Breaking News

News Raipur:: छत्‍तीसगढ़ में नैक ग्रेडिंग का प्रमाण प्रत्र सिर्फ इस कालेज के पास :

post

 रायपुर । छत्‍तीसगढ़ राज्य में इस
वर्ष जनवरी से अब तक 80 शासकीय कालेजों में (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं
प्रत्यायन परिषद) नैक की टीम ने ग्रेडिंग के लिए निरीक्षण किया। इसमें
राजधानी शासकीय दूधाधारी बालिका महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय (डिग्री
गर्ल्स) रायपुर को बी डबल प्लस ग्रेड मिला है। डिग्री गर्ल्स कालेज
प्रबंधन ने बताया कि पहले कालेज को बी ग्रेड मिला था, लेकिन शिक्षा की
गुणवत्ता में सुधार के साथ यह कालेज राज्य के 11 आटोनामस कालेजों में बी
डबल प्लस ग्रेड हासिल करने वाला पहला कालेज बन गया है। प्रबंधन ने बताया कि
बेहतर ग्रेडिंग के लिए शिक्षा गुणवत्ता में सुधार, स्मार्ट क्लास रूम,
आनलाइन मूल्यांकन, व्यवस्थित और साफ परिसर, अध्ययन, कला केंद्र समेत तमाम
सुविधाएं बेहतर की गईं। डिग्री गर्ल्स कालेज में 89 फैकल्टी, 23 विभाग और
4800 छात्राएं अध्ययन कर रही हैं। बता दें कि इससे पहले देवेंद्र नगर
शासकीय कालेज को भी बी डबल प्लस ग्रेडिंग मिली है।


13 कालेजों में होंगे नैक के दौरे

उच्च शिक्षा
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पांच वर्ष के अंतराल में होने वाले नैक
टीम के निरीक्षण की प्रक्रिया लगातार जारी है। वर्ष-2022 में अब तक 80
शासकीय कालेजों में नैक टीम का दौरा हुआ है। इस वर्ष अब तक आए परिणाम में
रायपुर में ए ग्रेडिंग किसी कालेज की नहीं हुई है। नैक की टीम द्वारा जून
के अंत तक प्रदेश के 13 कालेजों का निरीक्षण किया जाना है। ऐसे में जिस तरह
से शासकीय कालेजों के परिणाम आए हैं। बेहतर ग्रेडिंग के लिए कालेज
तैयारियों में जुटे हुए हैं।


आज तक नहीं मिला ए डबल प्लस ग्रेड

विभाग से मिली
जानकारी के अनुसार राज्य में किसी शासकीय कालेज को आज तक ए डबल प्लस ग्रेड
नहीं मिला है। अधिकारियों ने बताया कि यह सबसे बेहतर ग्रेड है। इसके लिए
पांच वर्ष तक हर बिंदु पर कालेजों को तैयार होना पड़ता है। प्रदेश में सिर्फ
दुर्ग के साइंस कालेज के पास ए प्लस ग्रेड है, जबकि रायपुर साइंस कालेज के
पास बी प्लस ग्रेड है।


नैक और ग्रेडिंग को समझें

राष्ट्रीय मूल्यांकन
एवं प्रत्यायन परिषद एक संस्थान है, जो केंद्रीय स्तर पर कार्य करता है।
उच्च शिक्षा व अन्य शिक्षा संस्थानों में प्रत्येक पांच वर्ष में नैक की
ग्रेडिंग प्रक्रिया की जाती है। इसमें केंद्रीय टीम शिक्षा गुणवत्ता व
अध्ययन सुविधाओं के पैमाने पर कालेजों व विश्वविद्यालयों को परखती है। इसके
बाद ग्रेडिंग के आधार पर कालेजों को अनुदान प्राप्त होता है। नैक की
ग्रेडिंग ए डबल प्लस, ए प्लस ए, ए, बी डबल प्लस, बी प्लस बी, बी और सी
ग्रेड दी जाती है। डिग्री गर्ल्स कालेज की प्राचार्य डा. किरण गजपाल ने कहा, कालेज को बेहतर
ग्रेड मिले, इसके लिए हमने शिक्षा गुणवत्ता के हर पैमाने को बेहतर किया।
हमें इस बार बी डबल प्लस ग्रेड मिला है। आने वाले समय में और बेहतर
प्रदर्शन करेंगे।


