स्किन केयर का सबसे बड़ा हिस्सा होता है स्किन को मॉइश्चराइज करना और अगर आपने ये ठीक
से नहीं किया तो स्किन उम्र से पहले बूढ़ी दिख सकती है।
जहां भी स्किन केयर की बात की जाती है वहां ये जरूर
सलाह दी जाती है कि आप अपनी स्किन को ड्राई न होने दें और हमेशा स्किन को
मॉइश्चराइज रखें। हमारी स्किन उम्र से पहले ही बूढ़ी दिखने लगती है अगर
उसमें सही तरह से मॉइश्चराइजेशन न हो तो। अगर स्किन हाइड्रेटेड नहीं रहती
है तो उसमें स्केल्स पड़ने लगते हैं और स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर भी खराब
हो जाती है। पर कई बार मॉइश्चराइजर लगाने जैसा साधारण सा काम भी बहुत भारी
लगने लगता है और ऐसे में अनजाने में ही सही इससे जुड़ी कुछ गलतियां हम कर
बैठते हैं।
मॉइश्चराइजर लगाना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है उसे सही तरह से लगाना। पर ऐसी कौन सी गलतियां हैं जो आमतौर पर होती हैं?
Dermafollix skin & hair transplant क्लीनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट
डॉक्टर आंचल पंथ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की
है। उन्होंने बताया है कि किस तरह से मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल हम ठीक से
नहीं करते हैं और उससे समस्या बढ़ जाती है।
ड्राई स्किन पर मॉइश्चराइजर लगाना-
सबसे पहली और सबसे आम गलती ये है कि लोग नम त्वचा की जगह एकदम ड्राई
त्वचा पर मॉइश्चराइजर लगाते हैं। इसके बाद जैसे ही मॉइश्चराइजर सूखता है तो
स्किन ड्राई लगने लगती है। गीली स्किन पर मॉइश्चराइजर इसलिए लगाया जाता है
क्योंकि वो पानी की लेयर को सील कर देता है और इससे लॉन्ग लास्टिंग इफेक्ट
आता है और स्किन ज्यादा बेहतर लगती है। ड्राई स्किन में मॉइश्चराइजर लगाने
से स्किन जल्दी अपनी नमी खो देती है और फिर वही फ्लेकी और स्केल्स वाली स्किन दिखने लगती है।
एक्टिव इंग्रीडिएंट्स इस्तेमाल करते हुए मॉइश्चराइजर न लगाना-
आजकल एक्टिव इंग्रीडिएंट्स
लगाना बहुत ज्यादा आम हो गया है और एक्टिवेटेड चारकोल से लेकर रेटिनॉल तक
काफी कुछ इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में अगर आपको स्किन डैमेज से बचना
है तो एक्टिव इंग्रीडिएंट्स अप्लाई करने के बाद हमेशा ही मॉइश्चराइजर का
उपयोग करें। एक्टिव एजेंट्स जो स्किन इशू को करेक्ट करते हैं जैसे
ग्लाइकोलिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, एजेलिक एसिड, रेटिनॉल, विटामिन-सी आदि
स्किन बैरियर पर असर करते हैं। ऐसे में हमेशा एक्टिव इंग्रीडिएंट्स के बाद
मॉइश्चराइजर लगाना चाहिए जिससे रेडनेस, स्किन इरिटेशन, स्किन की खुजली आदि
को कम किया जा सके।
सही मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल न करना-
सही तरह से मॉइश्चराइजर लगाने के साथ-साथ ये भी जरूरी है कि आप सही
मॉइश्चराइजर इस्तेमाल करें। हर तरह की स्किन के लिए अलग तरह का मॉइश्चराइजर
उपलब्ध होता है। ऑयली स्किन शाइनी होती है और उनके लिए मैट मॉइश्चराइजर आ
सकता है। इसके अलावा, ड्राई स्किन वालों के लिए क्रीमी टेक्सचर वाला मॉइश्चराइजर
जरूरी होता है। इसलिए ऐसा मॉइश्चराइजर ही चुनें जो आपकी स्किन को सूट करे।
कई लोगों को लगता है कि उनकी स्किन में बहुत ज्यादा ऑयल आता है तो उन्हें
मॉइश्चराइजर की जरूरत नहीं होती, लेकिन ये सही नहीं है।
आपको अपनी स्किन के हिसाब से ही हमेशा मॉइश्चराइजर चुनना चाहिए और ऊपर
बताई गई तीनों गलतियों में से एक भी नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, अगर आपको
कोई खास स्किन इशू है तो आपको अपने डॉक्टर से बात करके ही स्किन पर
प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
स्किन केयर का सबसे बड़ा हिस्सा होता है स्किन को मॉइश्चराइज करना और अगर आपने ये ठीक
से नहीं किया तो स्किन उम्र से पहले बूढ़ी दिख सकती है।
जहां भी स्किन केयर की बात की जाती है वहां ये जरूर
सलाह दी जाती है कि आप अपनी स्किन को ड्राई न होने दें और हमेशा स्किन को
मॉइश्चराइज रखें। हमारी स्किन उम्र से पहले ही बूढ़ी दिखने लगती है अगर
उसमें सही तरह से मॉइश्चराइजेशन न हो तो। अगर स्किन हाइड्रेटेड नहीं रहती
है तो उसमें स्केल्स पड़ने लगते हैं और स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर भी खराब
हो जाती है। पर कई बार मॉइश्चराइजर लगाने जैसा साधारण सा काम भी बहुत भारी
लगने लगता है और ऐसे में अनजाने में ही सही इससे जुड़ी कुछ गलतियां हम कर
बैठते हैं।
मॉइश्चराइजर लगाना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है उसे सही तरह से लगाना। पर ऐसी कौन सी गलतियां हैं जो आमतौर पर होती हैं?
