विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, आपकी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का
तीन-चौथाई हिस्सा आपके नियंत्रण में कारकों पर निर्भर करता है, जैसे आपकी
जीवनशैली और व्यवहार संबंधी विकल्प और केवल 25% आपके जीन पर निर्भर है।
यही कारण है कि अपनी जीवनशैली की आदतों पर नियंत्रण रखने के लिए एक्टिव होना - अभी से शुरू करना - इतना महत्वपूर्ण होता है।
इसलिए, आज मैं आपके साथ 3 ऐसे सीक्रेट्स शेयर करने जा रही हूं जिसने
मेरे सामान्य समग्र स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है और
इसे बढ़ती उम्र को कुछ हद तक थामने के लिए मैंने अब इसे अपने मॉर्निंग
रूटीन में शामिल कर लिया है। अगर आप भी बढ़ती उम्र में आने वाली समस्याओं
को कंट्रोल करना चाहती हैं तो इन 3 सीक्रेट्स को आज से ही अपनाएं।
सुबह नींबू पानी लें
रोज सुबह सबसे पहले एक गिलास गर्म पानी में आधा निचोड़ा हुआ नींबू मिला कर पिएं।
जी हां, मुझे पता है कि हम में से अधिकांश महिलाएं एक कप कॉफी या चाय के
साथ दिन की शुरुआत करना पसंद करती हैं। आप अपनी कॉफी का कप ले सकती हैं,
लेकिन तब तक नहीं जब तक आप एक कप गर्म नींबू पानी के साथ अपने सिस्टम को
नहीं जगाती हैं।
सुबह गर्म नींबू पानी पीने का विचार कम से कम दो सदियों से है। इसके कई
फायदे हैं। यह डाइजेशन में मदद करता है क्योंकि यह लिवर को पित्त का
उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करता है और नींबू का रस अपच के लक्षणों,
जैसे हार्ट बर्न, डकार और सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। यह एक
प्राकृतिक मूत्रवर्धक है और विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
नींबू भी शरीर के लिए सबसे एल्कलाइन खाद्य पदार्थों में से एक है और यही कारण है कि यह यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन को कम कर सकता है। इसे अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल करना एक बहुत ही आसान और अच्छा स्टेप है।
अलसी खाएं
एक बार जब आप अपना गर्म नींबू पानी ले लेंगी, तो अपने मॉर्निंग रूटीन
में अलसी (रात भर भिगोए हुए 1 बड़ा चम्मच साबुत बीज) को शामिल करें। आप या
तो भीगे हुए अलसी को ऐसे ही खा सकती हैं या थोड़े से संतरे के जूस के साथ
मिलाकर ले सकती हैं। आप चाहें तो दही, प्रोटीन शेक में पिसी हुई अलसी
मिलाकर खा सकती हैं।
अगर आप नियमित मल त्याग करना चाहती हैं तो यह उपाय आपके लिए बहुत अच्छा है।
गर्म नींबू पानी पीने की तरह, अलसी का सेवन आपकी हेल्थ के लिए बहुत
अच्छा होता है। मैं भी रोजाना सुबह पानी में भीगी हुई अलसी का सेवन करती
हूं। इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याओं
से निजात पाने के साथ मुझे वेट लॉस में भी काफी मदद मिली है। साथ ही अलसी
का रोजाना सेवन करने से आपको हार्ट रोग, कैंसर, स्ट्रोक और डायबिटीज के
जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
पर्याप्त विटामिन डी लें
अगर आप दूध नहीं पीती हैं या आप विटामिन-डी के साथ कैल्शियम नहीं लेती
हैं तो संभावना है कि आप में इस महत्वपूर्ण विटामिन की कमी हो। मुझे कुछ
दिनों पहले बोन डेंसिटी के साथ ब्लड टेस्ट कराने के बाद पता चला कि
मुझमें विटामिन-डी की कमी थी। हालांकि, महिलाओं द्वारा अपनी हड्डियों की
रक्षा के लिए कैल्शियम लेना जरूरी होता है इसलिए मैंने एक दिन में दो गिलास
दूध पिया। जबकि मुझे पर्याप्त कैल्शियम मिल रहा था लेकिन मुझे कोई
विटामिन-डी नहीं मिल रहा था जो कैल्शियम के अवशोषण में कुछ मदद करता है।
इस बात पर बहुत असहमति है कि क्या विटामिन-डी कैल्शियम के अवशोषण में
उतना ही सहायक है। इस पर दो अध्ययनों के अलग-अलग परिणाम थे। एक अध्ययन में
पाया गया कि विटामिन-डी ने कोई लाभ नहीं दिया, जबकि दूसरे अध्ययन में पाया
गया कि वृद्ध महिलाओं को पहले की तुलना में अधिक विटामिन-डी लेना चाहिए।
हमेशा की तरह, सबसे अच्छी सलाह है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और
सप्लीमेंट लेने से पहले उन्हें विटामिन-डी के लेवल के लिए अपने ब्लड की
जांच करवाएं। यदि आप में विटामिन-डी की कमी है, तो उम्र बढ़ने के लिए
सप्लीमेंट डाइट लेना सुबह की सबसे अच्छा रूटीन हो सकता है।
अगर आप भी सुबह के समय 3 काम करेंगी तो एजिंग देरी से और बहुत अच्छी