 

 

 


 रायपुर । छत्‍तीसगढ़ राज्य में इस
वर्ष जनवरी से अब तक 80 शासकीय कालेजों में (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं
प्रत्यायन परिषद) नैक की टीम ने ग्रेडिंग के लिए निरीक्षण किया। इसमें
राजधानी शासकीय दूधाधारी बालिका महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय (डिग्री
गर्ल्स) रायपुर को बी डबल प्लस ग्रेड मिला है। डिग्री गर्ल्स कालेज
प्रबंधन ने बताया कि पहले कालेज को बी ग्रेड मिला था, लेकिन शिक्षा की
गुणवत्ता में सुधार के साथ यह कालेज राज्य के 11 आटोनामस कालेजों में बी
डबल प्लस ग्रेड हासिल करने वाला पहला कालेज बन गया है। प्रबंधन ने बताया कि
बेहतर ग्रेडिंग के लिए शिक्षा गुणवत्ता में सुधार, स्मार्ट क्लास रूम,
आनलाइन मूल्यांकन, व्यवस्थित और साफ परिसर, अध्ययन, कला केंद्र समेत तमाम
सुविधाएं बेहतर की गईं। डिग्री गर्ल्स कालेज में 89 फैकल्टी, 23 विभाग और
4800 छात्राएं अध्ययन कर रही हैं। बता दें कि इससे पहले देवेंद्र नगर
शासकीय कालेज को भी बी डबल प्लस ग्रेडिंग मिली है।


13 कालेजों में होंगे नैक के दौरे

उच्च शिक्षा
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पांच वर्ष के अंतराल में होने वाले नैक
टीम के निरीक्षण की प्रक्रिया लगातार जारी है। वर्ष-2022 में अब तक 80
शासकीय कालेजों में नैक टीम का दौरा हुआ है। इस वर्ष अब तक आए परिणाम में
रायपुर में ए ग्रेडिंग किसी कालेज की नहीं हुई है। नैक की टीम द्वारा जून
के अंत तक प्रदेश के 13 कालेजों का निरीक्षण किया जाना है। ऐसे में जिस तरह
से शासकीय कालेजों के परिणाम आए हैं। बेहतर ग्रेडिंग के लिए कालेज
तैयारियों में जुटे हुए हैं।


आज तक नहीं मिला ए डबल प्लस ग्रेड

विभाग से मिली
जानकारी के अनुसार राज्य में किसी शासकीय कालेज को आज तक ए डबल प्लस ग्रेड
नहीं मिला है। अधिकारियों ने बताया कि यह सबसे बेहतर ग्रेड है। इसके लिए
पांच वर्ष तक हर बिंदु पर कालेजों को तैयार होना पड़ता है। प्रदेश में सिर्फ
दुर्ग के साइंस कालेज के पास ए प्लस ग्रेड है, जबकि रायपुर साइंस कालेज के
पास बी प्लस ग्रेड है।


नैक और ग्रेडिंग को समझें

राष्ट्रीय मूल्यांकन
एवं प्रत्यायन परिषद एक संस्थान है, जो केंद्रीय स्तर पर कार्य करता है।
उच्च शिक्षा व अन्य शिक्षा संस्थानों में प्रत्येक पांच वर्ष में नैक की
ग्रेडिंग प्रक्रिया की जाती है। इसमें केंद्रीय टीम शिक्षा गुणवत्ता व
अध्ययन सुविधाओं के पैमाने पर कालेजों व विश्वविद्यालयों को परखती है। इसके
बाद ग्रेडिंग के आधार पर कालेजों को अनुदान प्राप्त होता है। नैक की
ग्रेडिंग ए डबल प्लस, ए प्लस ए, ए, बी डबल प्लस, बी प्लस बी, बी और सी
ग्रेड दी जाती है। डिग्री गर्ल्स कालेज की प्राचार्य डा. किरण गजपाल ने कहा, कालेज को बेहतर
ग्रेड मिले, इसके लिए हमने शिक्षा गुणवत्ता के हर पैमाने को बेहतर किया।
हमें इस बार बी डबल प्लस ग्रेड मिला है। आने वाले समय में और बेहतर
प्रदर्शन करेंगे।


 

 

 


...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...