चंडीगढ़, पंजाब कांग्रेस में महीनों से चली आ रही कलह के बीच हाईकमान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के निलंबन का फैसला ले सकता है। उनके पार्टी विरोधी बयानों को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया गया था और एक सप्ताह में जवाब मांगा गया था। इस पर उनकी ओर से कोई रिप्लाई न मिलने पर कांग्रेस की अनुशासन समिति ने जाखड़ को दो साल के लिए निलंबित करने की सिफारिश की है। उन पर आरोप है कि हालिया विधानसभा चुनावों में उन्होंने पार्टी के विरोध में बयान दिए थे और इससे कांग्रेस की संभावनाएं कमजोर हुईं।
दिल्ली में अनुशासन समिति की बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि कमेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिश सौंप दी है। इसमें सुनील जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन का सुझाव दिया गया है। इस बीच मीटिंग होने से पहले सुनील जाखड़ ने अपने तेवर दिखाते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, आज सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी ज़मीर बाकी है।' उन्होंने अपने ट्वीट में इस एक पंक्ति के अलावा कुछ नहीं लिखा था, लेकिन इशारा साफ था कि वह अनुशासन समिति की मीटिंग के बारे में बात कर रहे हैं। अनवर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समिति ने एकमत से जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन की सिफारिश की है।
तारिक अनवर ने यह नहीं बताया है कि जाखड़ के खिलाफ क्या ऐक्शन लिया जाएगा, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें दो साल के लिए पार्टी से सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है। इस बीच सुनील जाखड़ के भतीजे और अबोहर सीट से कांग्रेस विधायक संदीप जाखड़ की भी प्रतिक्रिया आई है। संदीप ने कहा कि यदि इस तरह का ऐक्शन उनके खिलाफ लिया जाता है तो यह गलत होगा। उन्होंने कहा, 'जाखड़ साहब कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और परंपरागत रूप से पार्टी का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है।' उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी के साथ समान बर्ताव किया जाना चाहिए।
एक्शन के बाद कांग्रेस में और बढ़ेगी गुटबाजी
सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने के बाद कांग्रेस में गुटबाजी के और बढ़ने की आशंका भी है। दरअसल पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई सीनियर नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी और समर्थन जताया था। नवजोत सिंह सिद्धू भी सीधे हाईकमान के फैसलों पर कई बार सवाल उठा चुके हैं। माना जा रहा है कि जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन होने पर एक धड़ा सीधी बगावत पर उतर सकता है। कांग्रेस के सचिव रमिंदर आवला ने भी सुनील जाखड़ का समर्थन किया है। इसीलिए पंजाब कांग्रेस के पुराने नेता सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने से गुटबाजी के और तेज होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
चंडीगढ़, पंजाब कांग्रेस में महीनों से चली आ रही कलह के बीच हाईकमान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के निलंबन का फैसला ले सकता है। उनके पार्टी विरोधी बयानों को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया गया था और एक सप्ताह में जवाब मांगा गया था। इस पर उनकी ओर से कोई रिप्लाई न मिलने पर कांग्रेस की अनुशासन समिति ने जाखड़ को दो साल के लिए निलंबित करने की सिफारिश की है। उन पर आरोप है कि हालिया विधानसभा चुनावों में उन्होंने पार्टी के विरोध में बयान दिए थे और इससे कांग्रेस की संभावनाएं कमजोर हुईं।
दिल्ली में अनुशासन समिति की बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि कमेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिश सौंप दी है। इसमें सुनील जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन का सुझाव दिया गया है। इस बीच मीटिंग होने से पहले सुनील जाखड़ ने अपने तेवर दिखाते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, आज सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी ज़मीर बाकी है।' उन्होंने अपने ट्वीट में इस एक पंक्ति के अलावा कुछ नहीं लिखा था, लेकिन इशारा साफ था कि वह अनुशासन समिति की मीटिंग के बारे में बात कर रहे हैं। अनवर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समिति ने एकमत से जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन की सिफारिश की है।
तारिक अनवर ने यह नहीं बताया है कि जाखड़ के खिलाफ क्या ऐक्शन लिया जाएगा, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें दो साल के लिए पार्टी से सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है। इस बीच सुनील जाखड़ के भतीजे और अबोहर सीट से कांग्रेस विधायक संदीप जाखड़ की भी प्रतिक्रिया आई है। संदीप ने कहा कि यदि इस तरह का ऐक्शन उनके खिलाफ लिया जाता है तो यह गलत होगा। उन्होंने कहा, 'जाखड़ साहब कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और परंपरागत रूप से पार्टी का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है।' उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी के साथ समान बर्ताव किया जाना चाहिए।
एक्शन के बाद कांग्रेस में और बढ़ेगी गुटबाजी
सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने के बाद कांग्रेस में गुटबाजी के और बढ़ने की आशंका भी है। दरअसल पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई सीनियर नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी और समर्थन जताया था। नवजोत सिंह सिद्धू भी सीधे हाईकमान के फैसलों पर कई बार सवाल उठा चुके हैं। माना जा रहा है कि जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन होने पर एक धड़ा सीधी बगावत पर उतर सकता है। कांग्रेस के सचिव रमिंदर आवला ने भी सुनील जाखड़ का समर्थन किया है। इसीलिए पंजाब कांग्रेस के पुराने नेता सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने से गुटबाजी के और तेज होने से इनकार नहीं किया जा सकता।