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news Ambikapur:: शीर्ष नक्सली मिथिलेश महतो उर्फ भिखारी से पूछताछ करेगी छत्तीसगढ पुलिस:

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 अंबिकापुर।छत्तीसगढ़ से लगे झारखंड के बूढ़ा पहाड़ में
सक्रिय नक्सली भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता उर्फ
भिखारी उर्फ अभिषेक दा उर्फ गेहुदा से बलरामपुर जिले की पुलिस पूछताछ
करेगी।झारखंड सीमा से लगे बलरामपुर जिले के सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में
उसकी सक्रियता रही है।उसके खिलाफ दर्ज प्रकरणों की छानबीन भी शुरू कर दी गई
है।शीर्ष नक्सली मिथिलेश मेहता को शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना से
गिरफ्तार किया गया है।


मिथिलेश मेहता उर्फ
भिखारी लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय रहा है।छत्तीसगढ़ और झारखंड की
सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड क्षेत्र में वह वर्षों से सक्रिय रहा है।मिथिलेश
वर्तमान में छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर स्थित बलरामपुर जिले के चुनचुना
पुंदांग से लगे बूढ़ा पहाड़ में सक्रिय था।सूत्रों के मुताबिक संगठन को
मजबूत बनाने के लिए पिछले कई माह से वह बूढ़ा पहाड को ही अपना कैंप बना कर
रखा हुआ था। उसे बूढ़ा पहाड़ की जिम्मेदारी शीर्ष नक्सली अरविंद की मौत के
बाद सौंपी गयी थी।


बूढ़ा पहाड क्षेत्र में मौजूदगी के कारण उसकी आवाजाही पूर्व के वर्षों
में बलरामपुर जिले के सामरी,चांदो थाना क्षेत्र में भी रही है।उसके खिलाफ
बलरामपुर जिले में कई वर्षों पहले अपराध दर्ज किया गया था।बतस्य जा रहा है
कि हाल के दिनों में फोर्स की सक्रियता बूढ़ा पहाड इलाके में बढ़ी है इसके
बावजूद मिथिलेश मेहता बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के साथ बैठक कर फिर से
संगठन को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा था,लेकिन हाल में नक्सली संगठन में
किसी बात को लेकर उसका विबाद हो गया था।वह बिहार के गया होते पटना पहुंचा
था।उसे झारखंड पुलिस और सेंट्रल एजेंसी की सूचना पर बिहार पुलिस की स्पेशल
टीम ने पकड़ा।झारखंड के गढ़वा, लातेहार, गुमला और लोहरदगा जिले में भी उसकी
सक्रियता रही है।


सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव ने बताया कि नक्सली भिखारी की
गिरफ्तारी की सूचना मिली है।बलरामपुर एसपी को निर्देशित किया गया है कि
बलरामपुर जिले की एक विशेष पुलिस टीम को भेजकर उससे पूछताछ की जाए।उसके जिस
बूढ़ा पहाड क्षेत्र में सक्रिय रहने की सूचना मिलती है वह बलरामपुर जिले के
चुनचुना पुंदांग क्षेत्र से लगा हुआ है।


 


 अंबिकापुर।छत्तीसगढ़ से लगे झारखंड के बूढ़ा पहाड़ में
सक्रिय नक्सली भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता उर्फ
भिखारी उर्फ अभिषेक दा उर्फ गेहुदा से बलरामपुर जिले की पुलिस पूछताछ
करेगी।झारखंड सीमा से लगे बलरामपुर जिले के सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में
उसकी सक्रियता रही है।उसके खिलाफ दर्ज प्रकरणों की छानबीन भी शुरू कर दी गई
है।शीर्ष नक्सली मिथिलेश मेहता को शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना से
गिरफ्तार किया गया है।


मिथिलेश मेहता उर्फ
भिखारी लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय रहा है।छत्तीसगढ़ और झारखंड की
सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड क्षेत्र में वह वर्षों से सक्रिय रहा है।मिथिलेश
वर्तमान में छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर स्थित बलरामपुर जिले के चुनचुना
पुंदांग से लगे बूढ़ा पहाड़ में सक्रिय था।सूत्रों के मुताबिक संगठन को
मजबूत बनाने के लिए पिछले कई माह से वह बूढ़ा पहाड को ही अपना कैंप बना कर
रखा हुआ था। उसे बूढ़ा पहाड़ की जिम्मेदारी शीर्ष नक्सली अरविंद की मौत के
बाद सौंपी गयी थी।


बूढ़ा पहाड क्षेत्र में मौजूदगी के कारण उसकी आवाजाही पूर्व के वर्षों
में बलरामपुर जिले के सामरी,चांदो थाना क्षेत्र में भी रही है।उसके खिलाफ
बलरामपुर जिले में कई वर्षों पहले अपराध दर्ज किया गया था।बतस्य जा रहा है
कि हाल के दिनों में फोर्स की सक्रियता बूढ़ा पहाड इलाके में बढ़ी है इसके
बावजूद मिथिलेश मेहता बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के साथ बैठक कर फिर से
संगठन को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा था,लेकिन हाल में नक्सली संगठन में
किसी बात को लेकर उसका विबाद हो गया था।वह बिहार के गया होते पटना पहुंचा
था।उसे झारखंड पुलिस और सेंट्रल एजेंसी की सूचना पर बिहार पुलिस की स्पेशल
टीम ने पकड़ा।झारखंड के गढ़वा, लातेहार, गुमला और लोहरदगा जिले में भी उसकी
सक्रियता रही है।


सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव ने बताया कि नक्सली भिखारी की
गिरफ्तारी की सूचना मिली है।बलरामपुर एसपी को निर्देशित किया गया है कि
बलरामपुर जिले की एक विशेष पुलिस टीम को भेजकर उससे पूछताछ की जाए।उसके जिस
बूढ़ा पहाड क्षेत्र में सक्रिय रहने की सूचना मिलती है वह बलरामपुर जिले के
चुनचुना पुंदांग क्षेत्र से लगा हुआ है।


 


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