अलीगढ़, जागरण संवाददाता। रमजान शुरू होने के साथ ही
गर्मी भी अपने शवाब पर है, लेकिन रोजेदारों के हौसले डिगे नहीं हैं। कंठ
सूखने के साथ ही पांच वक्त की नमाज और तरावीह में रोजेदारों की संख्या भी
अच्छी खासी है। शहर की मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भर रहीं हैं। इसके साथ
ही रोजेदारों का दस्तरख्वान भी भर रहा है। इसमें तलेभुने की वजह से
रोजेदारों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
खाली पेट पानी पीने से बचें
बहुत से रोजेदार तो इफ्तार के समय कुछ भी खाने से पहले पानी ही पी लेते
हैं। खाली पेट भरपूर पानी पीने की वजह से पेट में भारीपन भी महसूस होने
लगता है। इसके बाद तलाभुना सेवन करने से पेट में गैस की शिकायत और सिरदर्द
की समस्या देखने को मिल रही है। मुहल्ले के डाक्टरों के यहां इफ्तार के बाद
भीड़ लग रही है। पं. दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ
एसके सिंघल का कहना है कि इफ्तार के समय फल का अधिक सेवन करें। इसके साथ ही
ताजा घर के बने खाने को ही प्राथमिकता दें। एकदम पेटभर के खाना नहीं खाएं।
सहरी में भी हलके खाने पर ही ध्यान दें। उस समय के लिए भी ताजा खाना
बनाएं। फ्रिज में रखकर खाने से परहेज करें।
इफ्तार में इनका करें सेवन
- खजूर तीन या चार खाएं
- फलों का अधिक इस्तेमाल करें
- पानी घूंट-घूंटकर पीयें
- पेट भरकर खाना न खाएं
- तलाभुना न खाएं
- सहरी में हलका खाएं
- इफ्तार के बाद ओआरएस या शिकंजी बनाकर पीते रहें
इनका कहना है
जिला अस्पताल के आयुष विंग प्रभारी डॉ नरेंद्र चौधरी का कहना है कि पूरे
एक महीने रोजा रखने वालों को इफ्तार के समय विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस
दौरान तले-भुने का सेवन करने से प्यास भी अधिक लगेगी और पेट में गैस भी बन
जाएगी। ऐसे में कोशिश करें कि सबसे पहले फाइबर वाले फलों का इस्तेमाल करें
और भरपेट खाना न खाएं। इसके अलावा सहरी में भी मीट आदि के खानपान से बचें।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। रमजान शुरू होने के साथ ही
गर्मी भी अपने शवाब पर है, लेकिन रोजेदारों के हौसले डिगे नहीं हैं। कंठ
सूखने के साथ ही पांच वक्त की नमाज और तरावीह में रोजेदारों की संख्या भी
अच्छी खासी है। शहर की मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भर रहीं हैं। इसके साथ
ही रोजेदारों का दस्तरख्वान भी भर रहा है। इसमें तलेभुने की वजह से
रोजेदारों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
खाली पेट पानी पीने से बचें
बहुत से रोजेदार तो इफ्तार के समय कुछ भी खाने से पहले पानी ही पी लेते
हैं। खाली पेट भरपूर पानी पीने की वजह से पेट में भारीपन भी महसूस होने
लगता है। इसके बाद तलाभुना सेवन करने से पेट में गैस की शिकायत और सिरदर्द
की समस्या देखने को मिल रही है। मुहल्ले के डाक्टरों के यहां इफ्तार के बाद
भीड़ लग रही है। पं. दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ
एसके सिंघल का कहना है कि इफ्तार के समय फल का अधिक सेवन करें। इसके साथ ही
ताजा घर के बने खाने को ही प्राथमिकता दें। एकदम पेटभर के खाना नहीं खाएं।
सहरी में भी हलके खाने पर ही ध्यान दें। उस समय के लिए भी ताजा खाना
बनाएं। फ्रिज में रखकर खाने से परहेज करें।
इफ्तार में इनका करें सेवन
- खजूर तीन या चार खाएं
- फलों का अधिक इस्तेमाल करें
- पानी घूंट-घूंटकर पीयें
- पेट भरकर खाना न खाएं
- तलाभुना न खाएं
- सहरी में हलका खाएं
- इफ्तार के बाद ओआरएस या शिकंजी बनाकर पीते रहें
इनका कहना है
जिला अस्पताल के आयुष विंग प्रभारी डॉ नरेंद्र चौधरी का कहना है कि पूरे
एक महीने रोजा रखने वालों को इफ्तार के समय विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस
दौरान तले-भुने का सेवन करने से प्यास भी अधिक लगेगी और पेट में गैस भी बन
जाएगी। ऐसे में कोशिश करें कि सबसे पहले फाइबर वाले फलों का इस्तेमाल करें
और भरपेट खाना न खाएं। इसके अलावा सहरी में भी मीट आदि के खानपान से बचें।