हवाई यात्रा लोगों के लिए आज बेहद आम है। इसके बावजूद भी कुछ ऐसे देश मौजूद हैं, जहां
हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
किसी दौर में हवाई जहाज पर बैठना लोगों के लिए बड़ी
बात हुआ करती थी। तब ज्यादातर अमीर लोग ही हवाई यात्रा अफॉर्ड कर पाते थे,
लेकिन आज ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज आप उचित दामों में एरोप्लेन की यात्रा
का मजा उठा सकते हैं। एरोप्लेन की आवाजाही के लिए ही दुनिया भर में कई
एयरपोर्ट्स बनाए गए हैं। आज के समय में हर देश की यह ख्वाहिश होती है कि
उनके पास आलीशान एयरपोर्ट हों, जहां से विदेश की यात्रा आसान हो सके। भारत
में भी कई ऐसे एयरपोर्ट्स हैं, जिन्हें उनकी आलीशान खूबसूरती के लिए जाना
जाता है।
आज ज्यादातर देशों में हवाई यात्राओं के लिए एयरपोर्ट्स बनाएं गए है,
मगर कुछ ऐसे देश भी हैं जहां हवाई यात्रा मुमकिन नहीं, क्योंकि उन देशों के
पास एक भी एयरपोर्ट नहीं है। आज के आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही देशों के
बारे में बताएंगे, जहां इतने समय के बाद भी एयरपोर्ट नहीं तैयार किए जा सके
हैं। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं इन देशों के बारे में-
लिस्टेंस्टीन-
यूरोप के ज्यादातर देश सुविधाओं से लैस हैं। इसके बावजूद भी यहां पर कुछ
ऐसे देश मौजूद हैं, जिनके पास एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है। लेस्टेंस्टीन
भी इन देशों में एक है, बता दें कि यह देश ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के
बीच स्थित है और यहां पर जर्मन भाषा बोलने वाले लोग भारी तादात में मौजूद
हैं। बता दें कि लिस्टेंस्टीन दुनिया के ऐतिहासिक देशों में एक है, जहां पर
पाषाण युग के कई प्रमाण देखने को मिलते हैं। इसके अलावा इस छोटे से देश की
एक खासियत यह भी है कि यहां पर एक भी एयरपोर्ट मौजूद नहीं है। हालांकि
यहां पर एक हेलीपोर्ट जरूर मौजूद है, जिसके जरिए हवाई यात्रा की जा सकती
है। यहां जाने के लिए लोग स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डे की तरफ अपना
रुख करते हैं। वहां पहुंचने के बाद रोड के माध्यम इस देश में पहुंचा जा
सकता है।
सैन मैरिनो-
सैन मैरिनो यूरोप का छोटा सा देश है। इस देश को यूरोप का सबसे पुराना
गणराज्य माना जाता है। इसके अलावा इस देश की गिनती दुनिया के सबसे छोटे
देशों में की जाती है। बता दें कि इतने समय बाद भी इस देश में एक भी
एयरपोर्ट नहीं बनाया गया है। यहां जाने वाले लोगों के इटली के एयरपोर्ट की
मदद लेनी पड़ती है। हालांकि एयरपोर्ट न होने का असर यहां के टूरिज्म पर
नहीं पड़ता है, लोग इटली के जरिए यहां पर घूमने के लिए आते रहते हैं।
वेटिकन सिटी-
वेटिकन सिटी
का नाम आप में से ज्यादातर लोगों ने सुना होगा। इसे दुनिया का सबसे छोटा
देश माना जाता है, इसके साथ ही यह देश ईसाई धर्म के संप्रदाय रोमन कैथोलिक
चर्च का केंद्र है। बता दें कि यहां पर ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप
का निवास करते हैं। इतने प्रसिद्ध होने के बावजूद भी इस देश में एक भी
एयरपोर्ट नहीं मौजूद है, माना जाता है कि यह देश इतना छोटा है कि यहां पर
एक हवाई अड्डा तैयार करने के लिए जगह ही नहीं है। यहां जाने के लिए
सैलानियों को रोम एक नजदीकी एयरपोर्ट तक पहुंचना होता है, जिसके बाद रोड की
मदद से आप बाकी की यात्रा पूरी कर सकते हैं।
अंडोरा-
यूरोप में कई ऐसे देश मौजूद हैं, जो कि काफी छोटे हैं। अंडोरा भी इन्हीं
देशों में से एक है। बता दें कि यह दुनिया का 16वां सबसे छोटा देश है, जो
कि एरिया और जनसंख्या में काफी कम है। 85,000 की जनसंख्या होने के कारण
यहां पर एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं, लेकिन इस देश के पास 3 प्राइवेट हेलीपैड
जूरूर हैं। यहां से सबसे करीब स्टेशन स्पेन में है, जो कि अंडोरा से करीब
12 किलोमीटर की दूरी पर है। एयरपोर्ट की सुविधा न होने के बावजूद भी यहां
पर यात्रा करने वालों का तांता लगा रहता है।
मोनाको-
यह भी पश्चिम यूरोप
में बसा एक छोटा सा देश है, इसे दुनिया का 2सरा सबसे छोटा देश माना जाता
है। बता दें कि यह फ्रांस और इटली के बीच में मौजूद है। हैरानी की बात यह
कि इस देश में किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति करोड़पति
मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद भी यहां एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है। यहां
जाने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट फ्रांस में है, जो कि मोनाको से कुछ दूरी पर
स्थित है।
तो ये थे दुनिया के कुछ ऐसे देश जहां पर एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं। आपको
हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी
