रायपुर :
छत्तीसगढ़ में इन दिनों लगातार बढ़ती गर्मी और उमस से लोग हलाकान हो गए
हैं। सूरज की तपिश के चलते दोपहर की चिलचिलाती धूप अब चुभने लगी है और
गर्मी बढ़ गई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी
गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। मंगलवार को सर्वाधिक अधिकतम तापमान
एडब्ल्यूएस रायगढ़ में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मंगलवार को
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा और दोपहर की चिलचिलाती
धूप से सड़कों पर सन्नााटा पसरने लगा है। विशेषकर दोपहर 12 बजे से शाम चार
बजे तक तो तापमान और भी ज्यादा रहता है। रायपुर का अधिकतम व न्यूनतम तापमान
सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक हो गए हैं। रायपुर का अधिकतम तापमान
42.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया
गया।
बिलासपुर का अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि इन दिनों प्रदेश के उत्तर में
पश्चिमी और दक्षिण छत्तीसगढ़ में दक्षिणी हवा आ रही है। इसके चलते 20 अप्रैल
बुधवार को प्रदेस के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार हैं। साथ ही
दक्षिण छत्तीसगढ़ में तो गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने और अंधड़ चलने व बिजली
गिरने की संभावना है।
रायपुर :
छत्तीसगढ़ में इन दिनों लगातार बढ़ती गर्मी और उमस से लोग हलाकान हो गए
हैं। सूरज की तपिश के चलते दोपहर की चिलचिलाती धूप अब चुभने लगी है और
गर्मी बढ़ गई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी
गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। मंगलवार को सर्वाधिक अधिकतम तापमान
एडब्ल्यूएस रायगढ़ में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मंगलवार को
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा और दोपहर की चिलचिलाती
धूप से सड़कों पर सन्नााटा पसरने लगा है। विशेषकर दोपहर 12 बजे से शाम चार
बजे तक तो तापमान और भी ज्यादा रहता है। रायपुर का अधिकतम व न्यूनतम तापमान
सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक हो गए हैं। रायपुर का अधिकतम तापमान
42.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया
गया।
बिलासपुर का अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि इन दिनों प्रदेश के उत्तर में
पश्चिमी और दक्षिण छत्तीसगढ़ में दक्षिणी हवा आ रही है। इसके चलते 20 अप्रैल
बुधवार को प्रदेस के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार हैं। साथ ही
दक्षिण छत्तीसगढ़ में तो गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने और अंधड़ चलने व बिजली
गिरने की संभावना है।