Dermafollix skin & hair transplant क्लीनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट
डॉक्टर आंचल पंथ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की
है। उन्होंने बताया है कि किस तरह से मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल हम ठीक से
नहीं करते हैं और उससे समस्या बढ़ जाती है।
ड्राई स्किन पर मॉइश्चराइजर लगाना-
सबसे पहली और सबसे आम गलती ये है कि लोग नम त्वचा की जगह एकदम ड्राई
त्वचा पर मॉइश्चराइजर लगाते हैं। इसके बाद जैसे ही मॉइश्चराइजर सूखता है तो
स्किन ड्राई लगने लगती है। गीली स्किन पर मॉइश्चराइजर इसलिए लगाया जाता है
क्योंकि वो पानी की लेयर को सील कर देता है और इससे लॉन्ग लास्टिंग इफेक्ट
आता है और स्किन ज्यादा बेहतर लगती है। ड्राई स्किन में मॉइश्चराइजर लगाने
से स्किन जल्दी अपनी नमी खो देती है और फिर वही फ्लेकी और स्केल्स वाली स्किन दिखने लगती है।
एक्टिव इंग्रीडिएंट्स इस्तेमाल करते हुए मॉइश्चराइजर न लगाना-
आजकल एक्टिव इंग्रीडिएंट्स
लगाना बहुत ज्यादा आम हो गया है और एक्टिवेटेड चारकोल से लेकर रेटिनॉल तक
काफी कुछ इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में अगर आपको स्किन डैमेज से बचना
है तो एक्टिव इंग्रीडिएंट्स अप्लाई करने के बाद हमेशा ही मॉइश्चराइजर का
उपयोग करें। एक्टिव एजेंट्स जो स्किन इशू को करेक्ट करते हैं जैसे
ग्लाइकोलिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, एजेलिक एसिड, रेटिनॉल, विटामिन-सी आदि
स्किन बैरियर पर असर करते हैं। ऐसे में हमेशा एक्टिव इंग्रीडिएंट्स के बाद
मॉइश्चराइजर लगाना चाहिए जिससे रेडनेस, स्किन इरिटेशन, स्किन की खुजली आदि
को कम किया जा सके।
सही मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल न करना-
सही तरह से मॉइश्चराइजर लगाने के साथ-साथ ये भी जरूरी है कि आप सही
मॉइश्चराइजर इस्तेमाल करें। हर तरह की स्किन के लिए अलग तरह का मॉइश्चराइजर
उपलब्ध होता है। ऑयली स्किन शाइनी होती है और उनके लिए मैट मॉइश्चराइजर आ
सकता है। इसके अलावा, ड्राई स्किन वालों के लिए क्रीमी टेक्सचर वाला मॉइश्चराइजर
जरूरी होता है। इसलिए ऐसा मॉइश्चराइजर ही चुनें जो आपकी स्किन को सूट करे।
कई लोगों को लगता है कि उनकी स्किन में बहुत ज्यादा ऑयल आता है तो उन्हें
मॉइश्चराइजर की जरूरत नहीं होती, लेकिन ये सही नहीं है।
आपको अपनी स्किन के हिसाब से ही हमेशा मॉइश्चराइजर चुनना चाहिए और ऊपर
बताई गई तीनों गलतियों में से एक भी नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, अगर आपको
कोई खास स्किन इशू है तो आपको अपने डॉक्टर से बात करके ही स्किन पर
प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।