रायपुर । शहर सहित जिले की सड़कें
हादसों के कारण खून से सन रहीं हैं। हर दो से तीन दिन में एक व्यक्ति की
सड़क दुर्घटना में मौत हो रही है। परिवहन के सर्वे में नौ ब्लैक स्पाट में
से सात को अति संदेनशील मना गया है। जहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इन
ब्लैक स्पाटों में तीन साल में 65 सड़क हादसे हुए, जिसमें 68 लोगों ने जान
गंवाई है।
ये हैं हादसों की मुख्य वजह :
जिले में सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है। खराब सड़क, अंधे मोड़,
तिराहे चौराहों पर संकेतक न होना, सड़क किनारे लगी झाड़ियों की छटाई न होने
की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसके अलावा तेज रफ्तार एवं नशे की हालत
में गाड़ी चलाने की वजह से भी सड़क हादसों में इजाफा हो रहा है। रात में
सड़क पर अचानक से जानवरों के आ जाने की वजह से हादसा हो रहा है। इस चौराहे
पर पैदल सड़क पार करना किसी खतरे से कम नहीं है।
आई रेड के जरिए निगरानी
शहर
में होने वाले सड़क हादसे पर थानेवार निगरानी रखी जा रही। आई-रेड एप में
भी अपलोड किया जा रहा। एप के जरिए यह बताया जा रहा है कि हादसे की वजह,
कितने लाेग थे। गलती किसी। चालक की मेडिकल रिपोर्ट तक डाली जा रही। इसके
बाद यातायात के अधिकारी मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण कर रहे
हैं।
ये हैं ब्लैक स्पाट
स्पाट - दूसरी - तीन में दुर्घटना - मौत
टाटीबंध चौक से सरोना ओवर ब्रिज - 18 - 21
पिंटू ढावा से सेरीखेड़ी ओवर ब्रिज - 11 - 07
बस स्टैंड चौक मंदिर हसौद - 06 - 06
महात्मा गांधी सेतू महानदी पारा गांव - 07 - 08
सिलतरा ट्रनिंग से सेंट्रल बैंक सिलतरा - 09 - 08
सिंघानिया चौक से व्यास तालाब तक - 06 - 08
रायपुर । शहर सहित जिले की सड़कें
हादसों के कारण खून से सन रहीं हैं। हर दो से तीन दिन में एक व्यक्ति की
सड़क दुर्घटना में मौत हो रही है। परिवहन के सर्वे में नौ ब्लैक स्पाट में
से सात को अति संदेनशील मना गया है। जहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इन
ब्लैक स्पाटों में तीन साल में 65 सड़क हादसे हुए, जिसमें 68 लोगों ने जान
गंवाई है।
ये हैं हादसों की मुख्य वजह :
जिले में सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है। खराब सड़क, अंधे मोड़,
तिराहे चौराहों पर संकेतक न होना, सड़क किनारे लगी झाड़ियों की छटाई न होने
की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसके अलावा तेज रफ्तार एवं नशे की हालत
में गाड़ी चलाने की वजह से भी सड़क हादसों में इजाफा हो रहा है। रात में
सड़क पर अचानक से जानवरों के आ जाने की वजह से हादसा हो रहा है। इस चौराहे
पर पैदल सड़क पार करना किसी खतरे से कम नहीं है।
आई रेड के जरिए निगरानी
शहर
में होने वाले सड़क हादसे पर थानेवार निगरानी रखी जा रही। आई-रेड एप में
भी अपलोड किया जा रहा। एप के जरिए यह बताया जा रहा है कि हादसे की वजह,
कितने लाेग थे। गलती किसी। चालक की मेडिकल रिपोर्ट तक डाली जा रही। इसके
बाद यातायात के अधिकारी मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण कर रहे
हैं।
ये हैं ब्लैक स्पाट
स्पाट - दूसरी - तीन में दुर्घटना - मौत
टाटीबंध चौक से सरोना ओवर ब्रिज - 18 - 21
पिंटू ढावा से सेरीखेड़ी ओवर ब्रिज - 11 - 07
बस स्टैंड चौक मंदिर हसौद - 06 - 06
महात्मा गांधी सेतू महानदी पारा गांव - 07 - 08
सिलतरा ट्रनिंग से सेंट्रल बैंक सिलतरा - 09 - 08
सिंघानिया चौक से व्यास तालाब तक - 06 - 08