जानकारियों के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
हवाई यात्रा लोगों के लिए आज बेहद आम है। इसके बावजूद भी कुछ ऐसे देश मौजूद हैं, जहां
हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
किसी दौर में हवाई जहाज पर बैठना लोगों के लिए बड़ी
बात हुआ करती थी। तब ज्यादातर अमीर लोग ही हवाई यात्रा अफॉर्ड कर पाते थे,
लेकिन आज ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज आप उचित दामों में एरोप्लेन की यात्रा
का मजा उठा सकते हैं। एरोप्लेन की आवाजाही के लिए ही दुनिया भर में कई
एयरपोर्ट्स बनाए गए हैं। आज के समय में हर देश की यह ख्वाहिश होती है कि
उनके पास आलीशान एयरपोर्ट हों, जहां से विदेश की यात्रा आसान हो सके। भारत
में भी कई ऐसे एयरपोर्ट्स हैं, जिन्हें उनकी आलीशान खूबसूरती के लिए जाना
जाता है।
आज ज्यादातर देशों में हवाई यात्राओं के लिए एयरपोर्ट्स बनाएं गए है,
मगर कुछ ऐसे देश भी हैं जहां हवाई यात्रा मुमकिन नहीं, क्योंकि उन देशों के
पास एक भी एयरपोर्ट नहीं है। आज के आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही देशों के
बारे में बताएंगे, जहां इतने समय के बाद भी एयरपोर्ट नहीं तैयार किए जा सके
हैं। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं इन देशों के बारे में-
लिस्टेंस्टीन-
यूरोप के ज्यादातर देश सुविधाओं से लैस हैं। इसके बावजूद भी यहां पर कुछ
ऐसे देश मौजूद हैं, जिनके पास एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है। लेस्टेंस्टीन
भी इन देशों में एक है, बता दें कि यह देश ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के
बीच स्थित है और यहां पर जर्मन भाषा बोलने वाले लोग भारी तादात में मौजूद
हैं। बता दें कि लिस्टेंस्टीन दुनिया के ऐतिहासिक देशों में एक है, जहां पर
पाषाण युग के कई प्रमाण देखने को मिलते हैं। इसके अलावा इस छोटे से देश की
एक खासियत यह भी है कि यहां पर एक भी एयरपोर्ट मौजूद नहीं है। हालांकि
यहां पर एक हेलीपोर्ट जरूर मौजूद है, जिसके जरिए हवाई यात्रा की जा सकती
है। यहां जाने के लिए लोग स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डे की तरफ अपना
रुख करते हैं। वहां पहुंचने के बाद रोड के माध्यम इस देश में पहुंचा जा
सकता है।
सैन मैरिनो-
सैन मैरिनो यूरोप का छोटा सा देश है। इस देश को यूरोप का सबसे पुराना
गणराज्य माना जाता है। इसके अलावा इस देश की गिनती दुनिया के सबसे छोटे
देशों में की जाती है। बता दें कि इतने समय बाद भी इस देश में एक भी
एयरपोर्ट नहीं बनाया गया है। यहां जाने वाले लोगों के इटली के एयरपोर्ट की
मदद लेनी पड़ती है। हालांकि एयरपोर्ट न होने का असर यहां के टूरिज्म पर
नहीं पड़ता है, लोग इटली के जरिए यहां पर घूमने के लिए आते रहते हैं।
वेटिकन सिटी-
वेटिकन सिटी
का नाम आप में से ज्यादातर लोगों ने सुना होगा। इसे दुनिया का सबसे छोटा
देश माना जाता है, इसके साथ ही यह देश ईसाई धर्म के संप्रदाय रोमन कैथोलिक
चर्च का केंद्र है। बता दें कि यहां पर ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप
का निवास करते हैं। इतने प्रसिद्ध होने के बावजूद भी इस देश में एक भी
एयरपोर्ट नहीं मौजूद है, माना जाता है कि यह देश इतना छोटा है कि यहां पर
एक हवाई अड्डा तैयार करने के लिए जगह ही नहीं है। यहां जाने के लिए
सैलानियों को रोम एक नजदीकी एयरपोर्ट तक पहुंचना होता है, जिसके बाद रोड की
मदद से आप बाकी की यात्रा पूरी कर सकते हैं।
अंडोरा-
यूरोप में कई ऐसे देश मौजूद हैं, जो कि काफी छोटे हैं। अंडोरा भी इन्हीं
देशों में से एक है। बता दें कि यह दुनिया का 16वां सबसे छोटा देश है, जो
कि एरिया और जनसंख्या में काफी कम है। 85,000 की जनसंख्या होने के कारण
यहां पर एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं, लेकिन इस देश के पास 3 प्राइवेट हेलीपैड
जूरूर हैं। यहां से सबसे करीब स्टेशन स्पेन में है, जो कि अंडोरा से करीब
12 किलोमीटर की दूरी पर है। एयरपोर्ट की सुविधा न होने के बावजूद भी यहां
पर यात्रा करने वालों का तांता लगा रहता है।
मोनाको-
यह भी पश्चिम यूरोप
में बसा एक छोटा सा देश है, इसे दुनिया का 2सरा सबसे छोटा देश माना जाता
है। बता दें कि यह फ्रांस और इटली के बीच में मौजूद है। हैरानी की बात यह
कि इस देश में किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति करोड़पति
मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद भी यहां एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है। यहां
जाने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट फ्रांस में है, जो कि मोनाको से कुछ दूरी पर
स्थित है।
तो ये थे दुनिया के कुछ ऐसे देश जहां पर एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं। आपको
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