तरह से होगी। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, आपकी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का
तीन-चौथाई हिस्सा आपके नियंत्रण में कारकों पर निर्भर करता है, जैसे आपकी
जीवनशैली और व्यवहार संबंधी विकल्प और केवल 25% आपके जीन पर निर्भर है।
यही कारण है कि अपनी जीवनशैली की आदतों पर नियंत्रण रखने के लिए एक्टिव होना - अभी से शुरू करना - इतना महत्वपूर्ण होता है।
इसलिए, आज मैं आपके साथ 3 ऐसे सीक्रेट्स शेयर करने जा रही हूं जिसने
मेरे सामान्य समग्र स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है और
इसे बढ़ती उम्र को कुछ हद तक थामने के लिए मैंने अब इसे अपने मॉर्निंग
रूटीन में शामिल कर लिया है। अगर आप भी बढ़ती उम्र में आने वाली समस्याओं
को कंट्रोल करना चाहती हैं तो इन 3 सीक्रेट्स को आज से ही अपनाएं।
सुबह नींबू पानी लें
रोज सुबह सबसे पहले एक गिलास गर्म पानी में आधा निचोड़ा हुआ नींबू मिला कर पिएं।
जी हां, मुझे पता है कि हम में से अधिकांश महिलाएं एक कप कॉफी या चाय के
साथ दिन की शुरुआत करना पसंद करती हैं। आप अपनी कॉफी का कप ले सकती हैं,
लेकिन तब तक नहीं जब तक आप एक कप गर्म नींबू पानी के साथ अपने सिस्टम को
नहीं जगाती हैं।
सुबह गर्म नींबू पानी पीने का विचार कम से कम दो सदियों से है। इसके कई
फायदे हैं। यह डाइजेशन में मदद करता है क्योंकि यह लिवर को पित्त का
उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करता है और नींबू का रस अपच के लक्षणों,
जैसे हार्ट बर्न, डकार और सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। यह एक
प्राकृतिक मूत्रवर्धक है और विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
नींबू भी शरीर के लिए सबसे एल्कलाइन खाद्य पदार्थों में से एक है और यही कारण है कि यह यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन को कम कर सकता है। इसे अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल करना एक बहुत ही आसान और अच्छा स्टेप है।
अलसी खाएं
एक बार जब आप अपना गर्म नींबू पानी ले लेंगी, तो अपने मॉर्निंग रूटीन
में अलसी (रात भर भिगोए हुए 1 बड़ा चम्मच साबुत बीज) को शामिल करें। आप या
तो भीगे हुए अलसी को ऐसे ही खा सकती हैं या थोड़े से संतरे के जूस के साथ
मिलाकर ले सकती हैं। आप चाहें तो दही, प्रोटीन शेक में पिसी हुई अलसी
मिलाकर खा सकती हैं।
अगर आप नियमित मल त्याग करना चाहती हैं तो यह उपाय आपके लिए बहुत अच्छा है।
गर्म नींबू पानी पीने की तरह, अलसी का सेवन आपकी हेल्थ के लिए बहुत
अच्छा होता है। मैं भी रोजाना सुबह पानी में भीगी हुई अलसी का सेवन करती
हूं। इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याओं
से निजात पाने के साथ मुझे वेट लॉस में भी काफी मदद मिली है। साथ ही अलसी
का रोजाना सेवन करने से आपको हार्ट रोग, कैंसर, स्ट्रोक और डायबिटीज के
जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
पर्याप्त विटामिन डी लें
अगर आप दूध नहीं पीती हैं या आप विटामिन-डी के साथ कैल्शियम नहीं लेती
हैं तो संभावना है कि आप में इस महत्वपूर्ण विटामिन की कमी हो। मुझे कुछ
दिनों पहले बोन डेंसिटी के साथ ब्लड टेस्ट कराने के बाद पता चला कि
मुझमें विटामिन-डी की कमी थी। हालांकि, महिलाओं द्वारा अपनी हड्डियों की
रक्षा के लिए कैल्शियम लेना जरूरी होता है इसलिए मैंने एक दिन में दो गिलास
दूध पिया। जबकि मुझे पर्याप्त कैल्शियम मिल रहा था लेकिन मुझे कोई
विटामिन-डी नहीं मिल रहा था जो कैल्शियम के अवशोषण में कुछ मदद करता है।
इस बात पर बहुत असहमति है कि क्या विटामिन-डी कैल्शियम के अवशोषण में
उतना ही सहायक है। इस पर दो अध्ययनों के अलग-अलग परिणाम थे। एक अध्ययन में
पाया गया कि विटामिन-डी ने कोई लाभ नहीं दिया, जबकि दूसरे अध्ययन में पाया
गया कि वृद्ध महिलाओं को पहले की तुलना में अधिक विटामिन-डी लेना चाहिए।
हमेशा की तरह, सबसे अच्छी सलाह है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और
सप्लीमेंट लेने से पहले उन्हें विटामिन-डी के लेवल के लिए अपने ब्लड की
जांच करवाएं। यदि आप में विटामिन-डी की कमी है, तो उम्र बढ़ने के लिए
सप्लीमेंट डाइट लेना सुबह की सबसे अच्छा रूटीन हो सकता है।
अगर आप भी सुबह के समय 3 काम करेंगी तो एजिंग देरी से और बहुत अच्छी
तरह से होगी। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।