायाम की तुलना में दौड़ना
सबसे अच्छा व्यायाम है।
दौड़ना सरल व्यायाम
दौड़ना
बहुत ही सरल और जल्द
फायदा पहुंचाने वाला व्यायाम है। दौड़ने के लिए किसी खास तकनीक की भी
आवश्यकता नहीं होती। इससे न केवल वजन नियंत्रित होता है बल्कि आप पर उम्र
का असर भी देर से दिखाई देता है। आज की आरामतलब जीवनशैली में लोगों के पास
व्यायाम के लिए समय नहीं। ऐसे में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है। दौड़ने से
ना केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि शरीर भी फिट रहता है।जूनियर
डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डा. प्रेम चौधरी ने बताया कि फिजिकल
एक्टिविटी आज के समय की आवश्यकता ही नहीं मजबूरी हो गुई है क्योंकि अब
पश्चिमी देशों के जैसे हमारे इंडिया में भी मोटापे के मरीजों की संख्या में
बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस रन फार हेल्थ का
आयोजन किया और संदेश देने की कोशिश की कि दोड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस
और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डा. प्रेम चौधरी ने बताया कि फिजिकल
एक्टिविटी आज के समय की आवश्यकता ही नहीं मजबूरी हो गुई है क्योंकि अब
पश्चिमी देशों के जैसे हमारे इंडिया में भी मोटापे के मरीजों की संख्या में
बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस रन फार हेल्थ का
आयोजन किया और संदेश देने की कोशिश की कि दोड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस
और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है।